Bulandshahr News: भू माफिया की करतूत... NH 334 किनारे खेत का कूड़ा डाल किया भराव, NHAI ने भेजा नोटिस, हड़कंप
Bulandshahr News: NHAI के एक अधिकारी ने बताया कि एनएचएआई किनारे प्राधिकरण की भूमि का भराव करना गैर कानूनी है। गुलावठी का मामला संज्ञान में आने के बाद NHAI द्वारा मौके का निरीक्षण किया गया।
Bulandshahr News: जमीनों की बढ़ती कीमतों के चलते यूपी के बुलंदशहर में एनएच-334 किनारे भू माफिया और कॉलोनाइजर्स ने पैर पसारने शुरू कर दिए है। NHAI की निष्क्रियता कहे या साठ गांठ भू माफिया NHAI की भूमि में सड़क किनारे कूड़े से भराव करा रहे है। हालांकि NHAI ने संबंधित किसान को नोटिस जारी कर 3 दिन में कूड़ा न हटाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। अब किसान परेशान है क्योंकि भू स्वामित्व किसान के पास है और भूमि का सौदा भू माफिया को कर खेत की जमीन का भराव करा उसे डेवलप करने में जुटा है।
NHAI की निष्क्रियता या सांठ गांठ!
न्यू नोएडा के विकसित करने की योजना के बाद अब भू माफिया और कॉलोनाइजर्स ने बुलंदशहर की तरफ अपने पैर पसारने शुरू कर दिए है। एनएच 334 पर मेरठ बुलंदशहर मार्ग पर दर्जनों कॉलोनाइजर्स ने एनएच 334 किनारे की भूमि का भराव अनाधिकृत तरीके से करा डाला है। ताजा मामला गुलावठी के गांव मिट्ठेपुर का है, जहां एक व्यक्ति द्वारा एनएच 334 के किनारे भारी मात्रा में कूड़ा डालकर भराव कर डाला। बड़ा सवाल ये है कि एनएच किनारे हवा चलने पर कूड़ा उड़ने से हादसा होने की संभावना को नकारा नहीं का सकता। यही नहीं बड़ा सवाल ये भी है कि कॉलोनाइजर्स द्वारा NHAI किनारे की भूमि का भराव NHAI के क्षेत्रीय अधिकारियों को दिखता नहीं है या फिर जानकर भी अनजान बने रहते है। हालांकि कॉलोनाइजर दावा करते है कि उनकी पहुंच ऊपर तक है।
NHAI ने जारी किया नोटिस, होगी कार्रवाई
NHAI के एक अधिकारी ने बताया कि एनएचएआई किनारे प्राधिकरण की भूमि का भराव करना गैर कानूनी है। गुलावठी का मामला संज्ञान में आने के बाद NHAI द्वारा मौके का निरीक्षण किया गया। ग्राम मिट्ठेपुर पर भराव पाया गया, जिसके बाद भू स्वामी फकरुद्दीन पुत्र यामीन को नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में 3 दिन में NHAI किनारे किए गए कूड़े के भराव को न हटाने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
कॉलोनाइजर्स का खेल: मुनाफा माफिया का, कार्रवाई किसान पर
दरअसल, कॉलोनाइजर्स और भू माफिया खेत का सौदा किसान से कर उसमे प्लाटिंग शुरू कर देते है और फिर बायर्स को बैनामा सीधे किसान से कराते है। ऐसे में मोटा मुनाफा तो माफिया ले जाते हैं, लेकिन कोई कानूनी कार्रवाई होती है तो प्रशासन भू स्वामी के विरुद्ध करता है, ऐसे में बेचारे किसानों को कार्रवाई का शिकार होना पड़ जाता है। कूड़ा डालने के मामले में भी माफिया को नहीं बल्कि किसान को ही NHAI ने नोटिस जारी किया है।