Bulandshahr News: करोड़ों का बेलर सब्सिडी घोटाला, पूर्व उप कृषि निदेशक और 4 कृषि यंत्र विक्रेता पर FIR

Bulandshahr News: कृषि विभाग और किसानों को झांसा दे कागजों में किसानों के नाम पर यंत्रों की आपूर्ति दर्शाकर सब्सिडी घोटाले करने वालों में हड़कंप मचा है।

Report :  Sandeep Tayal
Update:2024-11-16 11:32 IST

करोड़ों का बेलर सब्सिडी घोटाला   (photo: social media )

Bulandshahr News: सरकार भले ही भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस पॉलिसी पर काम करने की बात कर रही हो, मगर देश में भ्रष्टाचार के मामले रुक नहीं रहे। भ्रष्टाचार का आलम ये हो रहा है कि "तू भी खा, मैं भी खाऊं और चुप रहे"। ताजा मामला यूपी के बुलंदशहर में प्रकाश में आया है, जहां पूर्व उप कृषि निदेशक विकास कुमार ( वर्तमान में फतेहपुर के उप कृषि निदेशक है) और बुलंदशहर के 4 कृषि यंत्र विक्रेताओं पर धारा 409, 420, 467, 468, 471, के तहत कोतवाली नगर में FIR दर्ज हुई है। जिसके बाद से कृषि विभाग और किसानों को झांसा दे कागजों में किसानों के नाम पर यंत्रों की आपूर्ति दर्शाकर सब्सिडी घोटाले करने वालों में हड़कंप मचा है।

भारत सरकार द्वारा पात्र किसानों को कृषि यंत्रों की खरीद पर 20 से 50 प्रतिशत तक (अलग अलग यंत) सब्सिडी सुलभ कराई जाती है, जिससे आर्थिक रूप कमजोर किसानों की सरकार द्वारा मदद हो सके, ये सब कृषि विभाग के माध्यम से होता है। लेकिन यूपी के बुलंदशहर में ऐसा कृषि यंत्र सब्सिडी घोटाला प्रकाश में आया है । जिसमें 3 साल तक संघर्ष करने के बाद सब्सिडी घोटालेबाजों को चिन्हित कर FIR की जा सकी है। हालांकि भाकियू किसान शक्ति के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री पंडित गजेंद्र शर्मा की माने तो कृषि यंत्र सब्सिडी घोटाला यूपी के कई जनपदों में हुआ है, जिसके खुलासे में लगे है और विभागीय कार्रवाई और जांच जारी है।

जानिए कैसे हुआ सब्सिडी घोटाला

यूपी के बुलंदशहर में वर्ष 2020 - 21 और 21- 22 में कृषि उप निदेशक के अनुमोदन के बाद 259 किसानों को सब्सिडी पर बेलर विक्रय दर्शाया गया। शिकायत के बाद जब मामले की पड़ताल हुई और किसानों के यहां भौतिक सत्यापन हुआ तो महज 59 यंत्रों का ही सत्यापन हो सका। यानी 150 बेलर की सप्लाई महज कागजों में कर करोड़ों का सब्सिडी घोटाला कर डाला। भाकियू किसान शक्ति के राष्ट्रीय महामंत्री पंडित गजेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी कृषि यंत्र विक्रेताओं ने अनपढ़ किसानों को झांसे में लेकर उनके दस्तावेज एकत्र किए। बैंक और विभागीय औपचारिकताएं पूर्ण कराकर बेलर विक्रय दर्शाया जैसे ही उनके बैंक खातों में सब्सिडी आई उसे PDC/ NEFT के माध्यम अपने खातों में ट्रांसफर करा लिए। 150 किसानों को ये भी पता नहीं कि उन्होंने बेलर कब क्रय किया, हालांकि दर्ज FIR में किसानों से भी रिकवरी करने की बात कही गई है, किसान नेता गजेंद्र सिंह ने बताया कि पूर्व जांच में बेलर सब्सिडी राशि कृषि यंत्र विक्रेताओं और उनके परिचितों के खाते में ट्रांसफर कराने का खुलासा हो चुका है, इसीलिए किसानों से नहीं बल्कि घोटालेबाजों से रिकवरी होगी।

डीएम के आदेश पर हुई घोटालेबाजों के खिलाफ ये FIR

शासन, मंडल, लोकायुक्त से लेकर जिला स्तरीय जांच के बाद डीएम चंद्र प्रकाश सिंह के निर्देश पर बुलंदशहर के उप कृषि निदेशक ने कोतवाली नगर बुलंदशहर में FIR दर्ज कराई गई है। जिसमें कहा गया है कि बुलन्दशहर पत्रांक- 1781 / बेलर जाँच/पत्रा0/2024- 25/दिनांक 11.10.2024 सादर अवगत कराना है कि शानादेश संख्या- 241/1686067(1)/12-2099/11/2023/दिनांक 08. 02.2023, शासनादेश सं0-400/12-02-2023/01/2023-टी०सी०/दिनांक-27.02.2023 तथा कृषि निदेशक, उ0प्र0 के पत्रांक-अभि0/909/बु० श०पत्रा0/2024-25 दिनांक 09.10.2024 एवं पत्रांक अभि0-16(4)/1082/ बु०श०पत्रा0/2024-25/लखनऊ / दिनांक 06.11.2024 एवं जिलाधिकारी महोदय, बुलन्दशहर के दिनांक 08.11.2024 के अनुमोदन उपरान्त कर्मचारियों एवं यंत्र विक्रेताओं के विरुद्ध कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है। प्रकरण कृषि विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 में कृषकों को अनुदान पर कुल 209 कृषि यंत्र बेलर वितरित किये गये थे। जिसमें विभागीय कर्मचारियो के द्वारा कृषकों के यहाँ पर स्थलीय भौतिक सत्यापन किया गया है तत्पश्चात सत्यापन प्रक्रिया में सत्यापन अधिकारी द्वारा आवश्यक अभिलेख एवं कृषक द्वारा उपलब्ध कराये गये यंत्र क्रय बिल का मिलान करने के उपरान्त सत्यापन रिर्पोट सहित कार्यालय को अनुदान की कार्यवाही हेतु प्रेषित किये गये।

