इस बड़ी पार्टी में शामिल हो सकते हैं चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर

बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार से विवाद के बाद चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। अब प्रशांत किशोर के राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।

Update: 2020-01-29 16:53 GMT

कोलकाता: बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार से विवाद के बाद चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। अब प्रशांत किशोर के राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि प्रशांत किशोर ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। प्रशांत किशोर को जनता दल (यूनाइटेड) से बुधवार को ही बाहर किया गया है।

तो वहीं प्रशांत किशोर पर तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष नेता कुछ भी साफ तौर पर बोलने को तैयार नहीं हैं, लेकिन टीएमसी में उनके शामिल होने की संभावनाओं को सिरे से खारिज भी नहीं किया।

बता दें कि प्रशांत किशोर इन दिनों तृणमूल कांग्रेस के लिए चुनावी रणनीतिकार की भूमिका निभा रहे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तरह प्रशांत किशोर भी नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) की आलोचना करते रहे हैं।

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एक रिपोर्ट में तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी के साथ प्रशांत किशोर के बहुत अच्छे संबंध हैं। तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने पत्रकारों से कहा कि चुनावी रणनीतिकार के तौर पर प्रशांत किशोर ने पार्टी के लिए बहुत अच्छा काम किया है। अब वह तृणमूल कांग्रेस से जुड़ेंगे या नहीं, इस बारे में वह (किशोर) और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व फैसला करेंगे।

नाम न जाहिर करने की शर्त पर तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि अगर किशोर पार्टी से जुड़ना चाहें तो उनका खुले दिल से स्वागत होगा, क्योंकि उनके जैसा रणनीतिकार 2021 के विधानसभा चुनाव के पहले पार्टी से जुड़े, यह उपलब्धि होगी।

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गौरतलब है कि प्रशांत किशोर नागरिकता संशोधन कानून पर पार्टी लाइन से अलग हटकर लगातार मोदी सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे। काफी दिनों तक इस मुद्दे पर चुप्पी साधे रहने के बाद नीतीश कुमार ने स्पष्ट कर दिया कि वह ऐसे किसी व्यक्ति को पार्टी में बर्दाश्त नहीं करेंगे।

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