जानिए क्यों मनाया जाता नौ सेना दिवस, कितनी ताकतवर है इंडियन नेवी

बुधवार को भारतीय नौसेना दिवस है। भारत में हर साल 4 दिसंबर को नौसना के वीर जवानों को याद किया जाता है और नौसेना दिवस मनाया जाता है। इस खास मौके पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नौसेना के जवानों को शुभकामनाएं दी हैं।

Update:2019-12-04 15:01 IST

नई दिल्ली: बुधवार को भारतीय नौसेना दिवस है। भारत में हर साल 4 दिसंबर को नौसना के वीर जवानों को याद किया जाता है और नौसेना दिवस मनाया जाता है। इस खास मौके पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नौसेना के जवानों को शुभकामनाएं दी हैं।

इसलिए मनाया जाता है कि नैसेना दिवस

1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था जिसमें भारत विजयी रहा। भारत की विजय का जश्न मनाने के लिए हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है। इस युद्ध के दौरान भारतीय नौसेना ने कराची पर हमला किया था, उसी सफलता की याद में नौसेना दिवस मनाया जाता है। इस जंग को ऑपरेशन ट्राइडेंट नाम से जाना जाता है।

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ऑपरेशन ट्राइडेंट की खास बतें

यह अभियान पाकिस्‍तानी नौसेना के मुख्‍यालय को निशाने पर लेकर शुरू किया गया, जो कराची में था। हिंदुस्‍तान के इस हमले में 3 विद्युत क्‍लास मिसाइल बोट, 2 एंटी-सबमरीन और एक टैंकर शामिल थे।

बता दें कि कराची में रात को हमला बोलने की योजना थी, क्‍योंकि पाकिस्‍तान के पास ऐसे विमान नहीं थे, जो रात में बमबारी कर सकें। भारतीय नौसेना दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी नौसेना मानी जाती है।

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युद्ध की शुरुआत

1971 के युद्ध की शुरुआत 3 दिसंबर से हुई थी, जब पाकिस्तान ने हमारे हवाई क्षेत्र और सीमावर्ती क्षेत्र में हमला किया था। पाकिस्तानी को जवाब देने के लिए नौसेना की ओर से यह ऑपरेशन चलाया गया। ये अभियान पाकिस्‍तानी नौसेना के मुख्‍यालय को निशाने पर रखकर शुरू किया गया, जो कराची में था। हिंदुस्‍तान की ओर से किए गए इस हमले में 3 विद्युत क्‍लास मिसाइल बोट, 2 एंटी-सबमरीन और एक टैंकर शामिल था।

इस युद्ध में पहली बार जहाज पर मार करने वाली एंटी शिप मिसाइल से हमला किया गया था। भारत ने इस ऑपरेशन में पाकिस्तान पर हमला कर उनकी सैन्य शक्ति को तबाह कर दिया था। इस जंग में भारत का कोई जवान शहीद नहीं हुआ था, जबकि पाकिस्‍तान के 5 नौसेनिक मारे गए थे, जबकि 700 से अधिक घायल हो गए। इसी जीत का जश्‍न हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस के रूप में मनाया जाता है।

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कितनी ताकतवर है भारतीय नौसेना

भारत के पास इस समय 140 युद्धपोत हैं, जिसमें आईएनएस विक्रमादित्य, 10 विध्वंसक, 14 छोटे युद्धपोत और 11 वाहक के अलावा 15 डिजल और इलेक्ट्रिक सबमरीन और 2 न्यूक्लियर सबमरीन हैं। इसके अलावा हमारी नेवी के पास 235 एयरक्राफ्ट और हेलिकॉप्टर हैं।

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इन पर हो रहा काम

50 युद्धपोत, इसमें आईएनएस विक्रांत, 4 स्कॉर्पीन सबमरीन, 4 विध्वंसक, 11 फ्राइगेट्स शामिल हैं। इनकी कीमत 1.58 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इसके साथ 48 भारतीय शिपयार्ड्स और 2 रूसी फ्रीगेट्स भर शामिल हैं। इसके अलावा, 3 परमाणु पनडुब्बी (न्यूक्लियर मिसाइल के साथ), 6 हजार टन का आईएनएस अरिहंत, 6 न्यूक्लियर अटैक सबमरीन भी निर्माणाधीन हैं।

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