गहलोत के भाई पर संकट: चल रही ताबड़तोड़ छापेमारी, कांग्रेस ने दिया ये बयान
राजस्थान में जारी सियासी संग्राम के बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम सीएम अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के घर पर छापेमारी करने के लिए जोधपुर पहुंची है।
नई दिल्ली: राजस्थान में जारी सियासी संग्राम के बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम सीएम अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के घर पर छापेमारी करने के लिए जोधपुर पहुंची है। बता दें, पिछले दिनों ही सीएम गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत का नाम फर्टिलाइजर घोटाले में सामने आया था। इसी सिलसिले में ईडी ने अग्रसेन के घर पर छापेमारी की है। फिलहाल ईडी की छापेमारी सीएम गहलोत के भाई के यहां जारी है।
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अशोक गहलोत के रिश्तेदारों पर ईडी का शिकंजा
अशोक गहलोत के रिश्तेदारों पर ईडी का शिकंजा कसता ही जा रहा है। फर्टिलाइजर घोटाले को लेकर ईडी कई जगहों पर ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। जानकारी के मुताबिक, ईडी की टीम सुबह 11 बजे अग्रसेन के घर पर पहुंची है, जहां पर दस्तावेजों की जांच की जा रही है। छापे के दौरान ईडी की टीम पीपीई किट पहनकर पहुंची।
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रेडराज से हम डरने वाले नहीं है
वहीं प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापे पर कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में रेडराज पैदा किया, लेकिन हम डरेंगे नहीं। फिलहाल, ED की टीम अग्रसेन के अनुपम कृषि कंपनी पर छापा मार रही है। वहीं इस मामले में सीमा शुल्क विभाग ने मुकदमा दर्ज किया है और कंपनी पर सात करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।
क्या है अग्रसेन गहलोत पर आरोप?
बता दें कि अग्रसेन गहलोत पर आरोप है कि उन्होंने 2007 से 2009 के बीच किसानों के लिए ली गई उर्वरक को प्राइवेट कंपनियों को दिया गया। उस समय केंद्र में मनमोहन सिंह की सरकार थी और अशोक गहलोत राज्य के मुख्यमंत्री थे।
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MoP को कंपनियों को बेच दिया गया
बात ये है कि म्यूरिएट ऑफ पोटाश (एमओपी) निर्यात के लिए मनाही है। एमओपी को भारतीय पोटाश लिमिटेड (आईपीएल) द्वारा आयात किया जाता है और किसानों को रियायती दरों पर वितरित किया जाता है।
साथ ही ये भी आरोप है कि 2007-2009 के बीच अग्रसेन गहलोत, (जो आईपीएल के लिए अधिकृत डीलर थे) ने रियायती दरों पर MoP खरीदा और किसानों को वितरित करने के बजाय उन्होंने इसे कुछ कंपनियों को बेच दिया। राजस्व खुफिया निदेशालय ने 2012-13 में इसका खुलासा किया था।
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बीजेपी ने लगाया ये आरोप
इसके साथ ही बीजेपी ने आरोप लगाया था कि राजस्थान के तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत के भाई की कंपनी ने कथित रूप से सब्सिडी वाले उर्वरक का निर्यात किया, जो घरेलू उपभोग के लिए था।
बीजेपी पार्टी के तरफ से कहा गया था कि अग्रसेन गहलोत की कंपनी ने देश के किसानों के लिए आयात किए जाने वाले उर्वरक, पोटाश के मूरेट का निर्यात किया था। हालांकि उस दौरान अग्रसेन ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था। अब ईडी ने एक बार फिर से मामले की फाइल खोल ली है और मामले में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है।
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