फिलहाल काशी-मथुरा पर ना पाले भ्रम, 2023 में पूरा होगा राम मंदिर निर्माण
50-50 फिट पर मालवा भरा है और सरयू का जल प्रवाह यहां तक था जैसा कि इसरो का सर्वे बताता है। अतः इसरो के सर्वे और अन्य बातों को मिलाकर एक ड्राइंग नींव की बनेगी।
वाराणसी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय वाराणसी प्रवास पर हैं। शुक्रवार को इंग्लिशिया लाइन स्थित विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यालय में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने राम मंदिर निर्माण को लेकर बड़ी घोषणा की है। उन्होंने बताया कि मकर संक्रांति तक मंदिर की नींव की ड्राइंग आ जाएगी। इसके बाद कार्य शुरू हो जाएगा। इसके अलावा उन्होंने भारत की जनता से अपील की है कि राम मंदिर निर्माण के लिये कोई भी सोना चांदी या अन्य धातु दान में ना देकर केवल 10 रुपया ही दे, पर धातु नहीं चाहिए।
भारत के बड़े बड़े वैज्ञानिकों की ली गयी सलाह
इस दौरान उन्होंने कहा कि मंदिर की नींव मज़बूत और दीर्घायु हो, इसके लिए भारत के बड़े प्रोफ़ेसर और वैज्ञानिक काम कर रहे हैं। आईआईटी दिल्ली, आईआईटी गुवहाटी, आईआईटी चेन्नई, आईआईटी मुंबई, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी सूरत, सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट रुड़की, टाटा और लार्सन टब्रो के इंजीनियर्स सामूहिक विचार विमर्श में लगे हैं।
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जमीन के नीचे 200 मीटर तक का अध्ययन कर रहे वैज्ञानिक
नेशनल जिओ टेक्नोलॉजिकल रिसर्च इन्टीट्यूट हैदराबाद की टीम ज़मीन की गहराई तक अध्ययन कर रही है। 200 फिट नीचे तक भूकंप के झटके, सरयू नदी की आंतरिक जलधारा का अध्ययन किया जा रहा है और ऐसा लगता है की बहुत शीघ्र, शायद मकर संक्रांति तक सब परिस्थितियों के आधार पर एक मज़बूत दीर्घायु नीव की ड्राइंग सामने आएगी और काम प्रारम्भ हो जाएगा।
अनेक बार तोड़ा गया मंदिर, अब सामने आ रहा प्रमाण
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय ने आगे बताया कि वहां की परिस्थितियां ऐसी निकली की वहां 70 मीटर तक ज़मीन के अंदर बालू है। हम कहा करते थे कि ये मंदिर अनेक बार तोड़ा गया। उसका प्रमाण अब आ रहा है कि 50-50 फिट पर मालवा भरा है और सरयू का जल प्रवाह यहां तक था जैसा कि इसरो का सर्वे बताता है। अतः इसरो के सर्वे और अन्य बातों को मिलाकर एक ड्राइंग नींव की बनेगी।
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अनेक बार तोड़ा गया मंदिर, अब सामने आ रहा प्रमाण
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय ने आगे बताया कि वहां की परिस्थितियां ऐसी निकली की वहां 70 मीटर तक ज़मीन के अंदर बालू है। हम कहा करते थे कि ये मंदिर अनेक बार तोड़ा गया। उसका प्रमाण अब आ रहा है कि 50-50 फिट पर मालवा भरा है और सरयू का जल प्रवाह यहां तक था जैसा कि इसरो का सर्वे बताता है। अतः इसरो के सर्वे और अन्य बातों को मिलाकर एक ड्राइंग नींव की बनेगी।
बाबर को पूर्वज न समझने वाले मुस्लिम दे रहे चंदा
मुस्लिम सप्रदाय से मंदिर निर्माण के लिए धन दिए जाने पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय ने कहा कि जो लोग ये समझते हैं कि भगवान् राम उनके पूर्वज थे और बाबर से उनका कोई सम्बन्ध नहीं था, ऐसे मुस्लिम धन दे रहे हैं। मेरी जानकारी में ऐसे 5 लोग धन दे चुके हैं।
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भारत सरकार से लेंगे तांबा
इसके अलावा उनसे जब पूछा गया कि ताम्बे को दान स्वरूप दिया जा सकता है, तो उन्होंने कहा कि नहीं ताम्बा भी नहीं चाहिए। हम भारत सरकार से ताम्बा लेंगे क्योंकि हम एक क्वालिटी और डायमेंशन का ताम्बा चाहिए ताकि क्वालिटी में कोई दिक्कत न हो।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया है 11 लाख रुपया
इसके अलावा उन्होंने कहा कि सरकार से हम लोगों को एक रुपया नहीं चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 11 लाख अपने अकाउंट से दिया है और राष्ट्रपति ने भी देने को कहा है। प्रधानमंत्री से भी लेंगे।
रिपोर्टर आशुतोष सिंंह