कोरोना वायरस पर विशेषज्ञों ने की चर्चा, जानलेवा महामारी पर कही ये बात
शिक्षा व्यवस्था पर पड़ रहे प्रभावों के निराकरण के लिए ई-कंटेंट, ऑनलाइन क्लासेज के माध्यम से शैक्षिक गतिविधियों को जारी रखने के लिए निर्देश दिये।
अयोध्या: डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के बायोकमेस्ट्री विभाग द्वारा ”लुकिंग एट लाइफ डिफरेन्टली ए फॉलआउट कोविड-19 पेडिंमिक” विषय पर तीन दिवसीय अन्तराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन आज किया गया। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 रविशंकर सिंह ने कहा कि कोविड-19 में मनुष्य को जीवन शैली में बदलाव लाने के लिए विवश कर दिया है। इस महामारी से बचाव के लिए दृष्टिकोण में परिवर्तन और तकनीकों के प्रयोग में प्राथमिकता देनी होगी।
कोरोना वायरस पर अभी व्यापक अध्ययन की आवश्यकता
वेबिनार के मुख्य अतिथि प्रख्यात वैज्ञानिक व मनोचिकित्सक निदेशक सीएसआईआर सीमैप के प्रो0 प्रमोद कुमार त्रिवेदी ने बताया कि इस महामारी से निपटने के लिए सीएसआईआर अपनी प्रयोगशालाओं में नवीतम किट तैयार करने की दिशा में प्रयत्नशील है। सीएसआईआर कोविड-19 के प्राथमिक संरचना से जुड़े बिंदुओं पर शोध कर रही है। हेमवती नंदन बहुगुणा चिकित्सा विश्वविद्यालय उतराखंड के कुलपति प्रो0 हेमचन्द्र ने बताया कि सभी चिकित्सालय अपने स्तर पर कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए तकनीकी सुविधाओं की बढोत्तरी में प्रयत्नशील है।
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इस महामारी से निपटने के लिए व्यापक रणनीत और वायरस के पैटर्न को समझने की आवश्यकता है। लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो0 यूएन द्विवेदी ने बताया कि कोरोना वायरस पर अभी व्यापक अध्ययन की आवश्यकता है। वायरस से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियां अपनाने की जरूरत है। वेबिनार को विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो0 चयन कुमार ने भी संबोधित किया।
कुलपति ने दी नए सत्र और प्रवेश प्रक्रिया के बारे में जानकारी
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 रविशंकर सिंह ने कौटिल्य प्रशासनिक भवन से विश्वविद्यालय के अधिकारियों, संकायाध्यक्षों, विभागाध्यक्षों, समन्वयकों एवं शिक्षकों के साथ ऑनलाइन संवाद किया। इस अवसर कुलपति प्रो0 सिंह ने विश्वविद्यालय में नये सत्र से प्रवेश प्रक्रिया, परीक्षा, विभागों में कक्षाओं का संचालन, शोध गतिविधियों जैसे प्रमुख विन्दुओं पर संबंधित संकायाध्यक्षों विभागाध्यक्षों एवं समन्वयकों से विन्दुवार चर्चा की। कुलपति ने कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत शिक्षण कार्य संचालन के लिए विस्तृत रूप से विचार विमर्श किया।
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शिक्षा व्यवस्था पर पड़ रहे प्रभावों के निराकरण के लिए ई-कंटेंट, ऑनलाइन क्लासेज के माध्यम से शैक्षिक गतिविधियों को जारी रखने के लिए निर्देश दिये। विश्वविद्यालय प्रशासन शासन के आदेश के अनुरूप उसका पालन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। कुलपति ने नये सत्र में प्रवेश सम्बन्धित प्रगति के लिए पंजीकृत छात्रों की संख्या विभागवार प्रस्तुत करने को कहा और कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए प्रवेश की पंजीयन तिथि 20 अगस्त, तक विस्तारित करने का आदेश प्रदान किया। प्रो0 सिंह ने विश्वविद्यालय को गुणवत्तापरक शोध के लिए शिक्षकों को प्रेरित किया।
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परीक्षा के सम्बन्ध में कुलसचिव उमानाथ ने बताया कि विश्वविद्यालय परीक्षाओं के संदर्भ में शासन के द्वारा जारी निर्देशों का अनुपालन करते हुए तैयारी चल रही है। शीघ्र ही कुलपति के निर्देश के अनुपालन में निर्णय लिया जायेगा। इस अवसर पर कुलसचिव उमानाथ, उपकुलसचिव विनय कुमार सिंह, प्रो0 एसएन शुक्ल, मुख्य नियंता , प्रो0 आर के तिवारी, प्रो0 एनके तिवारी, प्रो0 जसवंत सिंह, प्रो0 एसएस मिश्र, प्रो0 चयन मिश्र, प्रो0 राजीव गौड़, प्रो0 के के वर्मा, प्रो0 फारूख जमाल, प्रो0 नीलम पाठक, प्रो0 अशोक शुक्ल, डॉ नीता सिंह, डॉ अशोक राय, प्रो0 सिद्धार्थ शुक्ल, डॉ विनोद चैधरी, प्रो0 शैलेन्द्र कुमार, डॉ अनिल यादव सहित बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित रहें।
रिपोर्ट- नाथ बख्श सिंह