अखिलेश बोले-सरकार न करें खानापूर्ति, आपदा पीड़ित किसानों को सीधे दें मदद

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में भीषण तूफान बारिश और ओलावृष्टि में लोगों की हुई मौतों पर शोक जताते हुए कहा है कि भाजपा सरकार ने किसानों को पिछली बार हुए नुकसान का उचित मुआवजा नहीं दिया।

Update:2020-05-31 21:19 IST

मनीष श्रीवास्तव

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में भीषण तूफान बारिश और ओलावृष्टि में लोगों की हुई मौतों पर शोक जताते हुए कहा है कि भाजपा सरकार ने किसानों को पिछली बार हुए नुकसान का उचित मुआवजा नहीं दिया। किसान दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर है। अब इस नई आपदा ने किसानों की कमर पूरी तरह से तोड़ दी है। सरकार को कोई भी खानापूर्ति करने के बजाए सीधे किसानों को तत्काल मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा के शिकार किसानों को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जानी चाहिए।

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अखिलेश यादव ने मृतकों के परिवारों के प्रति जताई संवेदना

सपा अध्यक्ष ने रविवार को मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताते हुए कहा कि शनिवार रात में ही उन्नाव में आठ, कन्नौज में 7, मैनुपरी में 2, कानपुर ग्रामीण में 1, गोण्डा में 1 की मौत अतिवृष्टि और बिजली गिरने से हो गयी। तूफान से फसलों को भारी नुकसान हुआ है। इससे पहले भी किसानों को बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से भारी नुकसान हो चुका है। राज्य के किसानों की हालत पहले से ही खराब थी।

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मौसम के बदलाव ने भी अब उन्हें कहीं का नहीं छोड़ा है। किसान देश और प्रदेश की रीढ़ है। आज करोना संक्रमण के आपदा काल में किसान ही पूरे समाज की उम्मीद बनकर उभरा है। ऐसे में किसानों को जो नुकसान हो रहा है उसकी हर हालत में भरपाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि कितने किसानों को फसल बीमा का कितना भुगतान किया है और पीड़ित किसान परिवारों की कहां और कितनी मदद की है?

योगी सरकार पर कसा तंज

अखिलेश ने कहा कि आंधी-तूफान, बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से प्रदेश में अब तक दो दर्जन मौतें हो चुकी हैं। बड़ी संख्या में पशु भी मारे गए हैं। किसान तबाह है। किसानों को न खाद और न बीज उपलब्ध है। केन्द्र में भाजपा ने 6 वर्ष पूरे कर लिए हैं। पांच वर्षों में उसने जनता को सिर्फ बहकाया है। किसान की आय दुगनी नहीं हुई, नौजवानों को करोड़ों की संख्या में नौकरियां नहीं मिलीं, नोटबंदी और जीएसटी ने व्यापार और उद्योग धंधे बंद करा दिए। आर्थिक विकास दर लगातार गिरती जा रही है।

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सरकार अपनी टीम-11 के जरिये जुबानी मैच खेलती रही

इधर उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार अपनी टीम-11 के जरिये जुबानी मैच खेलती रही और श्रमिक भूखे-प्यासे अपने मासूम बच्चों के साथ घर जाने के लिए पैदल चलते रहे। महिलाओं का ट्रेन, ठेलिया या सड़क पर प्रसव हो गया। भाजपा सरकार की संवेदनशून्यता की हद है, भाजपा नेतृत्व इस सबसे विचलित होने के बजाय नये रंग-रूप के मूड में आ गई है।

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