उपचुनाव: पणजी विधानसभा के लिए मतदान, दांव पर इनकी किस्मत
पर्रिकर का 17 मार्च को अग्नाशय की बीमारी के कारण निधन हो गया था। उन्होंने 1994 से लेकर करीब ढाई दशक तक इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है।
पणजी: गोवा की पणजी विधानसभा सीट के लिए रविवार सुबह मतदान शुरू हो गया। इस सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन की वजह से उपचुनाव कराने की जरूरत पड़ी है।
अधिकारियों ने बताया कि मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ।
इस विधानसभा सीट पर 22,482 मतदाता क्षेत्र के 30 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
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पर्रिकर का 17 मार्च को अग्नाशय की बीमारी के कारण निधन हो गया था। उन्होंने 1994 से लेकर करीब ढाई दशक तक इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है।
इस उप चुनाव में दे निर्दलीय समेत छह उम्मीदवार चुनाव मैदान में है।
भाजपा ने सिद्धार्थ कुनकोलिएनकर को अपना उम्मीदवार बनाया है।
जब पर्रिकर को 2014 से 2017 के बीच रक्षा मंत्री बनाया गया था तब कुनकोलिएनकर ने पणजी सीट से दो बार चुनाव जीता था।
कांग्रेस ने पूर्व मंत्री अटानासियो मोंसेरेटे को टिकट दिया है। 2017 के लोकसभा चुनाव में कुनकोलिएनकर ने मोंसेरेट को 1500 से ज्यादा वोटों से शिकस्त दी थी। मोंसेरेट ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था।
गोवा आरएसएस के पूर्व प्रमुख सुभाष वेलिंगकर गोवा सुरक्षा मंच (जीएसएम) के टिकट पर पहला चुनाव लड़ रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने वाल्मिकी नाइक पर भरोसा जताया है जो 2017 का चुनाव पणजी से हार गए थे।
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इनके अलावा दिलीप घाडी और विजय मोरे निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं।
जब मतदान शुरू हुआ तो मतदान केंद्रों के बाहर कतारें नहीं देखी गईं।
कुनकोलिएनकर और वेलिंगकर उन लोगों में शामिल रहे जिन्होंने सुबह-सुबह मतदान किया।
(भाषा)