'महाठग' सुकेश कैदियों को दान करना चाहता है 5 Cr., जेल DG को लिखा पत्र- मेरे जन्मदिन दें परमिशन, तो होगी खुशी

Sukesh Chandrasekhar News : सुकेश ने जेल के डायरेक्टर जनरल को एक चिट्‌ठी लिख कैदियों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए 5 करोड़ 11 लाख रुपए का डिमांड ड्राफ्ट देने की अनुमति मांगी है।

Update:2023-03-22 22:44 IST
Sukesh Chandrasekhar (Social Media)

Sukesh Chandrasekhar : देश में 'महाठग' के नाम से मशहूर सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrasekhar) 200 करोड़ रुपए की ठगी केस में इन दिनों दिल्ली की मंडोली जेल (Mandoli Jail) में बंद है। सुकेश ने बुधवार (22 मार्च) को जेल के डायरेक्टर जनरल को एक चिट्‌ठी लिखी। इस पत्र में सुकेश ने कैदियों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए 5 करोड़ 11 लाख रुपए का डिमांड ड्राफ्ट देने की अनुमति मांगी है।

सुकेश चंद्रशेखर ने इस चिट्ठी में कैदियों के कल्याण की बात लिखे है। उसने लिखा है, वह उन कैदियों की भलाई के लिए पैसा देना चाहता है जो अपनी जमानत बॉण्ड का भुगतान नहीं कर पा रहे। ऐसा न कर पाने से उन्हें कई वर्षों से जेल में ही बंद हैं। सुकेश ने अपने अच्छे इरादे के साथ अनुरोध किया है कि कैदियों के कल्याण के लिए 5.11 करोड़ रुपए का डिमांड ड्राफ्ट स्वीकार किया जाए।

'इंसान के नाते नेक इरादे से अनुरोध कर रहा'

'महाठग' ने पत्र आगे लिखा, 'मैं अपनों से दूर हूं। इसलिए उनकी पीड़ा समझ सकता हूं जो जेल में बंद और ऐसी परिस्थियों से ही गुजर रहे हैं। एक इंसान के तौर पर और अच्छे इरादे के साथ मैं अनुरोध करता हूं कि कैदियों के कल्याण के लिए दी जा रही राशि को स्वीकार किया जाए, इससे मुझे बेहद खुशी होगी। वो लिखता है अगर 25 मार्च को इसे स्वीकार किया जाता है तो अधिक ख़ुशी होगी। क्योंकि, उस दिन मेरा जन्मदिन है। यही मेरे लिए सबसे अच्छा गिफ्ट होगा।'

...ताकि उन्हें मिले मदद
सुकेश चंद्रशेखर ने अपने वकील अनंत मलिक (lawyer Anant Malik) के जरिये 22 मार्च को डीजी जेल को पत्र लिखा। चिट्ठी में जेल के उन कैदियों के कल्याण के लिए 5,11,00,000 रुपए दान करने की अनुमति मांगी, जो 'अपनी जमानत बांड का भुगतान करने में सक्षम नहीं हैं। साथ ही, वैसे कैदियों की जमानत या वैसे कैदी जो कई वर्षों से विचाराधीन रूप में जेल में बंद हैं, के कल्याण पर खर्च हो सके। वैसे कैदियों जिनके परिवार, मुख्य रूप से बच्चे जिनके पास शिक्षा के लिए भुगतान करने का साधन नहीं है। जो अपने घर में एकमात्र कमाने वाला है और जेल में बंद हैं। ऐसों को मदद मिल सके।

सुकेश- ये पैसा 100% मेरी क़ानूनी आमदनी का है

सुकेश ने डीजी जेल को लिखे पत्र में कहा है कि, 'अगर मेरा योगदान आपका दफ्तर स्वीकार करता है तो मेरी कानूनी टीम सोर्स प्रूफ के साथ आईटीआर और बाकी जरूरी लीगल कार्रवाई करेगी। क्योंकि, ये पैसा 100 प्रतिशत मेरी क़ानूनी आमदनी का है। इसे किसी अपराध के जरिए नहीं कमाया गया है।'

हमारा फाउंडेशन गरीबों के लिए कर रहा काम

सुकेश ने कहा, 'मैं और मेरा परिवार शारदा अम्मा फाउंडेशन (Sharada Amma Foundation) और चंद्रशेखर कैंसर फाउंडेशन (Chandrashekhar Cancer Foundation) के जरिए कई कल्याणकारी काम करते रहे हैं। ये संस्था दक्षिण भारत में लाखों गरीबों को भोजन करा रहे हैं। हर महीने गरीब रोगियों को मुफ्त कीमोथेरेपी भी दे रहे हैं।'

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