BJP पर बरसी कृपा: इन पार्टियों का हुआ बंटाधार, जानें किसको मिला कितना चंदा
हर वित्तीय वर्ष में राजनीतिक दलों को जनप्रतिनिधित्व कानून के प्रावधानों के तहत किसी भी सोर्स से 20,000 रुपये से अधिक के दान की घोषणा करना आवश्यक है। ऐसे में हर पार्टी के कोषाध्यक्ष को 20,000 रुपये से अधिक के चंदे पर जानकारी दी जाती है।
नई दिल्ली: एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने राष्ट्रीय राजनीतिक दलों को 20 हजार रुपये से ज्यादा मिलने वाले चंदे पर रिपोर्ट पेश की है। डोनर्स ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को सबसे ज्यादा चंदा दिया है, वहीं कांग्रेस पार्टी दूसरे नंबर पर है।
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी को पिछले वित्त वर्ष के दौरान 20,000 रुपये से अधिक के दान में 742.15 करोड़ रुपये मिले, जो अन्य राष्ट्रीय दलों को मिले चंदे से 3.5 गुना अधिक है।
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ADR की रिपोर्ट के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए राष्ट्रीय राजनीतिक दलों द्वारा घोषित कुल दान 951.66 करोड़ रुपये का था। दान की संयुक्त संख्या 5,520 थी। वित्तीय वर्ष 2017-18 में 481.77 करोड़ रुपये की तुलना में ये दान लगभग दोगुना हो गया है।
बड़ी पार्टियों को देनी होती है जानकारी
हर वित्तीय वर्ष में राजनीतिक दलों को जनप्रतिनिधित्व कानून के प्रावधानों के तहत किसी भी सोर्स से 20,000 रुपये से अधिक के दान की घोषणा करना आवश्यक है। ऐसे में हर पार्टी के कोषाध्यक्ष को 20,000 रुपये से अधिक के चंदे पर जानकारी दी जाती है।
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ADR रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी को वित्त वर्ष 2019 के दौरान 20,000 रुपये से अधिक का 4,483 योगदान प्राप्त हुआ, जो कुल मिलाकर 742.15 करोड़ रुपये था। यह 437.04 करोड़ रुपये की महत्वपूर्ण वृद्धि है, जिसे बीजेपी ने वित्त वर्ष 2018 में दान के रूप में घोषित किया था। गौरतलब है कि पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की थी।
बीएसपी को नहीं मिला चंदा
वहीं, कांग्रेस ने पिछले वित्तीय वर्ष में 20,000 रुपये से अधिक के 605 दान की घोषणा की। यह राशि 148.58 करोड़ रुपये तक आई। वित्तीय वर्ष 2017-18 के दौरान पार्टी को 26.66 करोड़ रुपये मिले थे। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने बताया कि उसे 2018-19 के दौरान 20 हजार रुपये से ज्यादा का कोई चंदा नहीं मिला।
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वित्त वर्ष 2018-19 में ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस (AITC) ने 44.26 करोड़, नेशनल कांग्रेस पार्टी (NCP) ने 12.05 करोड़, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) ने 3।02 करोड़ और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) 1.6 करोड़ रुपये घोषित किए।