राजस्थान प्रकरण: पिता का नाम घसीटे जाने पर उमर को आया गुस्सा, बोले- भेजेंगे नोटिस

राजस्थान के सियासी घटनाक्रम पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का बड़ा बयान सामने आया है। उमर ने कहा है कि उनके पिता फारूक अब्दुल्ला को बेवजह से इस पूरे मामले में घसीटा जा रहा है।

Update: 2020-07-20 13:18 GMT

जम्मू: राजस्थान के सियासी घटनाक्रम पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का बड़ा बयान सामने आया है। उमर ने कहा है कि उनके पिता फारूक अब्दुल्ला को बेवजह से इस पूरे मामले में घसीटा जा रहा है।

राजस्थान प्रकरण से उनका कोई लेना देना नहीं है। उनके ऊपर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने ये बातें ट्वीट के माध्यम से कही हैं।

उन्होंने ये भी कहा कि सचिन पायलट जो कुछ भी राजस्थान में कर रहे हैं। उससे फारुक अब्दुल्ला का दूर –दूर तक कोई वास्ता नहीं है।

मैं रोज –रोज इस तरह के झूठे और घटिया आरोप सुनकर तंग आ चुका हूं। उमर का इशारा छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल की तरफ है। बघेल को फटकार लगाते हुए कहा कि अब बहुत हो गया है और उनके वकील जल्द ही भूपेश बघेल को नोटिस भेजेंगे।

कांग्रेस को झटका: पायलट को हाईकोर्ट ने दी राहत, नोटिस पर लगाई रोक



राजस्थान सियासी दंगल: इसलिए कमलनाथ हुए पस्त, लेकिन गहलोत ने दी पटखनी

सीएम भूपेश बघेल ने फारूक की रिहाई पर उठाए थे सवाल

यहां बता दें कि छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वे राजस्थान के घटनाक्रम का बारीकी से अध्ययन नहीं कर रहे हैं लेकिन ये सोचने वाली बात है कि उमर अब्दुल्ला को रिहा क्यो किया गया?

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि फारुक और महबूबा मुफ्ती को जब एक ही धाराओं के अंर्तगत कस्टडी में लिया गया था। तो फिर महबूबा मुफ्ती अभी भी जेल में हैं, और उमर अब्दुल्ला कैसे जेल से बाहर आ गए हैं, ये सब क्या ऐसा केवल इसलिए है क्योंकि उमर अबदुल्ला और सचिन पायलट के बीच नातेदारी है।

प्रियंका गांधी के सम्पर्क में हैं सचिन पायलट, कांग्रेस में जल्द हो सकती है वापसी!

प्रियंका से चल रही बात

सूत्रों के हवाले से ये खबर आ रही है कि सचिन पायलट ने हाईकोर्ट जाने के साथ ही कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से सम्पर्क साधा है। उनके साथ बातचीत जारी है।

खबरें ऐसी भी आ रही है कि प्रियंका गांधी से उनकी बात भी हो चुकी है। वे कांग्रेस में सम्मानजनक वापसी चाहते है। इस बात का उन्हें भरोसा दिया गया है। साथ ही उनकी पुरानी इच्छा सोनिया गांधी से मिलकर बात करने कि थी। जिस पर भी उन्हें अश्वासन दिया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार पायलट ने अयोग्यता नोटिस को हाईकोर्ट में चुनौती जरूर दी है, मगर इसके साथ ही पार्टी में अपनी मांगे पूरी करवाने को लेकर प्रियंका गांधी से लगातार संपर्क में बने हुए हैं।

मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया कि सचिन पायलट बीते तीन-चार दिनों से हर रोज एआईसीसी की महासचिव प्रियंका गांधी से फोन पर बात कर रहे हैं। हालांकि, दोनों के बीच क्या बातचीत हुई, इसका पता नहीं चल पाया है।

Tags:    

Similar News