अखिलेश का दावा: बाइस में दौड़ेगी बायसाइकिल', BJP-कांग्रेस पर लगाया ये आरोप
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि देश में विचारधाराओं का संघर्ष है। एक तरफ लोकतंत्र है तो दूसरी तरफ अपने को सर्वोपरि दिखाने की एकाधिकारी मानसिकता।
मनीष श्रीवास्त
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि देश में विचारधाराओं का संघर्ष है। एक तरफ लोकतंत्र है तो दूसरी तरफ अपने को सर्वोपरि दिखाने की एकाधिकारी मानसिकता। 9 अगस्त के क्रान्ति दिवस पर अपना डिजिटल पत्र ‘अगस्त क्रांति की समाजवादी दिशा-बाइस में बाइसिकल‘ जारी करते हुए अखिलेश ने कहा कि महात्मा गांधी, डा. राममनोहर लोहिया, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर तथा चैधरी चरण सिंह जैसे नेताओं ने जो सपने देखे थे, वे अधूरे रह गए हैं।
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भाजपा और पर लगाया ये बड़ा आरोप
कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर लोकतंत्र से खिलवाड़ किया तो भाजपा ने भी सम्पूर्णक्रांति के लक्ष्य को कमजोर किया है। भाजपा ने समाज को बांटने और नफरत फैलाने का काम किया है। देश के समक्ष आज जो गम्भीर समस्याएं हैं उनका हल पूंजीवादी व्यवस्था से नहीं, समाजवादी व्यवस्था से होगा।
समाजवादी कार्यकर्ता को पहल करनी होगी
सपा अध्यक्ष ने रविवार को कहा कि 9 अगस्त 1942 को गांधी जी के आव्हान पर अंग्रेजों भारत छोड़ों आंदोलन की शुरूआत हुई थी। 8 अगस्त 1942 को रात में भारत छोड़ों प्रस्ताव पारित हुआ था। गांधी जी ने इस मौके पर करो या मरो का मंत्र दिया। उन्होंने हर हिन्दुस्तानी से यह भी कहा था कि वह अपने को आजाद समझे। हरेक को अपना नेता बनकर अपना कार्यक्रम बनाकर युद्ध को चलाना होगा। अखिलेश ने गांधी जी के इस उद्बोधन को पार्टी के हर कार्यकर्ता, नेता, पदाधिकारी के लिए मार्गदर्शन का प्रेरक संदेश बताते हुए कहा कि वर्ष 2022 में परिवर्तन के लिए खुद से ही हर समाजवादी कार्यकर्ता को पहल करनी होगी।
वर्ष 2022 में ‘‘समाजवादी सरकार का काम जनता के नाम‘‘ का उद्घोष होगा। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से सन् 2022 के लिए अपनी तैयारियों में कोई कसर नहीं रखने और लोकतंत्र को बचाने के सघन अभियान में सभी की एकजुटता और निष्ठा के साथ अनवरत सक्रियता की अपेक्षा की है। उन्होंने कहा कि जिस तरह समाजवादियों ने अगस्त क्रांति के दौरान अग्रणी भूमिका अदा की थी उसी तरह आज भी उनकी स्वर्णिम परम्परा को आगे बढ़ाते हुए हम सभी एकजुट होकर संवैधानिक मूल्यों तथा लोकतांत्रिक मान्यताओं को बचाने की भूमिका निभाएंगे।
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18 लाख लैपटाप युवाओं को बांटे गए
सपा मुखिया ने कहा कि समाजवादी पार्टी डिजिटल परिवर्तन की पक्षधर रही है। भविष्य में इण्टरनेट और डिजिटल टेक्नालाॅजी से व्यवस्था के प्रभावित होने की वास्तविकता को समझते हुए सपा सरकार के समय 18 लाख लैपटाप युवाओं को बांटे गए थे। कृषि और अवस्थापना सुविधाओं का विस्तार किया गया था। किसानों को आर्थिक सुरक्षा दी गई थी। रोजगार के अवसर प्रदान कर नौजवानों का भविष्य संवारा गया था। महिलाओं को सम्मान मिला था। समाज के सभी वर्गो के हितों का ख्याल रखा गया था। समाजवादी पार्टी विकास को प्राथमिकता देते हुए सामाजिक समरसता तथा सामाजिक न्याय के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के शहीदों का सपना देश में किसान, मजदूर और गरीबों का राज स्थापित करना था ताकि सभी को हक और सम्मान का जीवन हासिल हो सके। इस अवसर पर स्वतंत्रता आंदोलन के बलिदानियों को नमन करते हुए उनके द्वारा स्थापित आदर्शों एवं मूल्यों को अपनाने के लिए सपा संकल्पित हैं।
रविवार को जारी डिजिटल पत्र ‘अगस्त क्रांति की समाजवादी दिशा-बाइस में बाइसिकल‘ की पीडीएफ फाइल सबसे पहले पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव व सांसद प्रो. रामगोपाल यादव तथा फिर श्रीमती जया बच्चन सांसद को भेजी।
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