लॉकडाउन के चलते दुकानों पर मची लूट, आटा 40 तो दाल 150 रुपये किलो
लॉकडाउन का साइड इफ़ेक्ट देखने को मिलने लगा है। दुकानों पर खाद्य सामग्रियों की आवक घटने लगी है। लिहाजा अब दुकानों पर लूट मच गई है...
वाराणसी: लॉकडाउन का साइड इफ़ेक्ट देखने को मिलने लगा है। दुकानों पर खाद्य सामग्रियों की आवक घटने लगी है। लिहाजा अब दुकानों पर लूट मच गई है। 22 रुपये प्रति किलो बिकने वाला आटा 40 रुपये के पार पहुंच चुका है। इसी तरह दाल 120 से 150 रुपये प्रति किलो बिक रही है। ऐसे हालात में गरीबों पर महंगाई की सबसे अधिक मार पड़ रही है। जिला प्रशासन लागातार ये दावा कर रहा है कि बाजार में आटा या अन्य किसी तरह के खाद्यान्न की कमी नहीं है।
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जिला प्रशासन तक पहुंच रही है शिकायतें-
लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद से खाद्य सामग्रियों की आवक घट गई। दुकानों से खाद्य सामग्री और मेडिकल स्टोर्स पर दवाएं खत्म हो गई। इस हालात में घरों में कैद लोग खाद्य सामग्री और दवा के लिए भटकते रहे। सामान का स्टॉक खत्म होने के कारण थोक और फुटकर व्यापारी सामानों के कीमत में कुछ ज्यादा ही मुनाफा कर दिया। आलम यह हो गया कि पूरे दिन खाद्य सामग्री अधिक दर पर बेचने की शिकायत जिला प्रशासन और पुलिस के पास पहुंचती रही। बाजार से गायब हो रहे आटे को लेकर जिलाधिकारी ने विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि जल्द ही फ्लोर मिल से बाजार में आटा मिलने लगेगा।
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दुकानों पर खत्म हो रहा है स्टॉक
सामनेघाट, रामनगर, डाफी, चितईपुर, भिखारीपुर, सुंदरपुर, भेलूपुर, सोनारपुरा, अस्सी, सुसुवाही, नरिया, लंका, बजरडीहा सहित पूरे इलाके में दुकानों पर अधिक दर पर सामानों की बिक्री करने की शिकायत मिलती रही। दुकान संचालक आटा 45 रुपये, आलू, 40 रुपये, चावल 50 रुपये सरसो, तेल 180 रुपये प्रति केजी बेचे। वहीं दूसरी तरफ दवा की दुकानों पर दवा का स्टॉक खत्म होने के कारण ज्यादातर दुकानें बंद हो गई। वहीं कुछ दुकानदार नियत रेट से दोगुना दर पर ग्राहकों को बेच रहे थे।
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