मोदी जी! पहले अधिकारियों को तो बता दीजिए कि ‘आयुष्‍मान भारत’ क्‍या बला है

Update: 2018-09-23 10:47 GMT

शाहजहांपुर: पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को रांची से आयुष्‍मान भारत योजना का शुभारंभ तो कर दिया। लेकिन देश भर के अधिकारियों को शायद इस योजना के बारे में ट्रेनिंग की आवश्‍यकता है। यह हम नहीं कह रहे, यह यूपी के शाहजहांपुर के एक सरकारी कार्यक्रम में सबित हो गया है।

यूपी के अलग-अलग जिलों में भी इस योजना को शुरू किया गया। इस योजना के अंतर्गत 10.74 करोड़ गरीब परिवारों को पांच लाख रुपये का प्रतिवर्ष फ्री इलाज दिया जाएगा। इसी योजना की ज्यादा जानकारी देने के लिए केंद्रीय मंत्री कृष्णा राज और जिलाधिकारी शाहजहांपुर अमृत त्रिपाठी ने एक कार्यक्रम कर लोगों को जानकारी दी। इस दौरान जिलाधिकारी के सवालों पर कोई अधिकारी और जनता खरा नहीं उतर सका। इस योजना को जमीनी स्तर पर आज उतारा जरूर जा रहा है। लेकिन कार्यक्रम में मोजूद लोग ये नहीं बता पाए कि आखिर उनको योजना का लाभ कैसे मिलेगा। फिलहाल जिलाधिकारी ने सीएमओ को इस योजना का बङे स्तर पर प्रचार कर गरीबों को लाभ देने का आदेश दिया है। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि जब अधिकारियों को ही योजना की सटीक जानकारी नहीं है तो वह जनता को क्‍या लाभ दे पाएंगे।

मंच पर योजना के सवाल बने रहे पहेली

डीएम अमृत त्रिपाठी ने एएनएम और कई लोगो को मंच पर बुलाकर लोगो को योजना का लाभ लेने के प्रोसीजर बताने के लिये कहा। इसी बीच जिलाधिकारी ने एएनएम से योजना के बारे मे कुछ सवाल किए तो वह भी चुप हो गई। यही वजह थी कि जिलाधिकारी के सवालो पर कोई भी कर्मचारी खरा नही उतरा। जबकि आयुष्मान भारत योजना देश की ऐतिहासिक योजनाओं मे शुमार रखती है। उसके बाद जिलाधिकारी ने खुद कार्यक्रम मे आए गरीबो को इसका लाभ लेने का तरीका बताया और बताया कि आप अगर इसका लाभ लेना चहाते है तो आपको सबसे पहले सीएमओ आफिस जाकर आयुष्मान मित्र से मिलकर उनसे फार्म लेकर भरना होगा।

जिलाधिकारी ने बताया कि शाहजहांपुर जिले मे करीब 2 लाख से ज्यादा बीपीएल कार्ड धारक है। इस योजना का लाभ सभी बीपीएल कार्ड धारक को मिलेगा। इस योजना के अंतर्गत 1300 से ज्यादा बिमारियों का इलाज होगा। प्रतिवर्ष पांच लाख रूपये का फ्री इलाज इस योजना के अंतर्गत गरीबो का किया जाएगा। वही जिलाधिकारी ने प्राइवेट नर्सिंग होम के डाक्टरो से अपील की है कि वह इस योजना मे भाग ले। अपना रजिस्ट्रेशन कराए और गरीबो की मदद के लिए हाथ आगे बङाए। प्राइवेट नर्सिंग होम वाले सरकारी अस्पताल के डाक्टरों की मिलीभगत से प्राइवेट अस्पतालों मे मरीजों को ले जाया जाता है। हम सबकी खबर है कौन क्या करता है। लेकिन अब उसी काम को आप लीगल तरीके से कर सकते है। प्राइवेट नर्सिंग होम वालो को परेशान नही किया जाएगा।

Similar News