PM Modi Lucknow: पीएम मोदी की संबोधन की बड़ी बातें, आजादी के अमृत महोत्सव पर UP को दी 75 सौगातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लखनऊ दौरे के पल पल की अपडेट के लिए बने रहे न्यूजट्रैक के साथ-
PM Modi Ka Lucknow Daura Live: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सूबे इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान लखनऊ पहुंच चुके हैं। उनके साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) व लखनऊ के सांसद व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) हैं। पीएम मोदी ने स्मार्ट सिटी मिशन के तहत 4437 करोड़ की 75 परियोजनाओं का प्रधानमंत्री ने लोकार्पण किया। जिसमें प्रधानमंत्री ने नये भारत का नया उत्तर प्रदेश बदलते भारत का बदलता परिवेश मिशन को मूर्त रूप दिया जाएगा। 75 इलेक्ट्रानिक बसों को प्रधानमंत्री ने फ्लैगऑफ किया।
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मोदी ने कहा पहले 18 प्रतिशत कचरे का निस्तारण होता था जो अब बढ़कर 70 प्रतिशत हो चुका है। स्वच्छता अभियान के नये चरण में कूड़े के पहाड़ों को खत्म करने के अभियान को भी बल मिला है। एलईडी ने शहर में रहने वाले लोगों का बिजली बिल बहुत कम हो गया है। हमें तकनीक को बढ़ावा देना होगा। देश के शहरों मे इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर टेक्नालाजी से ही चल रहे हैं। सीसीटीवी अपराधियों को सजा दिलाने में मददगार है। आज कूड़े का निस्तारण व रिसाइकलिंग टेक्नालाजी से हो रही है। सीवेज वेस्ट प्लांट की क्षमता तकनीक ही बढ़ा रही है।
गांव से शहर आने वाले श्रमिकों के उचित किराये पर घर मिले इस पर भी सरकार काम कर रही है। रेरा ऐसा ही बड़ा कदम रहा। इस कानून के बनने से अधूरे घरों का निर्माण पूरा हो रहा है। कम ब्याज दरों से मदद मिल रही हैं। माडेल टेनेनसी एक्ट राज्य़ों को भेजा गया है। यूपी ने लागू कर दिया है। इससे मकान मालिक किरायेदार विवाद खत्म हुआ, घर मिलना आसान हुआ।
भारत आज जितने पक्के घर बना रहा है वह दुनिया के तमाम देशों की आबादी से अधिक है। जो घर पहले बनते थे वह रहने लायक नहीं होते थे। छोटे घर, घटिया निर्माण ये गरीब जनता का नसीब बना दिया गया था।
2014 से पहले जो सरकार थी उसने शहरी आवास योजना में सिर्फ 13 लाख मकान नहीं मंजूर किये थे इसमें भी सिर्फ आठ लाख मकान बनाये गए थे। 2014 के बाद एक करोड़ 13 लाख मकानों की मंजूरी हमारी सरकार ने दी। 50 लाख से ज्यादा घरों को गरीबों को सौंपा जा चुका है।
मोदी ने कहा हमने घरों के निर्माण से लेकर सारी जिम्मेदारी लाभार्थियों को सौंप दी। पहले छोटे घर बनते थे हमने साइज को लेकर स्पष्ट नीति बनायी 22 स्क्वायर मीटर से कोई छोटा घर नही बनेगा। पीएम आवास योजना के तहत सरकार ने करीब एक लाख करोड़ जनता के खातों में ट्रांसफर किये।
मोदी ने किया क्या मै बताना चाहता हूं। जो मेरे परिवार जन झुग्गी झोपड़ी में जीते थे ऐसे तीन करोड़ परिवारों को इस एक ही योजना से लखपति बनने का अवसर मिल गया है। यह अपने आप में बड़ी बात है। प्रधानमंत्री योजना के तहत जो तीन करोड़ घर बने हैं आप उनकी कीमत का अंदाज लगा लीजिए।
हमारी अरबन प्लानिंग कैसे राजनीति का शिकार होती है ये जानना जरूरी है। गरीबों के घर बनाने का पैसा केंद्र सरकार दे रही थी। 2017 से पहले जो सरकार थी वह गरीबों के घर बनवाना ही नहीं चाहती थी। 2017 से पहले 18 हजार घरों की स्वीकृति दी गई लेकिन सरकार ने 18 घर भी नहीं बनाए ये चीजें सोचनी चाहिए।
उस समय जो यूपी को चला रहे थे वह इसमें लगातार अड़ंगा डाल रहे थे। योगी सरकार के आने के बाद शहरी गरीबों को नौ लाख घर बनाकर दिये गए हैं। 14 लाख घर निर्माण के अलग अलग चरणों में हैं। रसोई गैस, पानी सीवर और बिजली जैसी सुविधाएं भी मिल रही हैं।
मोदी ने दिया होम वर्क इस बार अयोध्या में दीपावली में साढ़े सात लाख दिये जलाने का कार्यक्रम है। मै चाहता हूं कि जिन नौ लाख परिवारों को घर दिये गए हैं वह दो दो दिये जलाएं, अयोध्या में साढ़े सात लाख तो लखनऊ में 18 लाख दिये जलेंगे।
मुझे इस बात की भी खुशी होती है कि देश में पीएम आवास योजना के तहत जो घर दिए जा रहे हैं, उनमें 80 प्रतिशत से ज्यादा घरों पर मालिकाना हक महिलाओं का है या फिर वो ज्वाइंट ओनर हैं
