भतीजे की घेरेबंदी पर ममता का पलटवार, बेटे का नाम उछालकर शाह को जवाब
अमित शाह ने ममता को निशाने पर लेते हुए कहा कि ममता को राज्य के लोगों की नहीं बल्कि अपने भतीजे की चिंता सता रही है। इस पर CM ममता बनर्जी ने पलटवार करते हुए कहा कि वे लोग बुआ-भतीजा कह रहे हैं, लेकिन सवाल यह भी है कि शाह के लड़के के पास इतनी दौलत कहां से आ गई।
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही राज्य में सियासी सरगर्मियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। इस बार के चुनाव में भाजपा और टीएमसी में कड़ी टक्कर होने के कारण दोनों पार्टियों के बड़े नेताओं में एक-दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति भी शुरू हो चुकी है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कूचबिहार में परिवर्तन यात्रा की शुरुआत के बाद रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि ममता को राज्य के लोगों की नहीं बल्कि अपने भतीजे की चिंता सता रही है।
इसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीखे अंदाज में जवाब देते हुए कहा कि वे लोग बुआ-भतीजा कह रहे हैं, लेकिन सवाल यह भी है कि शाह के लड़के के पास इतनी दौलत कहां से आ गई। सियासी जानकारों का मानना है कि अपने भतीजे पर लगातार हो रहे सियासी वार के बाद ममता ने अब अमित शाह के बेटे जय शाह पर निशाना साधना शुरू कर दिया है।
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अब तीखा जवाब देने में जुट गई हैं ममता
भाजपा की ओर से की जा रही तगड़ी घेरेबंदी से परेशान ममता बनर्जी भी अब तीखा जवाब देने में जुट गई हैं। भाजपा नेताओं की ओर से लगातार उनके भतीजे को लेकर उठाए जा रहे सवालों के बाद ममता ने भी भाजपा में परिवारवाद होने का बड़ा आरोप लगाया है। दरअसल ममता का जवाब अमित शाह की ओर से ममता बनर्जी पर लगाए गए परिवारवाद के आरोप के बाद आया है।
शाह ने लगाया था यह आरोप
शाह का कहना है कि ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल की गरीब जनता की कोई फिक्र नहीं है। वे अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी को अगला मुख्यमंत्री बनाने के लिए काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीबों के जीवन में रोशनी बिखेरने की कोशिश में जुटे हुए हैं जबकि ममता बनर्जी को गरीबों की नहीं है सिर्फ अपने भतीजे की चिंता है।
उन्होंने कहा कि परिवर्तन यात्रा पर सवाल खड़ा करने वालों को यह बात समझनी चाहिए कि यह किसी मुख्यमंत्री को बदलने की परिवर्तन यात्रा नहीं है। इस यात्रा को निकालने का मकसद बंगाल की स्थिति में बदलाव करना है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य में घुसपैठ रोकने में पूरी तरह नाकाम रही हैं। यदि बंगाल के लोगों ने एक बार भाजपा की सरकार बनाई तो राज्य में गलत आदमी तो क्या परिंदा भी नहीं घुस पाएगा।
जाति व धर्म की राजनीति का आरोप
दूसरी ओर ममता बनर्जी का कहना है कि पश्चिम बंगाल में जाति की राजनीति कभी नहीं हुई मगर भाजपा ने यहां आकर इसकी भी शुरुआत कर दी है। भाजपा के लोग विभिन्न धर्मों के लोगों को बांटने का काम कर रहे हैं। उन्होंने तो बंगालियों को भी बंगालियों से लड़ा दिया है, लेकिन मुझे राज्य के लोगों पर पूरा भरोसा है और तृणमूल कांग्रेस एक बार फिर भाजपा को हराकर सत्ता में बने रहने में कामयाब होगी।
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शाह के बेटे की संपत्ति का मामला उठाया
पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी को सत्ता से बेदखल करने के लिए भाजपा ने इस बार पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा की ओर से लगातार तृणमूल कांग्रेस में की जा रही तोड़फोड़ से ममता बनर्जी भी बेचैन हैं और अब उन्होंने अपने भतीजे को लेकर की जा रही घेरेबंदी के जवाब में अमित शाह के बेटे की संपत्ति में इजाफे का मामला उछाल दिया है।
पहले भी उछल चुका है या मामला
वैसे यह पहला मौका नहीं है जब अमित शाह के बेटे जय शाह की संपत्ति में बढ़ोतरी का मामला उछला है। इससे पहले कांग्रेस ने भी इसे लेकर सवाल खड़े किए थे।
रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (आरओसी) में दाखिल दस्तावेजों के हवाले से पहले भी यह बात सामने आई थी कि अमित शाह के बेटे की संपत्ति में जबर्दस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अमित शाह के बेटे जय शाह बीसीसीआई में पदाधिकारी हैं और अब ममता ने बेटी के जरिए पिता पर हमला करना शुरू कर दिया है।
अंशुमान तिवारी
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