दिल पर पत्थर रखकर पत्नी के कफन को सिलता रहा पति, तमाशबीन बनी रही पुलिस
मृतका के पति को सांत्वना देनी चाहिए थी मगर खाकी का खौफ उस पर इस तरह भारी था कि उसे कफन सिलने को मजबूर होना पड़ा और वह अपने आंसुओं को रोक कर कफन सिलता हुआ नजर आया।
औरैया: कहते हैं कि जब जानवरों के यहां भी कोई मर जाता है तो वह भी आस पास बैठकर शोक संवेदना व्यक्त करने लगते हैं। मगर यहां तो इंसानों की बात हो रही है जहां पर एक पति ने अपनी अर्धांगिनी को खो दिया मगर खाकी वर्दी धारियों को इसका कोई मलाल होता नहीं दिखाई दिया और उन्होंने मृतका के पति से ही उसकी पत्नी के शव को सील बंद कराना मुनासिब समझा।
ये भी पढ़ें: गुजरात से यूपी पहुंचे श्रमिक, मजदूरों का दर्द सुनकर आखों में आ जाएगा आंसू
उत्तर प्रदेश के जनपद औरैया की कोतवाली अजीतमल में एक ऐसा ही मामला देखने को मिला। जिसमें मृतका के पति को सांत्वना देनी चाहिए थी मगर खाकी का खौफ उस पर इस तरह भारी था कि उसे कफन सिलने को मजबूर होना पड़ा और वह अपने आंसुओं को रोक कर कफन सिलता हुआ नजर आया।
जनपद औरैया की कोतवाली अजीतमल में आज एक महिला की मौत के बाद पुलिस का अमानवीय चेहरा उस समय सामने आया जब औरैया पुलिस ने मृतक महिला के पति से उसकी लाश को कपड़ो में सिलवाया फिर जाकर पंचनामा भरा। हालांकि यह कार्य पुलिस का था लेकिन पुलिस के इस अमानवीय चेहरे को देखकर गांव वाले दंग रह गए।
ये भी पढ़ें: लॉकडाउन में इस यूनिवर्सिटी में ख़ास कार्यक्रम, 80 स्टूडेंट्स समेत कई प्रोफेसर शामिल
पुलिस के भय ने रोके मृतका के पति के आंसू
पति अपनी पत्नी के मौत के बाद इतना दुःखी था कि पुलिस के डर से अपने दिल पर पत्थर रख कर उसका कफ़न सिल तो रहा था लेकिन यह कार्य करने के लिए उसका दिल गवारा नही कर रहा था। मौके पर पहुँचे सीओ कमलेश नारायण पांडेय ने बताया कि जगजीवनपुर के निवासी युवक की पत्नी काफी अर्से से बीमारी थी। जिसकी गुरुवार को अस्पताल ले जाते समय मौत हो गयी।
इस परिवार की वापसी अपने गाँव एक दिन पहले दिल्ली से हुई थी। जिसकी आज बीमारी के कारण मौत हो गयी। ग्रामीणों द्वारा इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल की और शव को पीएम के लिए भेजने की बात कही गई। इस पर मृतका के परिजनों ने पोस्टमार्टम कराए जाने की बात स्वीकार कर ली। मगर उन्हें क्या पता था कि अपने समाज में ऐसा भी होता है।
जब पुलिस के इस अमानवीय कृत्य की बात सीओ अजीतमल से पूँछी गयी तो वह जबाब गोल मोल देते नजर आये। फिलहाल पुलिस का यह अमानवीय कृत्य गांव में चर्चा का विषय बना हुआ है।
रिपोर्ट: प्रवेश चतुर्वेदी
ये भी पढ़ें: 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का BJP नेताओं ने किया स्वागत, कहा ये होगा फायदा