ब्रिटेन में 4 जनवरी से लगेगी ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन, भारत के लिए आई ये अच्छी खबर

ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन के बढ़ते प्रकोप के बीच 4 जनवरी 2021 से ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन लोगों दी जाएगी। ब्रिटेन ने इसे मंजूरी प्रदान कर दी है।

Update: 2020-12-27 06:04 GMT
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इन लोगों ने डेंगू की वैक्सीन के खिलाफ भी आवाज उठाई थी। यह लोग पूरी तरह से आम जनता और मानवता के खिलाफ काम कर रहे हैं।

नई दिल्ली: ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन के बढ़ते प्रकोप के बीच वहां की सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। ब्रिटेन में 4 जनवरी 2021 से ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन लोगों दी जाएगी। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है। अब ऐसी खबरें सामने आ रहेंगी भारत में भी ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन को सबसे पहले मंजूरी मिल सकती है।

ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड की तरफ से बनाए गए कोविड-19 के टीके को मंजूरी मिलने के बाद भारतीय नियामक सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की तरफ बनाए जा रहे टीकों के आपात स्थिति में इस्तेमाल के बारे में फैसला ले सकता है।

भारत में भी जल्द दी जा सकती है मंजूरी

ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद अब केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की कोविड-19 विशेषज्ञ समिति की जल्द बैठक हो सकती है। इस होने वाली बैठक में विदेश और भारत में क्लिनिकल ट्रायल से प्राप्त होने वाले सुरक्षा एवं प्रतिरक्षा क्षमता के आंकड़ों की गहराई से समीक्षा की जाएगी। इसके बाद जल्द ही यहां पर टीके के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी जाएगी।

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भारत बायोटेक के कोरोना वायरस टीके ‘कोवैक्सिन’ के आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिलने में अभी कुछ और समय सकता है, क्योंकि इसके तीसरे चरण के ट्रायल किए जाए रहे हैं। जबकि फाइजर ने अभी तक अपनी वैक्सनी प्रस्तुतिकरण नहीं दिया है।

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मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि इस लिहाज से अगर जाए तो ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन ‘कोविशिल्ड’ को सबसे पहले मंजूरी दी जा सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बीते हफ्ते ही भारत के औषध महा नियंत्रक (डीसीजीआई) द्वारा मांगे गए अतिरिक्त आंकड़े सौंप दिए हैं।

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ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन के मिलने के बाद सरकारी अधिकारियों ने कहा कि इसका संभावित एवं विकसित होते टीकों पर कोई असर नहीं होगा। भारत बायोटेक, सीरम इंस्टीट्यूट और फाइजर ने इस महीने की शुरुआत में अपने कोरोना टीकों के आपात इस्तेमाल के लिए डीसीजीआई को आवेदन भेजा था। फाइजर निर्मित टीके को ब्रिटेन, अमेरिका और बहरीन समेत कई देशों ने मंजूरी दे दी है।

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