आर्थिकतंगी और बेटी का गम: युवक ने पत्नी और बेटे साथ उठा लिया खौफनाक कदम

एक व्यक्ति पुत्री के गम, आर्थिकतंगी की वजह से मानसिक तनाव को नहीं झेल पाया और परेशान व्यक्ति ने अपनी पत्नी, खुद और बेटा को जहर खिला दिया, जिससे तीनों की मौत हो गई।

Update: 2020-05-22 17:59 GMT

झाँसी: कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन में आर्थिकतंगी और बेरोजगारी से परेशान होकर अब लोग आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं। ऐसा ही एक मामला झाँसी स्थित चिरगांव थाना क्षेत्र के पहलापुरा मोहल्ले में प्रकाश में आया है। इसी मोहल्ले में रहने वाला एक व्यक्ति पुत्री के गम, आर्थिक तंगी की वजह से मानसिक तनाव को नहीं झेल पाया और परेशान व्यक्ति ने अपनी पत्नी, खुद और बेटा को जहर खिला दिया, जिससे तीनों की मौत हो गई।

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इस घटना से वहां सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही पुलिस के अफसर मौके पर पहुंचे। मौके पर मिले सुसाइड नोट को पुलिस ने कब्जे में ले लिया। घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद तीनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

मामला थाना चिरगांव के पहलापुरा के मोहल्ले का है। यहां पर अरविन्द कुमार पांडेय अपनी पत्नी रेखा पांडेय और बेटा छोटू के साथ रहता था। जबकि उसका बड़ा भाई संजय कुमार पांडेय उसके सामने ही बने मकान में अपने परिवार के साथ रहता हैं। लॉकडाउन के चलते अरविन्द कुमार पांडेय आर्थिक तंगी से परेशान रहता था।

शुक्रवार की तड़के अरविन्द का बेटा छोटू तड़पते हुए कमरे से बाहर निकला और दादा को आवाज दी। आवाज सुनते ही दादा और दादी जागे और उन्होंने छोटू को अपने हाथ में ले लिया। तत्काल उसे उपचार के लिए मेडिकल कालेज भेजा। यहां उसकी मौत हो गई। इसके बाद घर के सदस्य कमरे में गए तो अरविन्द और रेखा मृत अवस्था में पड़े थे। दोनों ने पहले जहर खाया था। इसके बाद बेटा को जहर खिलाया था। मौके पर एक सुसाइड नोट भी मिला है। इस घटनाक्रम की जानकारी लगते ही वहां भीड़ इकट्ठा हो गई।

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सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक देहात राहुल मिठास, सीओ मोंठ और चिरगांव थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद सुसाइड नोट को कब्जे में ले लिया। साथ ही मृतक के माता-पिता व परिजनों से पूछताछ की।

तीन माह से सदमे में था परिवार

पहलापुरा निवासी अरविंद पांडेय का पेट्रोल पंप बॉयोडीजल पंप था। इंटरमीडिएट की परीक्षा देने से पहले अरविंद की बेटी नैन्सी पांडेय की 20 फरवरी को अचानक तबीयत खराब होने के बाद मौत हो गई थी। बेटी की मौत के बाद से ही अरविंद व उनकी पत्नी रेखा अवसाद में चले गए थे। करीब तीन माह बीत जाने के बाद भी परिवार सदमे से नहीं उबर पा रहा था।

सुसाइड नोट में किया खुदकुशी का जिक्र

मौके से सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें अपनी मर्जी से खुदकुशी का जिक्र किया गया है। आत्महत्या का कारण बेटी की मौत लिखा गया है। उसमें लिखा है कि तीनों की अस्थियां ओरछा में विसर्जित कर दी जाए। साथ ही कन्या भोजन भी कराया जाए। एसपी राहुल मिठास ने बताया कि पुलिस ने सुसाइड नोट को भी कब्जे में ले लिया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

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रमाशंकर पांडे की तीन संतान हैं

चिरगांव थाना क्षेत्र के पहलापुरा निवासी रमाशंकर पांडे की तीन संतान एक बेटी व दो बेटे हैं। सबसे छोटा बेटा अरविंद पांडेय (40 वर्ष) की शादी झाँसी निवासी रेखा से 20 साल पहले हुई थी। वह अपने भाई संजय से अलग पत्नी रेखा (38 वर्ष) व बेटे छोटू के साथ रहता था। उसे किसान सेवा केंद्र के तहत पेट्रोल व डीजल बेचने का लाइसेंस ले रखा था।

रिपोर्ट: बी.के. कुशवाहा

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