IN INDIA: टैक्स देने वालों से ज्यादा है CAR खरीदने वालों की तादाद, आप भी देखें ये आंकड़े

आपको यह जानकार हैरानी होगी कि देश में 24.4 लाख टैक्स पेयर्स ऐसे हैं जिन्होंने अपनी एनुअल इनकम 10 लाख रुपए से ऊपर बताई है। इसके बावजूद भारतीय हर साल 25 लाख नई कारें खरीदते हैं।

Update: 2016-12-27 21:09 GMT

नई दिल्ली: आपको यह जानकार हैरानी होगी कि देश में 24.4 लाख टैक्स पेयर्स ऐसे हैं जिन्होंने अपनी एनुअल इनकम 10 लाख रुपए से ऊपर बताई है। इसके बावजूद भारत में हर साल 25 लाख नई कारें खरीदी जाती हैं। इसमें 35 हजार लग्जरी कारें भी शामिल हैं।

भारत की जनसंख्या 125 करोड़ से ज्यादा है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के मुताबिक, 2014-15 में देशभर में 3.65 करोड़ लोगों ने इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किया, लेकिन सिर्फ 5.5 लाख लोगों ने 5 लाख रुपए से ज्यादा इनकम टैक्स चुकाया। ये इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को मिले टोटल टैक्स का 57 फीसदी हिस्सा है।

इसका मतलब 3.65 करोड़ टैक्स पेयर्स में से 1.5% ने टैक्स का आधे से ज्यादा हिस्सा चुकाया। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट अधिकारी ने कहा कि यदि टैक्स रिटर्न के आंकड़ों की कारों की खरीद से तुलना करें तो यह आंकड़ा चौंकाने वाला है। देश में ऐसे बहुत से लोग हैं, जिनकी आय अधिक है, लेकिन वे टैक्स के दायरे से बाहर हैं।

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारी ने बताया कि भारत में बीते 5 सालों में हर साल औसतन 25 लाख कारों की खरीद की गई है। पिछले 3 सालों में कार सेल का आंकड़ा 25.03 लाख, 26 लाख और 27 लाख रुपए रहा है। यानी हर साल भारत में औसतन 25 लाख कारें बिक रही हैं। इनमें बीएमडब्ल्यू, जगुआर, ऑडी, मर्सिडीज और पोर्श जैसी 35 हजार लग्जरी कारें शुमार हैं।

इनकम टैक्स डेटा के मुताबिक, देश में सिर्फ 48,417 लोगों ने 1 करोड़ से ज्यादा की एनुअल इनकम बताई। आंकड़ों के मुताबिक, आईटी रिटर्न फाइल करने वाले लोगों में से 5.32 लाख की एनुअल इनकम 2 लाख रुपए से भी कम थी। ऐसे में ये लोग टैक्स के दायरे में नहीं है।

जिन लोगों ने अपनी इनकम डिक्लेअर की है उसमें से 25.4 लाख लोगों ने अपनी एनुअल इनकम 10 लाख रुपए दिखाई है। इसमें 1.47 लाख लोग ऐसे भी हैं जिनकी इनकम 50 लाख रुपए से ज्यादा है। साल 2014-15 में करीब 1.61 करोड़ लोगों का टीडीएस कटा लेकिन इन्होंने रिटर्न नहीं भरा।

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