Bulandshahr News: भ्रष्टाचार के खिलाफ भाकियू महाशक्ति का हल्ला बोल प्रदर्शन
Bulandshahr News: भारतीय किसान यूनियन महाशक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में सैकड़ो किसानों ने उप कृषि निदेशक के कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया।
Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर में कृषि विभाग के कुछ कर्मचारियों पर सरकारी योजनाओं में कमीशन खोरी करने का आरोप लगाते हुए भारतीय किसान यूनियन महाशक्ति ने हल्ला बोल प्रदर्शन किया। उप कृषि निदेशक पर शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में कोताही बरतने के आरोप लगाए हैं। भाकियू महाशक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर धर्मेंद्र सिंह ने बुलंदशहर के सीडीओ को ज्ञापन देकर सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में भ्रष्टाचार को खत्म करने की मांग की गई।
भारतीय किसान यूनियन महाशक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में सैकड़ो किसानों ने उप कृषि निदेशक के कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। ठाकुर धर्मेंद्र सिंह का कहना है कि कृषि विभाग में कृषि यंत्रों का पूर्व में घोटाला सामने आ चुका है, वर्तमान में भी कृषि उपकरणों के पात्र किसानों को दिलाने के नाम पर शासन द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी के नाम पर कमीशन खोरी के रूप में किसानों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है। किसानों से कर्मचारी द्वारा पैसे मांगने का ऑडियो होने का उन्होंने दावा किया।
ठाकुर धर्मेंद्र सिंह का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मिलेट्स को प्रमुखता दी गई है। मोटे अनाज के प्रचार प्रसार के लिए शासन द्वारा जारी बजट के उपयोग में अनियमितताएं बरते जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि बजट का पूरा पैसा मोटे अनाज के प्रचार प्रचार पर व्यय नहीं किया जा रहा। प्रदर्शनकारी किसानों और भाकियू महाशक्ति के कार्यकर्ताओ ने जिला कृषि अधिकारी को धरनास्थल पर अपने साथ काफी देर तक बिठाए रखा, जिसके बाद मौके पर पहुंचे जिला मुख्य विकास अधिकारी कुलदीप मीणा को मांगों के समर्थन में ज्ञापन दिया। सीडीओ ने कार्यवाही का आश्वासन देते हुए धरना समाप्त कराया। हालांकि उप कृषि निदेशक डॉ.रघुराज सिंह ने आरोपों को नकारते हुए दावा किया कि शासकीय योजनाओं से पात्रों को लाभान्वित कराया जा रहा है। प्रदर्शन के दौरान अनेक किसान व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
बुलंदशहर के कृषि उपनिदेशक डॉ रघुराज सिंह ने बताया कि शासकीय योजनाओं का क्रियान्वयन ऑनलाइन कराया जा रहा है, कुछ किसानों द्वारा कृषि यंत्र आवेदन के पश्चात खरीदा गया जिसे निरस्त कर दिया गया । फिर भी यदि कृषि यंत्र खरीद में सब्सिडी में किसी प्रकार के शिकायत मिलती है तो उसकी जांच कर कर कार्रवाई की जाएगी।