Sonbhadra News: हाइवे पर लगे जाम की भेंट चढ़ी मासूम की जिंदगी, मारकुंडी में लगे जाम में फंसी रह गई एंबुलेंस
Sonbhadra News: लगभग दो घंटे तक जाम में एंबुलेंस फंसी रही। इसके चलते लोढ़ी टोल प्लाजा से एक किमी पहले ही मासूम की मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने सड़क पर शव रख जमकर किया बवाल। पुलिस ने किसी तरह समझा-बुझाकर मामला शांत कराया।;
Sonbhadra News: सोनभद्र में राबटर्सगंज कोतवाली और चोपन थाना क्षेत्र की एरिया में आने वाले मारकुंडी घाटी में बुधवार की दोपहर लगे भीषण जाम ने एक मासूम की बलि ले ली। वहीं दूसरे की भी हालत गंभीर बनी हुई है। जाम के पीछे वाहनों की चेकिंग को कारण बताया जा रहा है। इससे खफा परिजनों ने लोढ़ी ढोल प्लाजा के पास शव सड़क पर रख जमकर बवाल काटा। पुलिस ने किसी तरह समझा-बुझाकर मामला शांत कराया।
जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिला निवासी सात वर्षीय चांदबाबू स्कूल से घर लौटते समय पागल सियार के हमले में घायल हो गया। सिंगरौली के जिला मुख्यालय बैढ़न स्थित चिकित्सालयों में दो दिन तक उसका उपचार चला। बुधवार की सुबह उसे जवाब दे दिया गया। इसके बाद एंबुलेंस के जरिए उसे वाराणसी ले जाया जा रहा था। जैसे ही एंबुलेंस मारकुंडी घाटी पहुंची, जाम में फंस गई। लगभग दो घंटे तक जाम में एंबुलेंस फंसी रही। इसके चलते लोढ़ी टोल प्लाजा से एक किमी पहले ही मासूम की मौत हो गई।
शव को सड़क पर रख परिजनों ने किया प्रदर्शन
इससे खफा परिवार के लोगों ने लोढ़ी टोला प्लाजा के पास एंबुलेंस से उतरकर जमकर बवाल काटा। शव को सड़क पर रख जाम लगाने की भी कोशिश की गई। हंगामे की जानकारी पाकर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया। इसके बाद उनकी सहमति के आधार पर, उन्हें घर वापस भेज दिया। मृतक के चाचा सद्दाम हुसैन ने बताया कि एंबुलेंस दो घंटे तक जाम में फंसी रही। जब उसने जाम का कारण जानने की कोशिश की तो पता चला कि किसी अधिकारी द्वारा वाहनों की चेकिंग की जा रही है।
उधर, सीओ राहुल पांडेय ने बताया कि इस बात की सूचना मिली थी कि मारकुंडी घाटी की चढ़ाई में लगे जाम में एक एंबुलेंस फंसी हुई है। जैसे ही इसकी जानकारी मिली, प्रभारी निरीक्षक राबटर्सगंज बालमुकुंद मिश्रा और वह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और जाम खुलवाया। जाम की समस्या पर कहा कि संबंधित विभाग को बार-बार सूचित किया जा रहा है। पुलिस भी कार्रवाई कर रही है। फिलहाल जाम लगने के पीछे खनन विभाग द्वारा की जा रही चेकिंग का मामला सामने आया है। इसको लेकर खनन विभाग से पत्राचार करने के साथ ही, डीएम को मामले की जानकारी भेजी गई है।
रात में छूट तो दिन में शिकंजा
एक तरफ सोनभद्र में जहां रात में बगैर नंबर वाले वाहनों से गिट्टी-बालू से बेरोकटोक कोयला, गिट्टी-बालू ढुलाई का माजरा आम हो गया है। वहीं दिन में ऐसे जगहों पर वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी जाती है जहां से भागने के चक्कर में या तो वाहनों से किसी को टक्कर लग जाती है या फिर कोई बीमार व्यक्ति जाम में फंसकर दम तोड़ देता है। बता दें कि मारकुंडी घाटी में चढ़ाई वाला रास्ता वैसे ही थोड़ा संकरा और सीधी चढ़ाई वाला है। उपर से जाम की स्थिति इसे और जानलेवा बना देती है। जबकि लोढ़ी टोला प्लाजा के आगे आसानी से वाहनों की चेकिंग की जा सकती है और इसके चलते आसानी से जाम की भीषण स्थिति से बचा भी जा सकता है।
दिलचस्प मसला यह भी है कि यह स्थिति है, जबकि डीएम के निर्देश पर जगह-जगह कैमरे तो लगाए ही गए हैं। डीएम की तरफ से, जाम की स्थिति न बने और किसी की इस जाम में फंसकर मौत न होने पाए, इसके स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। बावजूद खनन महकमे से जुड़े लोगों की तरफ से राजस्व चोरी रोकने के नाम पर अपनाया जा रहा तरीका, लोगों को सवाल उठाने के लिए विवश कर दे रहा है।