Hardoi News: सीएम के हाथों हरदोई की इस शिक्षिका को मिला सम्मान, अपने पैसे से बदल दी थी स्कूल की सूरत
Hardoi News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के लोकभवन में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में जिले की शिक्षिका मंजू वर्मा को मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया।
Hardoi News: शिक्षा के प्रति ग्रामीण अभिभावकों और बच्चों का रुझान बढ़ाने वाली शिक्षिका को शिक्षक दिवस पर मुख्यमंत्री के हाथों लोकभवन में सम्मानित किया गया। इस सम्मान से जिलेवासियों का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है। मंगलवार को राजधानी के लोकभवन में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में जिले की शिक्षिका मंजू वर्मा को मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया।
विद्यालय में बनाई नक्षत्रशाला व प्रयोगशाला
मंजू वर्मा को यह पुरस्कार ग्रामीण क्षेत्रों में अभिभावकों व बच्चों की रुचि सरकारी स्कूलों के प्रति बढ़ाने के लिए दिया गया है। बताते चलें मंजू वर्मा जिले के विकासखंड सुरसा स्थित बरहा उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका हैं। इन्होंने विद्यालय के सुधार के लिए सरकारी सहायता का मुंह न देखकर स्वयं के पैसे से तमाम कार्य विद्यालय में कराए। विद्यालय में बनाई गई नक्षत्रशाला व प्रयोगशाला को देख दो दिन पूर्व ही जिला अधिकारी ने प्रत्येक उच्च प्राथमिक विद्यालय में प्रयोगशाला बनवाने के निर्देश दिए हैं। मंजू वर्मा के उत्कृष्ट कार्य के लिए शिक्षक दिवस पर उन्हें राज्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्हें पुरस्कार मिलने से सुरसा विकासखंड के ही नहीं बल्कि जिले के सभी शिक्षक शिक्षिकाएं गौरवान्वित हैं।
अच्छा शिक्षक सदैव रहता है स्मरण में
हरदोई में कई ऐसे शिक्षक हैं, जो अपनी शिक्षा के साथ विद्यालय और वहां पढ़ने आने वाले बच्चों के लिए समर्पित रहते हैं। ऐसे ही हरदोई स्थानातंरण होकर पहुंचे शिवेंद्र बघेल भी हैं, जिन्हें लोग वायरल गुरु के नाम से भी जानते हैं। शिवेंद्र भी बच्चां को अच्छी से अच्छी शिक्षा देने के साथ बच्चों के संसाधनों पर सरकार का मुंह ना देखते हुए उनकी ज़रूरतों को अपने पास से पूरा कर देते हैं। हरदोई में कई प्राथमिक विद्यालय लोगों का मन मोह लेते है।
कुछ माह पूर्व एक प्राथमिक विद्यालय का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था, जिसने स्कूल को प्रथदृष्ट्या देखने पर ट्रेन का कोई डिब्बा प्रतीत होता था। प्राथमिक विद्यालय से जब किसी शिक्षक का स्थानातंरण होता है, तो बच्चां के साथ अभिभावकों को भी युगों-युगों तक उसका स्मरण रहता हैं। शिक्षक ही हमारे बच्चे की नींव को मज़बूत बनाने का कार्य करता हैं।