Sonbhadra News: टिकट घोषित होने से पहले वायरल पत्र ने बढ़ाई भाजपा की टेंशन, पदाधिकारियों ने पत्र को बताया फर्जी
Sonbhadra News: चोपन में उम्मीदवारी को लेकर भाजपा में अंदर खाने सामने आई कथित अंतर्विरोध की स्थिति और इसको लेकर वायरल हो रहे एक कथित पत्र ने हड़कंप की स्थिति पैदा कर दी है।
Sonbhadra News: एक तरफ सोनभद्र में नगर निकाय चुनाव को लेकर चल रहे नामांकन को लेकर जहां उल्टी गिनती शुरू हो गई है। वहीं, नामांकन में भी महज एक दिन शेष रह गए हैं। ऐसे समय में चोपन में उम्मीदवारी को लेकर भाजपा में अंदर खाने सामने आई कथित अंतर्विरोध की स्थिति और इसको लेकर वायरल हो रहे एक कथित पत्र ने हड़कंप की स्थिति पैदा कर दी है। हालांकि वायरल पत्र को भाजपा के पदाधिकारियों द्वारा फर्जी होने का दावा किया जा रहा है, लेकिन जिस तरह से चोपन की उम्मीदवारी भाजपा के सहयोगी गठबंधन के खाते में जाने की चर्चाएं बनी हुई है, उसी तरह वायरल पत्र को लेकर भी तरह-तरह की बात सुनने को मिल रही है।
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बताते चलें कि सोनभद्र में एक नगरपालिका और नौ नगर पंचायतों में अध्यक्ष और सभासद पद के लिए चुनाव के लिए प्रक्रिया अपनाई जा रही है। दूसरे चरण के तहत जिले में होने वाले चुनाव के लिए 17 अप्रैल से ही नामांकन दाखिल कराए जा रहे हैं। 24 अप्रैल नामांकन की आखिरी तिथि है। ऐसे में जहां 23 अप्रैल यानी रविवार की शाम तक भाजपा की तरफ से उम्मीदवारी न घोषित किए जाने को लेकर सस्पेंस की स्थिति बनी हुई है। वहीं रविवार को दोपहर बाद चोपन नगर पंचायत को लेकर वायरल हुए पत्र ने, भाजपा खेमे में हड़कंप की स्थिति पैदा करने के साथ ही टिकट की दावेदारी कर रहे लोगों की धड़कने बढ़ा कर रख दी हैं।
वायरल पत्र में टिकट दावेदारों के भी हस्ताक्षर को लेकर तेजी से हो रही चर्चाएं
दिलचस्प मसला यह है कि वायरल पत्र पर जिन भाजपा पदाधिकारियों व नेताओं के हस्ताक्षर दिखाए जा रहे हैं, उनमें दो-तीन नाम ऐसे हैं, जिनको टिकट की दौड़ में भी शामिल बताया जा रहा है। ऐसे समय में वायरल पत्र ने जहां भाजपा में अंदरखाने हड़कंप की स्थिति बनाकर रख दी है। वहीं चट्टी-चौराहों पर सियासी बतकही में जुटे लोग भी कथित वायरल पत्र का अपने-अपने तरीके से निहितार्थ निकालने में लगे हुए हैं।
पत्र में इन बातों का किया गया है उल्लेख
भाजपा के काशी प्रांत अध्यक्ष को संबोधित दिख रहे वायरल पत्र में चोपन नगर पंचायत की उम्मीदवारी, भाजपा के सहयोगी दल के खाते में जाने की संभावना जताई गई है। इसका आधार जिला नेतृत्व से प्राप्त सूचना को बताया गया है। साथ ही सहयोगी दल की तरफ से पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष की पत्नी जो स्वयं भी नगर पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं उनका नाम फाइनल होने की संभावना जताई गई है। पत्र में उम्मीदवारी को लेकर कई तरह का सवाल उठाते हुए क्षेत्रीय अध्यक्ष से हस्तक्षेप का अनुरोध किया गया है।
रविवार को जैसे ही यह पत्र वायरल हुआ हड़कंप मच गया। इसको लेकर पत्र पर दिख रहे हस्ताक्षर और नाम के क्रम में निकाय चुनाव संयोजक सत्येंद्र आर्य, जिलाध्यक्ष युवा मोर्चा विशाल पांडेय, जिला कार्यकारिणी सदस्य प्रदीप अग्रवाल सहित अन्य से फोन पर जानकारी चाही गई तो पहले तो ऐसे किसी पत्र के बारे में अनभिज्ञता जताई गई। वायरल पत्र में उल्लेखित कथन और किए गए हस्ताक्षर की जानकारी देने पर कहा गया कि पत्र फर्जी है। वहीं भाजपा जिला महामंत्री रामसुंदर निषाद और भाजपा के चोपन मंडल अध्यक्ष सुनील सिंह ने पत्र और लेटर पैड दोनों को फर्जी बताया।
सुनील सिंह ने वाट्सअप मैसेज के जरिए कथित पत्र के साथ ही, जिला महामंत्री रामसुंदर निषाद का अलग से एक लेटर पैड भेजते हुए, पत्र और लेटर पैड दोनों को फर्जी होने की बातें दोहराई। हालांकि पार्टी की तरफ से इस मसले पर अधिकृत खंडन न आने, हस्ताक्षर, संबंधित पदाधिकारियों व नेताओं द्वारा किए जाने वाले हस्ताक्षर जैसा दिखने को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं बनी रहीं।