Rajasthan: प्रतापगढ़ में दो बहनों ने जहर खाकर की आत्महत्या, छेड़खानी से थी परेशान, आरोपियों में तीन नाबालिग

Rajasthan: पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि दो बहनें (14 साल और 16 साल) अपने घर से 15 किमी दूर पीपलखूंट थानाक्षेत्र में किराया का घर लेकर रहती थीं और यहीं के सरकारी स्कूल में पढ़ती थीं।

Update:2023-10-08 10:03 IST

सांकेतिक तस्वीर (सोशल मीडिया)

Rajasthan: राजस्थान में महिला अपराध से जुड़ी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं। ताजा घटना प्रतापगढ़ जिले का है, जहां दो ममेरी बहनों ने छेड़छाड़ से तंग आकर अपनी जान दे दी। दोनों नाबालिग थीं कक्षा 12वीं में पढ़ती थी। दोनों को स्कूल के ही लड़के परेशान किया करते थे। मामला घंटाला थाना क्षेत्र का है। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें तीन नाबालिग हैं।

पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि दो बहनें (14 साल और 16 साल) अपने घर से 15 किमी दूर पीपलखूंट थानाक्षेत्र में किराया का घर लेकर रहती थीं और यहीं के सरकारी स्कूल में पढ़ती थीं। स्कूल में पढ़ने वाले चार लड़के जुलाई से ही दोनों बहनों को परेशान कर रहे थे। वे रास्ते में आते-जाते दोनों बहनों से छेड़खानी किया करते थे। 5 अक्टूबर को दोनों को अगवा कर लिया गया और फिर एक सुनसान इलाके में छोड़ दिया गया।

दोनों लड़कियां स्थानीय लोगों को बेसुध हालत में मिलीं। होश में आने के बाद अता-पता पूछने पर लड़कियों के परिजनों को सूचना दी गई, जिसके बाद वे इन्हें लेने आए और अपने साथ ले गए। इस घटना के बाद से ही दोनों बहनें सदमे रह रही थीं। परिजनों ने 6 अक्टूबर को आरोपियों के विरूद्ध थाने में केस भी दर्ज कराया। अगले दिन यानी शनिवार सात अक्टूबर को दोनों ने जहर खा लिया। इसके बाद घरवाले आननफानन में दोनों को लोकल अस्पताल ले गए।

लड़कियों की हालत गंभीर होने पर प्रतापगढ़ रेफर कर दिया गया। यहां के जिला अस्पताल में 14 साल की नाबालिक लड़की ने दम तोड़ था। जबकि दूसरी लड़की की हालत अधिक नाजुक होने पर उसे उदयपुर रेफर किया गया, लेकिन उसने भी रास्ते में ही दम तोड़ दिया। पुलिस ने चारों आरोपियों को डिटेन करने के बाद मामले में कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।

परिजनों को मुआवजा देने की मांग

विधानसभा चुनाव को लेकर इन दिनों राजस्थान में सियासी माहौल गरमाया हुआ है। पूर्व में घटी महिला अपराधों की कई बर्बर घटनाओं को लेकर अशोक गहलोत सरकार पहले से ही निशाने पर है। ताजा घटना के बाद विपक्षी बीजेपी एकबार फिर राज्य सरकार पर हमलावर है। स्थानीय बीजेपी विधायक हरेंद्र निमामा और बीजेपी महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष सुनैना हापावत ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उन्होंने सरकार से पीड़ित परिवार को एक करोड़ रूपये बतौर मुआवजा और किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। 

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