पुलिस उपनिरीक्षक दीक्षान्त परेड: CM योगी ने का बढ़ाया हौसला, कही ये बड़ी बात
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राज्य में कानून का राज स्थापित कर अपराधमुक्त, अन्यायमुक्त एवं भयमुक्त वातावरण सृजित करने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश में कानून व्यवस्था सुदृढ़ कर जनमानस में सुरक्षा की भावना पैदा करना और अपराधियों के अन्दर कानून का भय व्याप्त करना प्रदेष षासन की प्रमुख नीति है।
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज मुरादाबाद स्थित डाॅ0 भीमराव आम्बेडकर उत्तर प्रदेश पुलिस अकादमी में पुलिस उपनिरीक्षक सीधी भर्ती-2018 के आधारभूत कोर्स के दीक्षान्त परेड समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। उन्होंने इस अवसर पर परेड की सलामी भी ली।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राज्य में कानून का राज स्थापित कर अपराधमुक्त, अन्यायमुक्त एवं भयमुक्त वातावरण सृजित करने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश में कानून व्यवस्था सुदृढ़ कर जनमानस में सुरक्षा की भावना पैदा करना और अपराधियों के अन्दर कानून का भय व्याप्त करना प्रदेश शासन की प्रमुख नीति है। इससे लोगों मेें सुरक्षा की भावना का व्यापक संचार हुआ है।
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शारीरिक रूप से सुदृढ़ बनाना
वर्ष 2018 बैच के सभी 299 नवप्रशिक्षित उपनिरीक्षको को शुभकामना देते हुए कहा कि प्रशिक्षण के दौरान आपराधिक विधियों सहित पुलिस आचरण के सिद्धान्त, पुलिस के कर्तव्यों के प्रति संवेदनशीलता, अपराध नियंत्रण एवं अपराधों के त्वरित अनावरण आदि विषयों पर सैद्धान्तिक एवं व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाता है। इन्हें शारीरिक रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए व्यायाम, खेलकूद, तैराकी, घुड़सवारी आदि का प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर इंडोर पुरस्कार विजेताओं विनीत पंवार, अमित कुमार सिंह, अवनीष षुक्ल, अतुल कुमार तिवारी, सुनील कुमार मिश्र, मनोज कुमार यादव, संजीव कुमार, सुमित त्रिपाठी, सैफ अहमद अंसारी, योगेश बाबू, अवधेश तथा आउटडोर पुरस्कार विजेताओं दीपक मिश्र, सुरजीत यादव, सौरभ सिंह, अविनाश कुमार मिश्र, शशिकान्त यादव, शमी अशरफ शेख, अंकित यादव, दिलीप कुमार, कुलवन्त यादव, जितेन्द्र कुमार, अतुल वर्मा एवं राजेन्द्र सिंह को पुरस्कार प्रदान किया।
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ओवर आल इंडोर में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले श्री सुनील कुमार मिश्र तथा ओवर आल आउटडोर में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले संदीप यादव सहित सर्वांग सर्वोत्तम हरिजीत सिंह को भी मुख्यमंत्री जी द्वारा पुरस्कृत किया गया। दीक्षान्त परेड का नेृतत्व करने वाले प्रथम परेड कमाण्डर श्री गौरव चैधरी, द्वितीय परेड कमाण्डर श्री आदित्य गौतम तथा तृतीय परेड कमाण्डर श्री अंकित सिंह को भी मुख्यमंत्री द्वारा पुरस्कृत किया गया।
मुख्यमंत्री ने दोषी व्यक्तियों को दण्ड दिलाने एवं पीड़ित व्यक्तियों को न्याय दिलाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आप देश के सबसे बडे़ पुलिस बल में एक जिम्मेदार पद पर नियुक्त हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस बल में आपकी एक महत्वपूर्ण भूमिका है। आपसे अपने कार्य में जबावदेही, पारदर्शिता, जनसेवा के प्रति संवेदनशीलता , सत्यनिष्ठा एवं कठोर परिश्रम अपेक्षित है।
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उपनिरीक्षको को इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस आपराधिक न्याय प्रणाली का एक महत्वपूर्ण अंग है। पुलिस का दायित्व अपराधों का त्वरित अनावरण करके दोषी व्यक्ति को दण्ड दिलाना एवं पीड़ित व्यक्ति को न्याय दिलाना होना चाहिए। उन्होेंने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता अपराधमुक्त समाज की स्थापना है।
उपनिरीक्षको को इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। सुशासन की नींव, कानून व्यवस्था की मजबूती, अपराधों की रोकथाम तथा अपराधियों को दण्ड दिलाने से मजबूत होती है। यह कार्य तभी संभव है, जब प्रदेष में एक दक्ष व्यावसायिक संवेदनषील तथा उत्तरदायी पुलिसिंग व्यवस्था सुनिष्चित हो।
पुलिस महानिदेशक ओ0पी0 सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था पर जीरो टाॅलरेन्स की नीति अपनायी है। कानून व्यवस्था का नियमित अनुश्रवण करके प्रभावी व्यवस्था सुनिष्चित की गयी है। इससे अपराधों पर नियत्रंण हुआ है और प्रदेश में विकास का माहौल बना है। सभी प्रमुख त्यौहार, मेले आदि सकुषलता पूर्वक संपन्न हुए हैं। इससे पुलिस की छवि उज्जवल हुई है।
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उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहली बार हर जिले में एंटी रोमियो स्क्वाड का गठन किया गया। बेहतर पुलिसिंग, फुट पेट्रोलिंग तथा साइबर पेट्रोलिंग द्वारा बेहतर कानून व्यवस्था का वातावरण निर्मित किया गया। सरकार द्वारा संदिग्ध चरित्र वाले पुलिस अधिकारियों एवं कर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देकर एक सकारात्मक संदेश दिया गया है।