Odisha Train Accident: ओडिशा में फिर हो सकती थी भीषण रेल दुर्घटना, रेलवे कर्मचारी के सूझबूझ से टला खतरा
Odisha Train Accident: भद्रक जिले के भंडारीपोखरी थाना क्षेत्र में आने वाले मंजुरी रोड स्टेशन पर इंटरलॉक के बीच में एक पत्थर फंस गया था जिसकी वजह से फिर एक बड़ा हादसा हो सकता था।
Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर जिले के बहानगा बाजार रेलवे स्टेशन पर हुई भीषण रेल दुर्घटना के अभी ज्यादा दिन नहीं हुए हैं। इस बीच राज्य में एक और भीषण रेल दुर्घटना हो सकती थी, जो समय रहते टल गया। दरअसल, भद्रक जिले के मंजुरी रोड स्टेशन पर इंटरलॉक के बीच में एक बड़ा सा पत्थर फंसा मिला था। जिसे समय रहते हुए एक रेल कर्मचारी ने देख कर फौरन उसे वहां से हटा दिया।
खबरों के मुताबिक, भद्रक जिले के भंडारीपोखरी थाना क्षेत्र में आने वाले मंजुरी रोड स्टेशन पर इंटरलॉक के बीच में एक पत्थर फंस गया था। यह पत्थर उड़कर यहां फंसा था या किसी शरारती तत्व ने ये हरकत की, इसके बारे में फिलहाल कुछ भी कहा नहीं जा सकता। रेल अधिकारियों के मुताबिक, अगर संबंधित ट्रैक से ट्रेन गुजरती तो फिर हादसे को कौन से कोई नहीं रोक सकता था।
रेलवे कर्मचारी के सूझबूझ से टला खतरा
पटरी पर पत्थर के कारण ट्रेन निश्चित तौर पर बेपटरी हो जाती और एकबार फिर कोरोमंडल एक्सप्रेस जैसा दुखद रेल हादसा हो सकता था। जिसमें सैंकड़ों लोगो की जानें जा सकती थीं। लेकिन समय रहते एक रेल कर्मचारी ने ट्रैक पर पड़े पत्थर को देख लिया और फिर उसे वहां से हटा दिया। इस प्रकार रेल कर्मचारी के सूझबूझ से एक बड़ा खतरा टल गया। स्टेशन प्रबंधक की शिकायत पर आरपीएफ ने मामला दर्ज कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, मामले की तहकीकात शुरू कर दी गई है।
मालगाड़ी के डिब्बे में लगी आग
कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसे को लेकर काफी दिनों से मीडिया की सुर्खियों में रहे ओडिशा के बालासोर जिले में रेलवे के साथ एक और घटना घटी है। जिले के रूपसा स्टेशन पर कोयले से लदी मालगाड़ी एक डिब्बे में अचानक आग लग गई। घटना शुक्रवार की है। जब रेल कर्मचारियों ने डिब्बे से धुंआ निकलते देखा तो उनके होश उड़ गए। आनन फानन में बालासोर स्थित दमकल विभाग को घटना की जानकारी दी गई। मौके पर पहुंची टीम ने आग पर काबू पाया।
5 जून को भी हुआ था हादास
2 जून को हुए कोरोमंडल रेल हादसे के तीन बाद यानी 5 जून को ओडिशा के बारगढ़ में एक और रेल दुर्गटना हुई थी। मालगाड़ी के पांच डिब्बे पटरी से उतर गए थे। हालांकि, इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ था। रेस्क्यू टीम ने ऑपरेशन चलाकर कुछ घंटों में रूट क्लियर कर दिया था।
बता दें कि कोरोमंडल एक्सप्रेट ट्रेन हादसे में 275 लोगों की मौत हुई, जबकि 1 हजार से अधिक लोग घायल हुए। बीते दो दशकों में ये सबसे बड़ा रेल हादसा था। इस रेल दुर्घटना की जांच सीबीआई को सौंपी गई है।