देखें Jaunpur Police का कारनामा, जबरिया दलित की जमीन पर कराया कब्जा

यहां बता दें कि मड़ियाहूं कस्बा में दलित राम निहोर,बुद्धू राम, कामता, लालता नामक दलित एक जमीन पर पुस्त दर पुस्त काबिज चले आ रहे हैं। जमीन उन्हें पट्टे से मिली थी। विगत कुछ वर्षों से विपक्षी कमाल फारूकी एवं वैस फारूकी आदि ने न्यायालय में मुकदमा कर दिया था।

Update: 2021-01-21 12:47 GMT
देखें Jaunpur Police का कारनामा, जबरिया दलित की जमीन पर कराया कब्जा

जौनपुर। सरकार दलालों को अपने पाले में करने के लिए चाहे जितनी कवायत करे, लेकिन जब तक थाना मड़ियाहूं के थाना प्रभारी जैसे भ्रष्ट एवं दलित विरोधी अधिकारी सरकारी व्यवस्था में मौजूद है तब तक सरकार की मंशा पूरा होना कठिन ही नहीं नामुमकिन नजर आ रहा है। मड़ियाहूं नगर पालिका के हाथों चन्द रूपयों के लिए खुद को बेच कर पुलिस गरीब दलित की जमीन पर आज जबरिया कब्जा करा दिया है।

क्या है मामला

खबर है कि गरीब घिघियाते चिल्लाते रहे इसका मड़ियाहूं के प्रशासनिक अधिकारी भी गम्भीरता से नहीं लिये और पुलिस गरीब के साथ न्याय करने के बजाय उसे ही थाने की हवालात में डालने का काम पुलिस ने किया है। यहां बता दें कि मड़ियाहूं कस्बा में दलित राम निहोर,बुद्धू राम, कामता, लालता नामक दलित एक जमीन पर पुस्त दर पुस्त काबिज चले आ रहे हैं। जमीन उन्हें पट्टे से मिली थी। विगत कुछ वर्षों से विपक्षी कमाल फारूकी एवं वैस फारूकी आदि ने न्यायालय में मुकदमा कर दिया था। मुकदमा आज भी विचारणीय है इसके बाद भी कमाल आदि ने थाना कोतवाली मड़ियाहूं को अपने पैसे की ताकत से पटा लिया और आज दिन में बड़ी संख्या में मजदूर लगा कर जमीन पर कब्जा शुरू कर दिया।



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महिला के साथ बदसलूकी

मजेदार बात यह है कि कब्जा के समय थाना प्रभारी सहित पुलिस बल भी मौके पर मौजूद रहा। जब दलित परिवार के लोग विरोध करने पहुंचे तो कमाल फारूकी एवं उसके भाई वैस फारूकी ने महिला सरोजा से मार पीट कर लिया। सरोजा का आरोप है कि कमाल फारूकी उसकी साड़ी खींच रहा था। पुलिस खड़ी तमाशा देख रही थी बाद में पुलिस महिला सरोजा और दलित को जबरिया थाने पर लेकर चली गयी और दबंग जमीन पर कब्जा करते रहे हैं।

थानेदारों की मनमानी

बताया जाता है कि भाजपा के सांसद मछली शहर वीपी सरोज का बर्धहस्त प्राप्त कर थानेदार लूट पाट और मनमाने पन की सारी हदें पार कर दिया है और अधिकारी न जाने बेखबर क्यों पड़े हुए हैं। यदि जिला प्रशासन इस घटना को गम्भीरता से नहीं लेगा तो गरीब दलित की जमीन दबंगो के हवाले हो जायेगी और गरीबों के साथ न्याय वाली सरकार की मंशा सपने की बात हो कर रह जायेगी।

रिपोर्ट- कपिल देव मौर्य

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