बुरे फंसे शेखावतः अब कह रहे पहले सोर्स बताओ, SOG ने मांगा नमूना

राजस्थान की सियासत में विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े दो ऑडियो क्लिप्स वायरल होने के बाद सरगर्मी बढ़ गई है। फोन टैपिंग के मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने अब केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को नोटिस दिया है।

Update: 2020-07-20 09:45 GMT

जयपुर: राजस्थान की सियासत में विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े दो ऑडियो क्लिप्स वायरल होने के बाद सरगर्मी बढ़ गई है। फोन टैपिंग के मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने अब केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को नोटिस दिया है। शेखावत की तरफ से उनके सेक्रेटरी ने ये नोटिस रिसीव किया है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को वॉयस सैंपल टेस्ट (Voice sample test) के लिए नोटिस दिया है। साथ ही SOG ने अपने नोटिस में पूछताछ के लिए समय मांगा है।

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ऑडियो क्लिप का सोर्स क्या है?

वहीं, यह नोटिस मिलने के बाद केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि मेरे निजी सचिव को एसओजी ने वॉयस सेंपल टेस्ट और बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा है। उन्होंने कहा कि पहले स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) जांच करे और बताए कि ऑडियो क्लिप का सोर्स क्या है और इसकी क्या प्रमाणिकता है? इस क्लिप को सरकार की तरफ से रिकॉर्ड कराया गया है या नहीं?

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राजस्थान की सरकार को गिराने का आरोप

गौरतलब है कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं पर राजस्थान की सरकार को गिराने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही कांग्रेस ने दो ऑडियो टेप का भी जिक्र किया था, जिसमें सरकार गिराने के लिए गजेंद्र सिंह शेखावत और भंवर लाल शर्मा के बीच पैसों के लेनदेन पर बात हो रही थी।

शेखावत ने कहा था- यह ऑडियो फेक है

बता दें कि ऑडियो क्लिप के सामने आने के बाद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सफाई देते हुए कहा था कि यह ऑडियो फेक है। उन्होंने कहा कि वो मारवाड़ी बोलते हैं, जबकि ऑडियो में जिसकी आवाज है, उसमें झुंझुनू टच है। उनका कहना था कि ऑडियो जोड़-तोड़ कर भी बनाया जा सकता है। मैं जांच के लिए तैयार हूं।

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पुलिस की जांच में सहयोग क्यों नहीं दे रहे हैं?

वहीं कांग्रेस का कहना है कि एफआईआर में जिन लोगों के नाम शामिल हैं, वो पुलिस की जांच में सहयोग क्यों नहीं दे रहे हैं? कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने कहा कि एसओजी की टीम को वॉयस सैंपल क्यों नहीं लेने दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम एफआईआर में शामिल है, उनकी आवाज ऑडियो टेप में है तो वो मंत्री पद पर क्यों बने हुए हैं।

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वॉयस सैंपल क्यों नहीं दे रहे हैं शेखावत

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि जब गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि ऑडियो में उनकी आवाज नहीं है तो वो सामने आकर अपना वॉयस सैंपल क्यों नहीं दे रहे हैं? गजेंद्र शेखावत को कोई मोरल अथॉरिटी नहीं है जो अपने पद पर बने रहें। अजय माकन ने कहा कि शेखावत को इस्तीफा दे देना चाहिए। जांच में सहयोग देना चाहिए, साथ ही वॉयस सैंपल देना चाहिए।

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