तत्पश्चात सत्यापन सम्बन्धी समस्त औपचारिकताएं पूर्ण होने पर अनुदान कृषकों के खाते में भेजा गया। लेकिन 209 बेलरों के अनुदान वितरण में अनियमितता के सम्बन्ध में शिकायत मिलने पर विभागीय जांच की गई। जिसमें सत्यापनकर्ता कर्मचारी / अधिकारी एवं यंत्र विक्रेताओ के विरुद्ध कार्यवाही यथा एफ0आई0आर0 एवं कृषकों से अनुदान की पूर्ण धनराशि की वसूली रिकवरी के निर्देश इस प्रकार प्राप्त हुए हैं- कृषि निदेशक, उ0प्र0 पत्रांक अभि0-16 (4)/1082 / बु०श० पत्रा० / 2024-25/लखनऊ/ दिनांक 06.11.2024 के द्वारा कृषि यंत्र बेलर के भौतिक सत्यापन में कृषि विभाग के अधिकारी/कर्मचारी दूरभिसन्धि कर धनराशि के अपव्यय में सहयोगी रहे सत्यापन अधिकारी ( लायक सिंह, (सेवा निवृत्त) सहायक विकास अधिकारी कृषि एवं विकास कुमार प्राविधिक सहायक ग्रुप-सी) के विरुद्ध यथानुसार नियुक्ति अधिकारी से पूर्वानुमति प्राप्त कर एफ०आई०आर० दर्ज कराई जाये। लायक सिह. (सेवा निवृत) वरिष्ठ प्राविधिक सहायक राप-बी कार्यालय उप कृषि निदेशक, बुलन्दशहर के विरुद्ध अनुशासनिक कार्यवाही सी०एस०आर० के अनुच्छेद-351-ए के अन्तर्गत स्वीकृति प्रदान किये जाने हेतु शासन को पत्र प्रेषित किया गया है। शासन से प्राप्त निर्देशानुसार कार्यवाही की जायेगी।

इन कृषि यंत्र विक्रेताओ ने किया पर सब्सिडी घोटाला, हुई FIR

जिन कृषकों के पास कृषि यंत्र बेलर मौके पर नहीं पाये गये, ऐसे कृषकों को कृषि यंत्र बेलर विक्रय करने वाले सम्बन्धित विक्रेताओं के विरुद्ध एफ0आई0आर0 करायी जाये। उपरोक्त प्रकरण में श्री विकास कुमार प्राविधिक सहायक ग्रुप-सी (वर्तमान में कार्यालय उप कृषि निदेशक, जनपद फतेहपुर के पद पर कार्यरत हैं। विकास कुमार के द्वारा वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 में सहयोगी सत्यापनकर्ता के रूप में 112 कृषि यंत्र बेलर का सत्यापन किया गया था। जिसमें से जच में मौके पर 33 यंत्र पाये गये एवं 79 यंत्र मौके पर कृषकों के यहाँ नहीं पाये गये। इसी प्रकार से कृषि यंत्र विक्रेता मै० एम०जी० एग्रीकल्चर प्रोडक्ट्स डिबाई रोड सबलपुर जनपद बुलन्दशहर के द्वारा वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 में कुल 55 यंत्रों की सप्लाई की गयी थी जबकि मौके पर मात्र 19 कृषि यंत्र बेलर पाये गये हैं। गुप्ता एग्रीकल्चरल इम्पलीमेन्टस रेलवे रोड डिबाई, जनपद बुलन्दशहर के ‌द्वारा वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 में कुल 54 यंत्र सप्लाई किये गये थे जबकि मौके पर मात्र 14 यंत्र ही पाये गये। कैलाश ज्ञान मोटर्स रेलवे रोड डिबाई, जनपद बुलन्दशहर के द्वारा वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 में कुल 37 यंत्रों की सप्लाई की गयी थी जबकि मौके पर मात्र 07 कृषि यंत्र बेलर पाये गये हैं। डी0एल0एसोसिएट्स निकट नई तहसील, जी०टी०रोड खुर्जा जनपद बुलन्दशहर के द्वारा वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 में कुल 59 यंत्रों की सप्लाई की

गयी थी जबकि मौके पर मात्र 14 कृषि यंत्र बेलर पाये गये हैं। इस प्रकार से जनपद में कुल 209 बेलरों की जच की गई जिसमें मात्र 58 यंत्र मौके पर पाये गये हैं।

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