Bulandshahr News: सोते ग्रामीणों पर आदमखोर का अटैक, दो महिलाओं सहित तीन घायल, वन विभाग बेसुध

Bulandshahr News: बता दें कि वन विभाग में महाव में आदमखोर की दस्तक की न तो इलाके के वन रक्षकों को ही पता लग सकी और न ही वन दरोगा की।

Report :  Sandeep Tayal
Update:2024-10-19 11:32 IST

घायल लोग (Pic: Newstrack)

Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर जनपद के गांव महाव में अज्ञात आदमखोर जानवर ने सो रहे तीन ग्रामीणों पर हमला कर घायल कर दिया। आदमखोर जानवर के हमले में दो बुजुर्ग महिलाओ सहित तीन ग्रामीण घायल हो गए। जिन्हें स्याना के CHC में भर्ती कराया गया। आदमखोर जानवर की दस्तक से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। हालांकि बुलंदशहर की जिला वन अधिकारी विनीता सिंह ने फोन पर बताया कि क्षेत्र में लेपर्ड नहीं है। हमलावर आदमखोर का पता लगाने को क्षेत्रीय रेंजर और वन विभाग की टीम को मौके पर भेजा गया है। शीघ्र आदमखोर को पकड़ने की कार्रवाई शुरू की जाएगी।

ग्रामीणों पर आदमखोर का अटैक, वन विभाग बेसुध

बहराइच में आदमखोर के आतंक के बाद अब बुलंदशहर में भी आदमखोर का ग्रामीणों में भय व्याप्त हो गया है। ताजा मामला बुलंदशहर मे स्याना वन रेंज क्षेत्र के गांव महाव का है। जहां बीती रात 2 घरों में घुसकर आदमखोर जानवर ने सो रहे ग्रामीणों पर अटैक कर दिया। आदमखोर खंगाले में रेखा पत्नी मनिंदर सिंह, मनिंदर सिंह पुत्र धन्ना सिंह व बुजुर्ग महिला रामवती पत्नी राजवीर सिंह पर हमला कर घायल कर दिया। मुनेन्द्र राणा ने बताया कि आदमखोर जानवर ने 2 बार उन पर हमला किया जिससे वो लहूलुहान हो गए। यही नहीं आदमखोर ने बुजुर्ग महिला रामवती के चेहरे पर हमला कर घायल किया।

वन रक्षक और दरोगा की लापरवाही

बता दें कि वन विभाग में महाव में आदमखोर की दस्तक की न तो इलाके के वन रक्षकों को ही पता लग सकी और न ही वन दरोगा की। वन शीटर में सदैव सक्रिय रहने का दावा करने वाले वन कर्मियों की ये लापरवाही ग्रामीणों पर हुए आदमखोर के अटैक का सबब बन गई। यही वन विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी और कर्मचारी सक्रिय रहते तो इलाके में आदमखोर के आते ही जन सुरक्षित सक्रियता से कार्य करते।

घायलों को स्याना के CHC में भर्ती कराया

आदमखोर के हमले को देख पीड़ितों ने शोर मचाया तो रात को गांव में जाग हो गई। दहशतजदा ग्रामीण आदमखोर जानवर की तलाश में जुट गए। कुछ ग्रामीणों ने हमले की सूचना 112 नंबर पर दी। जिसके बाद घायलों को स्याना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को छुट्टी दे दी गई।

आदमखोर का पता लगाने में जुटा वन विभाग

जिला वन अधिकारी विनीता सिंह ने बताया कि श्रेत्र में लेपर्ड नहीं है। हालांकि ग्रामीणों पर हमला करने वाले आदमखोर जानवर का पता लगाने को वन विभाग की टीम को मौके पर भेजा गया है। वन विभाग की टीम जंगलों में जानवरों के पद चिन्हों की तलाश भी कर रही है। डीएफओ ने बताया कि शीघ्र ही आदमखोर जानवर को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जाएगा।

Tags:    

Similar News