Jaunpur News: सिटी मजिस्ट्रेट के मुद्दे को लेकर दूसरे दिन भी न्यायिक कार्य पर नहीं लौटे अधिवक्ता, मांग पर अड़े
Jaunpur News: बैठक में निर्णय लिया कि नगर मजिस्ट्रेट देवेन्द्र सिंह के निलंबन अथवा स्थानांतरण तक दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता गण संघ के नेतृत्व में न्यायालय परिसर के बाहर 09 अगस्त से अनवरत धरना प्रदर्शन करेंगे।
Jaunpur News: नगर मजिस्ट्रेट द्वारा दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता मो शाहिल को धारा 151 में जेल भेजे जाने के मुद्दे को लेकर दूसरे दिन भी अधिवक्ता अपनी मांगों को लेकर डटे रहे। न्यायिक कार्यो से विरत रहते हुए नगर मजिस्ट्रेट देवेंद्र सिंह को लेकर बार एसोशिएसन के अधिवक्ता संघ भवन में संघ के अध्यक्ष जितेन्द्र नाथ उपाध्याय के नेतृत्व में बैठक किया। बैठक में निर्णय लिया कि नगर मजिस्ट्रेट देवेन्द्र सिंह के निलंबन अथवा स्थानांतरण तक दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता गण संघ के नेतृत्व में न्यायालय परिसर के बाहर 09 अगस्त से अनवरत धरना प्रदर्शन करेंगे।
साढ़े दस से तीन बजे तक धरना प्रदर्शन
संघ के पदाधिकारियो और सदस्यो ने तय किया कि धरना-प्रदर्शन का कार्यक्रम प्रतिदिन सुबह 10.30 बजे से 03 बजे तक चलेगा। इस बीच कोई भी अधिवक्ता न्यायालय परिसर में प्रवेश नहीं करेगा। 03 बजे के बाद अधिवक्ता जीडी से तारीख नोट करने जा सकेगे। पारित प्रस्ताव की प्रतियां जिला जज और जिलाधिकारी को भेज दी गयी है। इसके अलांवा कलेक्ट्रेट को भी अधिवक्ता समिति के प्रस्ताव से अवगत कराया गया है।
बैठक में अधिवक्ताओ ने नगर मजिस्ट्रेट देवेन्द्र सिंह पर खुला आरोप लगाया। आरोप है कि भू-माफियाओ से मिलकर साजिश के तहत दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता मो शाहिल को धारा 151 में जेल भेज दिया है। अधिवक्ताओ ने सिटी मजिस्ट्रेट पर भ्रष्टाचार करने का गंभीरह आरोप लगाया। दीवानी न्यायालय अधिवक्ता संघ तब तक न्यायिक कार्य पर वापस नहीं लौटेगें जब तक सिटी मजिस्ट्रेट का निलंबन अथवा स्थानांतरण नहीं हो जाता है। बैठक में लगभग सभी अधिवक्ताओ ने सिटी मजिस्ट्रेट के प्रति आक्रोश जताया और उनके कृत्य की निन्दा किया। सिटी मजिस्ट्रेट का पारिवारिक (पत्नी से विवाद) का मुद्दा भी खासा चर्चा में रहा।
बैठक में ये मौजूद रहे
Also Read
बैठक में अधिवक्ता संघ के पूर्व मंत्री सुभाष चंद्र यादव, रमेश सोलंकी, प्रेमनाथ पाठक, राजकुमार यादव,अश्वनी मिश्र, अजीत सिंह, हिमांशु श्रीवास्तव, मोहम्मद उस्मान, पंकज श्रीवास्तव,विनय सिंह, रण बहादुर यादव, राजनाथ यादव, शहंशाह हुसैन,अवनीश चतुर्वेदी, विकास तिवारी, आनंद गुप्ता, विनय उपाध्याय, धीरेंद्र उपाध्याय, गोरख श्रीवास्तव, शिव प्रसाद गिरि, शैलेश मिश्रा,अभिनव मिश्र, प्रशांत उपाध्याय, मोहित जायसवाल, आशुतोष श्रीवास्तव, संदीप यादव, शिवनारायण मौर्य, निलेश निषाद,अवधेश यादव, मंजीत कौर, मंजू शास्त्री आदि अधिवक्ताओ ने अपने विचारो को रखते हुए आन्दोलन को गति देने का संकल्प लिया।