लव जिहाद में फंसी लड़कियां: ऐसे आईं लड़कों के झांसे में, SIT ने सौंपी अपनी रिपोर्ट
यूपी के कानपुर में लव जिहाद मामलों की जांच के लिए गठित की गई स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (SIT) ने अपनी रिपोर्ट कानपुर आईजी को सौंप दी है। जिसके बाद 11 आरोपियों को चार्जशीट दायर कर जेल भेजा गया है।
कानपुर: देशभर में इस वक्त लव जिहाद (Love Jihad) पर बहस छिड़ी हुई है। देश के कई राज्यों में लव जिहाद के खिलाफ कानून लाने की बात कही जा रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसके संकेत पहले भी कई बार दे चुके हैं। आज योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शाम पांच बजे होने वाली कैबिनेट की बैठक में इस पर मुहर भी लगने जा रही है।
यूपी में बनेगा ऐसा कानून
सरकारी सूत्रों ने बताया कि लव जेहाद को लेकर आज कैबिनेट की बैठक में इस पर मुहर लगने के बाद फिर विधानसभा में एक अध्यादेश लाया जाएगा जिसके बाद इसे कानूनी मान्यता मिल जाएगी। इस कानून के तहत धर्म परिवर्तन के लिए जिला मेजिस्ट्रेट को एक माह पहले सूचना देना अनिवार्य होगा। इसके उल्लंघन पर 6 माह से 10 साल तक की सजा का प्रावधान होगा।
यह भी पढ़ें: थप्पड़बाज महिला इंस्पेक्टर: अधिकारी की हालत देख कांप उठा विभाग, हो गयी बत्ती गुल
कानपुर में गठित SIT ने सौंपी अपनी रिपोर्ट
वहीं यूपी के अलावा मध्य प्रदेश सरकार का भी इसी तरह का बिल प्रस्तावित है। इनके अलावा कुछ अन्य राज्यों में भी लव जिहाद के खिलाफ कानून लाने की बात कही जा रही है। वहीं इस बीच लव जेहाद का केन्द्र बनता जा रहे यूपी के कानपुर में इस तरह की कई घटनाएं दर्ज होने के बाद कुछ महीने पहले इन मामलों की जांच के लिए स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (SIT) गठित की गई थी। इस टीम ने अपनी रिपोर्ट कानपुर आईजी को सौंप दी है।
SIT ने की कुल 14 मामलों की जांच
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, SIT ने कुल 14 मामलों की जांच पड़ताल की है। इनमें से कई ऐसे केस हैं, जिसमें आरोपी लड़कों ने हिंदू नाम रखकर लड़कियों को बहलाया फुसलाया, तो वहीं 14 में से तीन ऐसे केस हैं, जिनमें लड़कियों का कहना है कि वे अब बालिग हैं और उन्होंने अपनी मर्जी से शादी की है और अपने पति के साथ ही रहना चाहती हैं। जिसके बाद 11 केसों में चार्जशीट दाखिल कर आरोपी युवकों को जेल भेज दिया गया है। इनमें आठ नाबालिग लड़कियों से जुड़े मामले हैं।
यह भी पढ़ें: कानून हारा, मौत बनी सहारा: छेड़खानी के चलते बेटी ने लगाया खुद को आग, हुयी मौत
लड़कों ने जानबूझकर छिपाई अपनी पहचान
हालांकि SIT की जांच रिपोर्ट में लव जिहाद जैसे शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया है। इसके अलावा एसआईटी की जांच में इसके पीछे किसी संस्था या संगठन होने की बात भी सामने नहीं आई है। ना ही पैसे के लेनदेन या फंडिंग जैसा कोई जिक्र किया गया है। ये ऐसे केस हैं जिसमें लड़कों ने जानबूझकर अपनी धार्मिक पहचान छिपाई और उसके बाद दूसरे समुदाय की लड़कियों को बहला फुसला कर भगाया और फिर धर्म परिवर्तन कर शादी कर ली।
आरोपियों के नाम बदलने की हुई पुष्टि
वहीं तीन आरोपियों के खिलाफ दस्तावेज मिलने से नाम बदलने की पुष्टि हुई है। इन्होंने आधार के साथ-साथ दूसरे मामलों में भी फर्जी तरीकों से हिंदू नाम रख लिया, ताकि लड़कियों और उनके परिवार वालों के सामने उनकी धार्मिक पहचान छिपी रहे। जांच में सामने आया है कि ज्यादातर मामलों में लड़कों ने नाम बदलकर फेसबुक के जरिए लड़कियों से दोस्ती की और अपने फर्जी नाम से उन्होंने लड़कियों को बहला फुसलाकर अपने झांसे में लिया। कुछ ने लड़कियों का शारीरिक शोषण किया तो कुछ ने जबरन धर्म परिवर्तन कर निकाह कर लिया।
यह भी पढ़ें: दहल उठा यूपी: प्रेमिका के सामने गर्दन काट डाली, देख कर कांप उठा पूरा थाना
सभी आरोपी को भेजा गया जेल
वहीं अब एसआई ने अपनी रिपोर्ट कानपुर आईजी मोहित अग्रवाल को सौंप दी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में बात करते हुए मोहित ने बताया कि इनमें से कई केस ऐसे रहे जिनमें जानबूझकर नाम बदलकर लड़कियों को फंसाया गया और फिर उनसे अवैध तरीके से धर्म परिवर्तन कराकर निकाह भी कराए गए। इस रिपोर्ट के आधार पर चार्जशीट दायर कर, सभी आरोपी को जेल भेजा जा चुका है। बता दें कि इस तरह के मामलों की जांच के लिए उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में देश की पहली एसआईटी का गठन किया गया था।
यह भी पढ़ें: यूपी में पुलिस कमिश्ररी सिस्टम हुआ फेल, जिलाधिकारियों को वापस मिलेंगे अधिकार
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।