Gorakhpur News: गुरु पूर्णिमा उत्सव में शामिल हुए CM योगी, बोले- कृतज्ञता ही सनातन धर्म की पहचान
Gorakhpur News:सीएम योगी आदित्यनाथ सोमवार को गोरखनाथ मंदिर में गुरु पूर्णिमा उत्सव में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित किया और कहा कि कर्ता के प्रति कृतज्ञता ही सनातन धर्म की पहचान है।
Gorakhpur News: सीएम योगी आदित्यनाथ सोमवार को गोरखनाथ मंदिर में गुरु पूर्णिमा उत्सव में शामिल हुए। यहां उन्होंने अपने गुरुओं की पूजा-अर्चना की और गौशाला में गाय-बछड़ों को गुड़-चना खिलाया। इसके बाद उन्होंने महंत दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में लोगों संबोधित किया।
इस दौरान सीएम योगी ने वेदव्यास जी के साथ गुरु गोरक्षनाथ, आदि शंकराचार्य, संत रामानंद, स्वामी निम्बाचार्य, गोस्वामी तुलसीदास आदि का स्मरण करते हुए कहा कि हमारे संतों, महर्षियों ने गुरु की भूमिका निभाते हुए अलग अलग कालखंड में समाज को विकृतियों से बचाकर समूची मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया। भारत के संतों की यह परंपरा हमें सतमार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है।
कृतज्ञता ही सनातन धर्म की पहचान
सीएम योगी ने इस दौरान सनातन गुरु की पांच श्रेणियां बताई। जिसमें ऋषि परंपरा के गुरु, माता-पिता, बड़े भाई, शिक्षा गुरु और दीक्षा गुरु श्रेणी शामिल है। सीएम योगी ने कहा ये सभी किसी न किसी रूप में हमारा मार्गदर्शन करते हैं। इसलिए हमें सदैव इनके प्रति सम्मान और कृतज्ञता का भाव रखना चाहिए। क्योंकि कर्ता के प्रति कृतज्ञता ही सनातन धर्म की पहचान है।
शाहजहां ने की सनातन की प्रशंसा
सीएम योगी ने कहा कि बादशाह शाहजहां को जब उसके पुत्र ने कैद कर लिया। तब उसने कहा था, सबसे अच्छे तो सनातनी हैं, जो जीते जी माता-पिता की सेवा तो करते ही हैं, मृत्यु के बाद भी कृतज्ञता का भाव प्रकट करते हैं।
नेतृत्व से भारत ने लगाई लंबी छलांग
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने लंबी छलांग लगाई है। आज भारत ने ब्रिटेन को पछाड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की उपलब्धि भी हासिल कर ली। भारत दुनिया के 20 बड़े देशों के समूह जी-20 की अगुवाई भी कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति बीज को वृक्ष के रूप में विकसित करने और उसे फलने फूलने योग्य बनाती है।
धरती-गोमाता के प्रति कर्तव्यों का एहसास
सीएम योगी ने इस दौरान प्रकृति, धरती व गोमाता के प्रति कर्तव्यों का भी एहसास कराया। साथ ही उन्होंने खेतीबाड़ी के क्षेत्र में रिसर्च, सहफसली खेती और जैविक खेती को बढ़ावा देने की बात कही। सीएम योगी ने आयुष के प्रसार, पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण का भी संदेश दिया।
मानवता के कल्याण को समर्पित है नाथपंथ
सीएम योगी ने नाथपंथ को लेकर कहा कि यह पंथ हमेशा से मानवता के कल्याण को समर्पित है। नाथपंथ के सभी मनीषी मानवता के कल्याण के क्रम को आगे बढ़ाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि गोरखनाथ मंदिर को यह स्वरूप देने के साथ ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।