नई दिल्ली। अमेरिका ने ईरान के जनरल सुलेमानी को मारने के बाद अमेरिका और ईरान के बीच टेंशन बढ़ गई है। हाल ही अमेरिका के न्यूयार्क में होने वाली संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में ईरान के विदेश मंत्री को विजा देने से इनकार कर दिया है। अमेरिका को इस बात का डर था की कहीं ईरान के विदेश मंत्री अपने देश में हुई अमेरिकी हमले का मुद्दा सुरक्षा परिषद की होने वाली बैठक में न उठा दे।
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अमेरिकी बलों को अतंकवादी घोषित किया
इसी का एहतियात बरतते हुए अमेरिका ने वीजा देने से इनकार कर दिया है। क्योंकि अमेरिका संयूक्त राष्ट्र संघ में अपनी किरकिरी नही कराना चाहता है। वहीं ईरान ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि अमेरिका अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे। वहीं, इरान की संसद ने एक विधेयक पारित कर सभी अमेरिकी बलों को अतंकवादी घोषित किया।
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अमेरिका और ईरान के बीच तनाव चरम पर
यह घोषणा अमेरिकी ड्रोन के हमले में मारे गए इरान के जनरल सुलेमानी को मारे जाने के बाद ये कदम उठाया है। आप को बता दें कि सुलेमानी के मौत के बाद इरान और अमेरिका के बीच तनाव चरम पर है।
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ईरान के राजदूत का बयान
वहीं संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत मजीद तख्त रावांची ने सुलेमानी की हत्या को राज्य समर्थित आतंकवाद का सटीक उदाहरण बताया। मजीद ने कहा कि सुलेमानी की हत्या एक आपराधिक कृत्य है और अंतर्राष्ट्रीय कानून व यूएन के चार्टर के मूल सिद्दांतों का साफ उल्लंघन है।