बेस्ट फ्रेंड बनेगी गर्लफ्रेंड! आज ही आजमाइये ये टिप्स
अगर आप अपने बेस्ट फ्रैंड से ही रिश्ता कायम करना चाहते है तो ऐसे में आपको सच्ची दोस्ती छोड़नी होगी। यहां से एक नया रिश्ता शुरू होगा। कहीं ऐसा ना हो कि आप नए रिश्ते के रूप में उसे स्वीकार ही ना कर सको। ऐसे में आपको एक रिश्ते की 'कुर्बानी' तो देनी ही पड़ेगी।
नई दिल्ली: दादा-दादी, माता-पिता, भाई-बहन, संस्कार और संस्कृति तो हमें परिवार में मिल जाते हैं, लेकिन हमें तलाश रहती है एक बेस्ट फ्रेंड और गर्लफ्रेंड की। हमें खुद से बनाना होता है।
बचपन से वृद्धावस्था तक जिंदगी में एक सच्चे-अच्छे दोस्त की बहुत जरुरत होती है, साथ ही वफादार लाइफ पार्टनर की भी।
कहा गया है कि किस्मत वालों को ही अच्छे दोस्त के साथ लाइफ पार्टनर मिलती है। तो आइये बताते है 3 बातें जिनसे बेस्ट फ्रेंड को गर्लफ्रेंड बनाना हो सकता है आसान...
यह भी पढ़ें. असल मर्द हो या नहीं! ये 10 तरीके देंगे आपके सारे सवालों के सही जवाब
इसमें कोई शक नहीं कि बेस्ट फ्रेंड से आप बहुत प्यार करते हैं, कोई भी बात आप उनसे शेयर किये बिना नहीं रह सकते हैं। लेकिन यह भी ना भूलें कि वह आपकी गर्लफ्रेंड नहीं है।
रिश्ते में आ सकती है उलझनें...
बता दें कि लंबे समय साथ रहने के बाद एक लड़का-लड़की बेस्ट फ्रेंड तो बन जाते हैं, लेकिन इसके बाद अगर आप उसे अपनी गर्लफ्रेंड बना लेंगे, तो ऐसे में दो रिश्ते एक साथ चलना काफी मुश्किल हो जाता है।
यह भी पढ़ें. लड़की का प्यार! सुधरना है तो लड़के फालो करें ये फार्मूला
क्योंकि हर रिश्ते का एक दायरा होता है। रिश्तों के कायदे-कानून के अनुसार ही हम इनको निभाते हैं।अगर आप इस उलझन को दूर करने में सक्षम है तो फिर आगे की तैयारी में लग जाएं
यह भी पढ़ें: लड़कियों को पसंद ये! बताती नहीं पर हमेशा ही खोजती हैं ये चीजें
एक रिश्ते हो जाएगा 'कुर्बान'...
अगर आप अपने बेस्ट फ्रैंड से ही रिश्ता कायम करना चाहते है तो ऐसे में आपको सच्ची दोस्ती छोड़नी होगी। यहां से एक नया रिश्ता शुरू होगा। कहीं ऐसा ना हो कि आप नए रिश्ते के रूप में उसे स्वीकार ही ना कर सको। ऐसे में आपको एक रिश्ते की 'कुर्बानी' तो देनी ही पड़ेगी।
यह भी पढ़ें. एटम बम मतलब “परमाणु बम”, तो ऐसे दुनिया हो जायेगी खाक!
हालांकि कई बार इस तरह के रिश्ते अंतिम समय तक नहीं चल पाते और लेकिन कई लोग निभा भी लेते हैं। ये बात आप पर निर्भर करती है। अगर आप दोस्त को छोड़ कर गर्लफ्रेंड के साथ खुश हों तो फिर 'कुर्बानी' दे सकते हैं।
वैसे तो गर्लफ्रेंड या लाइफ पार्टनर के साथ ही जीवन का फैसला लिया जाता है। लेकिन जीवन में कई बार ऐसे मोड़ भी आते हैं कि हमें सच्चे दोस्त की कमी महसूस होने लगती है।
यह भी पढ़ें: मारी गई पाकिस्तानी सेना! इमरान को आज नहीं आएगी नींद
सच्चा दोस्त हमें सबसे कठिन समय के दौरान साथ देता है। उसके साथ बहुत सारी बातें शेयर कर सकते हैं। अगर आप मुसीबत के समय में खुद को संभालने के लिए तैयार हैं तो फिर बेस्ट फ्रेंड को गर्लफ्रेंड या लाइफ पार्टनर बना लें। बहरहाल, बेस्ट फ्रेंड, बेस्ट फ्रेंड ही होता है, जिससे आप सभी बातें चाहे सुख, दुख सभी शेयर कर सकते हैं।