एंटी करप्शन ने रंगे हाथ टेक्निकल असिस्टेंट को 12 हजार घूस लेते हुए किया देवरिया
सूबे में घूस खोरी चरम पर है और बिना रिश्वत के कोई काम नहीं हो रहा है। ताजा मामला देवरिया जनपद के राघवापुर एफसीआई गोदाम का है।जहां किसानों के लिए पूर्वांचल पोल्ट्री प्रोड्यूसर कंपनी का क्रय केंद्र था।जिसमें इन्होंने किसानों का धान खरीदा था और उसकी कुटाई के लिए मिलर के यहा भेजा जाता था।
गोरखपुर/देवरिया: सूबे में घूस खोरी चरम पर है और बिना रिश्वत के कोई काम नहीं हो रहा है। ताजा मामला देवरिया जनपद के राघवापुर एफसीआई गोदाम का है।जहां किसानों के लिए पूर्वांचल पोल्ट्री प्रोड्यूसर कंपनी का क्रय केंद्र था।जिसमें इन्होंने किसानों का धान खरीदा था और उसकी कुटाई के लिए मिलर के यहा भेजा जाता था।
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धान कुटाई के बाद पुनःचावल को एफ सीआई गोदाम में लिया जाता था। जिसको टेक्निकल असिस्टेंट द्वारा जांच कर चावल को गोदाम में रखा जाता था। लेकिन टेक्निकल असिस्टेंट द्वारा जो मिलर पैसा देता था। उसका ही चावल पास किया जाता था और जो पैसा नहीं देता था उसका चावल रिजेक्ट कर दिया जाता था। जिससे मिलरों को काफी दिकक्कतों का सामना करना पड़ता था। इस दौरान जब लगातार पैसों डिमाण्ड की जाने लगी तो थक हारकर पीड़ित वेद व्यास ने लखनऊ सीबीआई के एन्टी क्रप्शन को अपनी पीड़ा बताई। जहां आज उन्होंने टेक्नीकल असिस्टेंट नितेश पाण्डेय को 12000 हजार रुपयों के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
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इस बाबत पीड़ित वेद व्यास का कहना था हम 550 किसानों के धान को लेकर उनकी कुटाई करके इस गोदाम में भेजते है लेकिन हमें पैसो के लिये परेशान किया जाता है। इस कारण हमें यह कदम उठाना पड़ा है। वहीं इस मामले पर लखनऊ से आई टीम ने कैमरे पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।