लखनऊ ने अटल जी के रूप में एक विजनरी, मां भारती के लिए समर्पित राष्ट्रनायक देश को दिया है। आज उनकी स्मृति में, बाबा साहब भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी में अटल बिहारी वाजपेयी चेयर स्थापित की जा रही है:
2014 के बाद से हमारी सरकार ने पीएम आवास योजना के तहत शहरों में 1 करोड़ 13 लाख से ज्यादा घरों के निर्माण की मंजूरी दी है। इसमें से 50 लाख से ज्यादा घर बनाकर, उन्हें गरीबों को सौंपा भी जा चुका है: PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लखनऊ के अवध क्षेत्र का इतिहास, मलिहाबाद के आम जैसी मीठी बोली, खानपान सबकुछ दिखने लगता है। यहां लगी प्रदर्शनी 75 साल की उपलब्धियों और नये संकल्पों को दर्शाती हैं। डिफेंस प्रदर्शनी दिखने पूरा प्रदेश आया था। इस बार लगी प्रदर्शनी को भी सब लोग जरूर देखें। यूपी के विकास से जुड़े 75 प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास किया गया है। यूपी के 75 जिलों के लाभार्थियों को उनके घर की चाभी भी मिली है। कुछ लोगों से बात करके बहुत संतोष मिला है। मुझे खुशी होती है कि जो घर दिये जा रहे हैं उनमें 80 फीसद से ज्यादा हक महिलाओं का है या ज्वाइंट ओनर है। यूपी में दस लाख तक के घरों की महिलाओं के नाम पर रजिस्ट्री कराने पर दो प्रतिशत की छूट दी जा रही है यह प्रशंसनीय निर्णय है। हमारे समाज में मालिकाना हक महिलाओं को नहीं मिल पाता है इसीलिए हमने सरकारी आवासों का मालिकाना हक देने का निर्णय लिया है।
लखनऊ में विजनरी अटल बिहारी वाजपेयी के सम्मान में बाबा साहेब अम्बेडकर यूनिवर्सिटी में चेयर स्थापित की जा रही है। आप देखिये कि एक तरफ ग्रामीण सड़क योजना और दूसरे तरफ चतुर्भुज योजना एक साथ दोनों तरफ दृष्टि रहती थी अटल जी की।
इसके तहत प्रधानमंत्री का उत्तर प्रदेश को प्रदूषण मुक्त बनाने का संकल्प पूरा हो रहा है। पूर्व से 40 बसें संचालित हो रही हैं। अगले चरण में 700 बसें संचालित होनी हैं। इसी क्रम में इन 75 बसों को चलाया गया है।
दस स्मार्ट सिटीज की 75 सक्सेस स्टोरी का विमोचन किया है।इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी पर पीठ का उद्घाटन किया। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में अटल जी पर अध्ययन के लिए पीठ की स्थापना की जा रही है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग इस पीठ के लिए वित्त पोषण करेगा। प्रधानमंत्री ने इसके बाद उत्तर प्रदेश के विकास पर फिल्म के प्रदर्शन का उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहरी आवास योजना के 75 हजार आवंटियों को डिजिटल माध्यम से चाभी सौंपने लिए रिमोट दबाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद शुरू हुआ लाभार्थियों से मोदी का संवाद कार्यक्रम।
मोदी ने पूछा पहले कहां रहती हैं लाभार्थी विमलेश पत्नी कुलदीप जनपद आगरा- पहले भी यहीं रहते थे अब हमारा घर पक्का हो गया है। मोदी ने कहा किस किस योजना का लाभ मिला। विमलेश ने बताया कि कई योजनाओं का लाभ मिला। विमलेश माला झोली बनाने का काम करती हैं। मंदिरों के बाहर छोटी दुकान लगाते हैं सादा कपड़ा लाकर खुद रंगते और झोली बनाते हैं। मोदी ने कहा ये मेरी कल्पना का साकार रूप है। जीवन में क्या बदलाव आया विमलेश अब रिश्तेदार बहुत आते हैं। विमलेश के तीनों बच्चे पढ़ते हैं।
कानपुर से रामजानकी कानपुर दो साल हो गए। लोकार्पण आज हो रहा है। दूध का काम करते हैं। घर घर दूध पहुंचाते हैं। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में दस हजार मिले इसे दूध के व्यापार में लगाया। डिजिटल लेन देन थोड़ा थोड़ा होता है।
बबिता ललितपुर घर पर रहती हैं, पति काम करते हैं। बच्चों को सम्हालती हैं। बकरी पालते हैं मजदूरी करते हैं। पहले यहीं रहते थे पानी चूता था, खाना नहीं बना पाते थे। सरकार से ढाई लाख मिला। अब घर मिल गया। स्वनिधि योजना का कोई लाभ नहीं मिला। मोदी ने इस योजना का लाभ लेने को कहा। और बताया कि डिजिटल लेनदेने करेंगे तो दस हजार का लोन बढ़कर बीस हजार हो जाएगा। क्या खाते हैं सवाल पर कहा आलू की सब्जी बनाते हैं, दाल बना लेते हैं।
प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश के दस स्मार्ट सिटीज के काफीटेबल बुक का लोकार्पण किया।