आतंकियों का बचना होगा नामुमकिन, अब योगी सरकार ने जारी किया ऐसा फरमान
इस दौरान उन्होंने ज़िलाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि 1990 से लेकर 2018 के बीच आतंकी घटनाओं में लिप्त रहने वाले या फिर परोक्ष-अपरोक्ष रूप से आतंकी घटनाओं से जुड़े रहने वाले व्यक्तियों का सोशल मीडिया का यदि प्रयोग कर रहे है तो उनको चेक करें, अगर वे जेल से बाहर हैं तो उन्हें तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेजें।
लखनऊ, धनंजय सिंह : प्रदेश की योगी सरकार ने राम मंदिर के आने वाले फैसले को देखते हुए देश व प्रदेश में 1990 से लेकर 2018 के बीच आतंकी घटनाओं में लिप्त व्यक्तियों को चिन्हित कर तत्काल जेल भजने का निर्देश दिया है।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार हिन्दू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वर्गीय कमलेश तिवारी के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को एक्शन में नजर आये।
इस दौरान उन्होंने ज़िलाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि 1990 से लेकर 2018 के बीच आतंकी घटनाओं में लिप्त रहने वाले या फिर परोक्ष-अपरोक्ष रूप से आतंकी घटनाओं से जुड़े रहने वाले व्यक्तियों का सोशल मीडिया का यदि प्रयोग कर रहे है तो उनको चेक करें, अगर वे जेल से बाहर हैं तो उन्हें तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेजें।
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सभी अधिकारियो को दिया निर्देश...
इसके साथ ही उन्होंने सभी अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि राम मंदिर पर जल्द फैसला आने वाला है। इस मुद्दे पर कोर्ट का जो भी फैसला आए, उसे लेकर कोई भी सार्वजनिक रूप से प्रतिक्रिया नहीं होनी चाहिए। भड़कीले बयान किसी भी स्तर पर नहीं होने चाहिए। इसके लिए सोशल मीडिया पर भी निगरानी रखनी होगी।
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के लिए अगले 02 महीने अत्यन्त संवेदनशील है। इस दौरान सभी जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक अपने-अपने जनपदों में सभी प्रकार की सावधानियां बरतें।
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धर्मगुरुओं से करें संवाद स्थापित...
धर्मगुरुओं से संवाद स्थापित करें और उकसाने वाली आवांछनीय तत्वों से सख्ती से निपटें, उन्होंने प्रमुख व्यक्तियों की सुरक्षा की समीक्षा हर स्तर पर करने के भी निर्देश दिये। इस साथ ही यूपी से सटे नेपाल बॉर्डर तथा अन्य राज्यों की सीमाओं पर पूरी सतर्कता बरतने तथा सोशल मीडिया पर प्रभावी निगरानी के भी निर्देश दिए हैं।
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उल्लेखनीय है कि 25 से 29 अक्टूबर, 2019 तक अयोध्या में आयोजित होने वाले दीपोत्सव (26 अक्टूबर, 2019) तथा धनतेरस, छोटी व बड़ी दीपावली, गोवर्धन, भैय्या दूज के अलावा, छठ पूजा (02 व 03 नवम्बर, 2019), चौदहकोसी व पंचकोसी एवं कार्तिक पूर्णिमा (12 नवम्बर, 2019) आदि त्योहार मनाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इन सभी त्योहारों का आयोजन शान्ति और उल्लासपूर्ण वातावरण में सफलतापूर्वक सुनिश्चित करना चाहती है। उन्होंने कहा कि पर्व और त्योहार केवल आयोजन नहीं, बल्कि यह अपनी क्षमता आंकने के अवसर भी हैं।
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उन्होंने कहा कि सभी जनपदों के जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व पुलिस अधीक्षक सभी आवश्यक सावधानियां बरतें। जिला प्रशासन जनता के साथ सकारात्मक रवैया अपनाए, ताकि सभी पर्व हर्षोल्लास के वातावरण में मनाए जा सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि धनतेरस पर बाजारों में काफी भीड़ होगी, इस देखते हुए सभी बाजारों में फुट पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाए। सीसीटीवी कैमरों को भी स्थापित किया जाए और बड़े व्यापारिक स्थलों पर पुलिसकर्मी तैनात किए जाएं, ताकि लूटपाट की घटनाएं रोकी जा सकें।
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उसके साथ ही उन्होंने सभी जनपदों के संवेदनशील स्थानों को चिन्हित करने और आवश्यक कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। बताते चलें कि मुख्यमंत्री रविवार को हिन्दू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वर्गीय कमलेश तिवारी के परिजनो से मिलने के बाद प्रदेश के डीजीपी, मुख्यसचिव और अपर मुख्य सचिव गृह के साथ बैठक की।