Meerut News: पश्चिमी यूपी को अलग राज्य बनाने का मुद्दा फिर उठा, गरमा सकती है सियायत

Meerut News: पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की मांग को उत्तराखंड बार्डर के काली मंदिर से शुरु हुई पदयात्रा ने इसे फिर से हवा दे दी है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की पहले भी मांग उठती रही है।

Update:2023-07-31 16:37 IST
पश्चिमी यूपी को अलग राज्य बनाने का मुद्दा फिर उठा: Photo- Newstrack

Meerut News: पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की मांग को उत्तराखंड बार्डर के काली मंदिर से शुरु हुई पदयात्रा ने इसे फिर से हवा दे दी है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की पहले भी मांग उठती रही है। पूर्व मंत्री स्वामी ओमेवश ने गंगा प्रदेश बनाने की मांग को लेकर सात साल तक आंदोलन चलाया था। दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन भी किया था। रालोद मुखिया चौधरी अजित सिंह भी हरित प्रदेश बनाने की मांग करते रहे हैं।

यूपी की आबादी 16 छोटे प्रदेशों की आबादी के बराबर

करीब दो साल पहले बिजनौर से बसपा सांसद मलूक नागर भी संसद में पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने का मुद्दा उठा चुके हैं। वैसे, बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी एक बार पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की वकालत की थी। लेकिन, इसके बाद उन्होंने भी इस मुद्दे को फिर नहीं उठाया। उत्तराखंड बार्डर के काली मंदिर से शुरु हुई पदयात्रा के संयोजक राजीव उज्ज्वल के अनुसार उनकी यह पदयात्रा पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश को कवर करेगी। वें कहते हैं- ‘प्रदेश की आबादी 25 करोड़ है। यह छोटे 16 प्रदेशों की आबादी के बराबर है। पश्चिमांचल की सांस्कृतिक व भाषा की भिन्नता अलग होने के कारण हमारी कोई पहचान नहीं बन पाई है। अत्यधिक बड़ा प्रदेश होने के कारण हमेशा कानून व्यवस्था की समस्या रहती है।’

सभी आयोग, मुख्यालय, मंत्रालय लखनऊ होने से आमजन को परेशानी

राजीव उज्जवल का यह भी आरोप है कि पश्चिमांचल हमेशा सभी सरकारों की उपेक्षा का शिकार रहा है। पश्चिमांचल के एक छोर से राजधानी 500 किलोमीटर और हाईकोर्ट 850 किलोमीटर दूर है। न्याय तक पहुंच न होने के कारण दुनिया का सबसे महंगा न्याय इस क्षेत्र के लोगों को मिलता है। सरकार के सभी आयोग, मुख्यालय, मंत्रालय लखनऊ या इलाहाबाद होने के कारण आमजन को अत्यधिक परेशानी होती है। उत्तर प्रदेश का कुल 72 प्रतिशत राजस्व यहां से मिलता है। जबकि खर्च होता है 18 से 20 प्रतिशत।

स्वामी ओमवेश ने 1989 में इस मुद्दे को उठाया था

वहीं इस मुद्दे को संसद में उठा चुके बसपा सांसद मलूक नागर का कहना है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलग राज्य बनने से राजस्थान सरकार ने पिछड़ों के साथ जो अन्याय किया है, उसकी भरपाई की जा सकती है। बता दें कि स्वामी ओमवेश ने 1989 में इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने स्वामी ओमवेश ने बिजनौर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, गाजियाबाद, नोएडा, बुलंदशहर, अलीगढ़, मुरादाबाद, अमरोहा, बंदायू, आगरा, बरेली व शाहजहांपुर समेत 17 जिलों को मिलाकर गंगा प्रदेश बनाने की मांग की थी।

रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह ने हरित प्रदेश बनाने की मांग करते हुए 1992 में इस मुद्दे को फिर हवा दी। उन्होंने जोर शोर से अलग प्रदेश बनाने का यह मुद्दा उठाया था। बाद में दो तीन साल बाद इस मुद्दे को दबा दिया गया। अब जिस तरह इस मुद्दे को लेकर पद यात्रा शुरु हुई है उससे अब इस पर अन्य दल और नेताओ के भी एकजुट होने की संभावना है।

Meerut News: मेरठ में चोरों के हौंसले बुलंद, थाने के पास देसी शराब के ठेके और बीयर की दुकान को बनाया निशाना

Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ में आपराधिक वारदातें उठान पर हैं। पुलिस को धत्ता बताते हुए बदमाश आए दिन वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। ताजा घटना में शहर का थाना टीपी नगर क्षेत्र में चोरों ने देसी शराब के ठेके और बीयर की दुकान में धावा बोलकर 50 हजार रुपये और बीयर की तीन पेटी चोरी की और मौके से फरार हो गए। बदमाश सीसीटीवी कैमरे भी तोड़कर ले गए। हैरत की बात यह है कि घटनास्थल से करीब 200 मीटर दूरी पर थाना टीपी नगर है।

मिली जानकारी के अनुसार घटना का पता तब लगा, जब आज सुबह जब दोनों दुकानों के सेल्समैन अतुल और राजकुमार दुकान खोलने पहुंचे। दुकान का ताला टूटा हुआ था और अंदर सैफ से 50 हजार की नकदी गायब थी। इसके अलावा बीयर की तीन पेटी गायब मिली। इस पर उन्होंने तुरन्त पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की जानकारी लेने के बाद जांच शुरु कर दी है। पुलिस के अनुसार बदमाशों ने छत के रास्ते चोरी की है। यही नहीं शिनाख्त होने के डर से बदमाशों ने दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ दिए।

घटना का पता लगते ही आसपड़ोस के दुकानदारों की भीड़ जमा हो गई, जिन्होंने चोरी की वारदात पर रोष जताया। टीपीनगर थाना प्रभारी संत शरण सिंह ने घटना के बारे में कहा कि तहरीर के आधार पर चोरी का मामला दर्ज किया जा रहा है। जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा। वहीं देसी शराब के ठेके के सेल्समैन ने बताया कि पहले भी चोरी हो चुकी है। आसपास के दुकानदारों का कहना है कि दिनभर यहां आसपास शरारती तत्वों का जमावड़ा रहता है।

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