नागपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तीन दिवसीय अहम बैठक शुक्रवार (09 मार्च) से शुरू हो रही है। इस बैठक में संघ और उससे जुड़े संगठनों के करीब 1,500 प्रतिनिधियों के शामिल होने की उम्मीद है। बैठक में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और पार्टी के संगठन मंत्री राम लाल के अलावा राम माधव भी मौजूद रहेंगे।
गौरतलब है कि हर साल मार्च के दूसरे सप्ताह के अंत में संघ के प्रतिनिधि सभा की बैठक होती है। लेकिन हर तीसरे साल यह बैठक संघ मुख्यालय नागपुर में होती है। इस बैठक में संघ के तीन वर्षों के कामकाज की रिपोर्ट पेश की जाती है। साथ ही आगामी तीन वर्षों के लिए एजेंडा और भावी कार्ययोजना भी तय की जाती है।
होसबोले होंगे अगले सरकार्यवाह!
बता दें, कि हर नागपुर में हर तीन साल पर होने वाली बैठक में जरूरत के हिसाब से संगठनात्मक बदलाव किए जाते हैं। एक खबरिया चैनल के मुताबिक, संघ का एक धड़ा चाहता है कि इस बार सरकार्यवाह भैयाजी जोशी की जगह सह सरकार्यवाह दत्रात्रेय होसबोले को सरकार्यवाह की ज़िम्मेदारी दी जाए। जबकि दूसरा धड़ा चाहता है कि सरकार्यवाह की ज़िम्मेदारी भैयाजी जोशी के पास ही रहे।
सरकार्यवाह का चुनाव 10 मार्च को
चैनल की मानें तो संघ के बड़े नेताओं का मानना है कि भैयाजी जोशी लम्बे समय से अस्वस्थ रहे हैं। हालांकि, घुटने के ऑपरेशन के बाद उनके स्वास्थ्य में सुधार है। वो पहले भी कह चुके हैं कि अब जिम्मेदारी युवाओं को दी जाए। सरकार्यवाह पर अंतिम फ़ैसला 10 मार्च को होगा। लेकिन यह भी तय है कि संघ में संगठनात्मक बदलाव अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किए जाएंगे।
विश्व हिन्दू परिषद की आंतरिक लड़ाई पर भी चर्चा
संघ के इस बैठक में राम मंदिर मुद्दे पर चर्चा अवश्य होगी। क्योंकि हाल के दिनों में जिस तरह से श्रीश्री रविशंकर का इस मुद्दे पर हस्तक्षेप बढ़ा है उस पर चर्चा जरूर की जाएगी। साथ ही विश्व हिन्दू परिषद की आंतरिक लड़ाई पर भी चर्चा होगी। संगठन के विस्तार पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा 2019 के आम चुनाव को ध्यान में रखते हुए अन्य बिंदुओं पर मंथन होना है।