UP Politics: अखिलेश यादव का बड़ा ऐलान, सरकार आने पर जातीय जनगणना कराएगी समाजवादी पार्टी

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा बीजेपी सरकार में उत्तर प्रदेश में अपराध बढ़ा है। मुख्यमंत्री अपराध के मामले में झूठ बोलते हैं।

Newstrack :  Network
Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2021-09-29 14:19 GMT

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की फाइल तस्वीर (फोटो-न्यूजट्रैक)

UP Politics : जातीय जनगणना (Jatiya Janganana) कराये जाने को लेकर राजनितिक दलों की बढ़ती मांग के बीच में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि प्रदेश में सरकार बनने पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) उत्तर प्रदेश स्तर पर जातीय जनगणना (Jatiya Janganana Kya Hai) कराएगी। पिछड़ों को उनका हक और सम्मान दिलाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि कि भाजपा सरकार (BJP Sarkar) पिछड़ों की गणना नहीं कराना चाहती है, क्योंकि वह जानती है कि इससे पिछड़े अपना हक और सम्मान मांगेंगे। समाजवादी पार्टी सहित तमाम दल चाहते हैं कि पिछड़ों की गिनती हो जाए। पिछड़े और दलितों की यह सबसे बड़ी मांग है।

महिलाओं पर सबसे ज्यादा अत्याचार और अन्याय यूपी में

अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार में उत्तर प्रदेश में अपराध बढ़ा है। मुख्यमंत्री अपराध के मामले में झूठ बोलते हैं। उन्हें एनसीआरबी के आंकड़ों की जानकारी नहीं है। वे एनसीआरबी का रिकॉर्ड नहीं देखते हैं। महिलाओं पर सबसे ज्यादा अत्याचार और अन्याय यूपी में हो रहा है। मोहम्मद आज़म खान को फर्जी मुकदमें में फंसा करके जेल में रखा गया है।

सबसे ज्यादा कस्टोडियल डेथ यूपी में हुई। मानवाधिकार की सबसे ज्यादा नोटिस यूपी सरकार को मिली। मुख्यमंत्री हर सप्ताह अपने गृह क्षेत्र गोरखपुर जाते हैं। वहां अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। एक व्यापारी की पुलिस पिटाई से मौत हो गई, इसकी जिम्मेदार यह सरकार है। 40 से ज्यादा संतो की हत्या हो चुकी है।

यादव ने कहा कि कोरोना के समय भाजपा सरकार पूरी तरह से फेल रही। लोगों को दवा, ऑक्सीजन और बेड के लिए भटकना पड़ा। यह सरकार इंतजाम नहीं कर पायी। लोगों को खुद ऑक्सीजन और दवा का इंतजाम करना पड़ा। सरकार श्मशान घाट में लाशों के जलाने का भी इंतजाम नहीं कर पाई। बड़ी संख्या में लाशें गंगा नदी में तैरती देखी गई।


प्रदेश पूरी तरह से अराजकता के दौर में था। यूपी की जनता ने यह सब देखा है। सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह से असफल रही। प्रदेश में आज न जनता की सुनवाई है और न विधायकों और सांसदों की। जनता भाजपा सरकार से नाराज है । यह नाराज़गी हर क्षेत्र में है।

अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को तबाह कर दिया है। महंगाई और बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। लोगों के पास नौकरी और रोजगार नहीं है। पूरे प्रदेश का गरीब, किसान नौजवान, भाजपा सरकार के खिलाफ है।

भाजपा सरकार ने इन्वेस्टमेंट के नाम पर झूठा प्रचार

भाजपा मंत्रियों, सांसदों, विधायकों को अपमानित होना पड़ रहा है। भाजपा सरकार सरकारी संस्थानों को बेचने के साथ ही पिछड़ों और दलितों का आरक्षण भी बेंच दे रही है। अगर सब कुछ निजी हाथों में चला जाएगा तो आरक्षण कौन देगा।

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने अपने संकल्प पत्र में किए गए वादों को पूरा नहीं किया। किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई। किसानों की आय पहले से कम हो गई है। लैपटॉप नहीं बांटा। बिजली महंगी कर दी। डीजल, पेट्रोल, खाद, बीज, महंगा हो गया। भाजपा झूठा प्रचार कर रही है। उसने कोई काम नहीं किया है। यही प्रचार ही उनका विकास है।

यादव ने कहा कि सरकार ने बजट में गड्ढा मुक्त के लिए बहुत पैसे लिए । लेकिन सड़कें आज भी गड्ढों से भरी हुई है। मेट्रो जितनी सपा सरकार में बनी थी, आज भी लखनऊ में उतनी ही चल रही है। गंगा की सफाई के नाम पर हजारों करोड़ खर्च हुआ ।.लेकिन मां गंगा आज भी साफ नहीं हुई। वैक्सीन सर्टिफिकेट पर राष्ट्रीय ध्वज को क्यों नहीं लगाया जाता है?

यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने इन्वेस्टमेंट के नाम पर झूठा प्रचार किया। जो एमओयू साइन हुए उसे इन्वेस्टमेंट मान लिया। इन्वेस्टमेंट और विकास के नाम पर झूठे विज्ञापन छपवाए गए। विज्ञापन में अमेरिका की कंपनी और पश्चिम बंगाल का ब्रिज दिखाया गया।

सरकार का इससे बड़ा झूठ और क्या हो सकता है। किसान 3 कृषि विरोधी कानूनों के खिलाफ हैं। किसान जानता है इन कानूनों से उसकी खेती छिन जाएगी, उसका भविष्य खत्म हो जाएगा। किसान विधानसभा चुनाव में भाजपा को सबक सिखाएगा।

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