खतरे में कुर्सीः कांग्रेस अध्यक्ष व विधायक दल नेता की उठापटक और उपचुनाव

गुजरात में राज्‍यसभा चुनाव के बाद अब सत्ताधारी दल भाजपा और विपक्षी दल कांग्रेस ने उपचुनाव की तैयारी में जुट गई है। गुजरात में जल्द ही आठ सीटों पर उपचुनाव होना है।

Update: 2020-07-01 12:01 GMT

अहमदाबाद: गुजरात में राज्‍यसभा चुनाव के बाद अब सत्ताधारी दल भाजपा और विपक्षी दल कांग्रेस ने उपचुनाव की तैयारी में जुट गई है। गुजरात में जल्द ही आठ सीटों पर उपचुनाव होना है। इनमें से कांग्रेस के 5 विधायकों के इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल होने से और 3 सीटें दूसरी वजहों से खाली हुई हैं। अब जल्द ही चुनाव आयोग इन 8 सीटों पर उपचुनाव की घोषणा करने वाला है। इसे लेकर राजनीतिक दलों में भी अपने-अपने स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं।

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गुजरात में 25 सालों से सत्ता से बाहर है कांग्रेस

बता दें कि गुजरात में कांग्रेस पिछले 25 सालों से सत्ता से बाहर है। यहां सत्ता में वापसी करने के लिए साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत लगा दी थी। वहीं, पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत को गुजरात का महासचिव बनाकर चुनाव लड़वाया गया। इस चुनाव में कांग्रेस ने 77 सीटें हासिल की थीं।

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तीप्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता के बीच नहीं हुआ समझौता

विधानसभा चुनाव कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने युवा चेहरे अमित चावड़ा को प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर, जबकि परेश धनानी को विधायक दल के नेता के तौर पर चुना। अब करीब तीन साल बाद भी दोनों नेताओं में समझौता होने की स्थिति नहीं नजर आ रही है। वहीं, पार्टी को संगठन स्तर पर काफी नुकसान भी उठाना पड़ा है। जिसके बाद अब पार्टी आलाकमान दोनों युवा नेताओं को बदलने पर विचार कर रहा है।

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अब दोनों युवा नेता को बदलने पर विचार

बता दें कि कांग्रेस ने राज्य में हाल ही में हुए राज्यसभा में अपने दो उम्मीदवारों भरत सिंह सोलंकी और शक्ति सिंह गोहिल को चुनावी मैदान में उतारा था, लेकिन भरत सिंह सोलंकी दो वोटों से ये चुनाव हार गए थे। वहीं इससे पहले राहुल गांधी अमित चावड़ा और पेरश धनानी को दिल्ली बुलाकर यह स्पष्ट कर चुके हैं कि अगर आप मिलकर काम नहीं कर सकते तो गुजरात में पार्टी के और भी नेता हैं जो पार्टी के लिए काम करने के लिए तैयार हैं।

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आलाकमान को है अब उपचुनाव के नतीजों का इंतजार

लेकिन राहुल गांधी की नसीहत के बाद भी दोनों नेताओं के बीच समझौता नहीं हो पाया है, जिसके चलते अब आलाकमान उपचुनाव के नतीजों का इंतजार कर रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि गुजरात में अगस्‍त व सितंबर 2020 में उपचुनाव होंगे।

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