Lucknow News: अमिताभ ठाकुर के आवास के बाहर यूपी पुलिस का सख्त पहरा, घर पर ही हाथ-पांव बांधकर बैठे

Lucknow News: राजधानी लखनऊ के गोमतीगनर स्थित उनके आवास के चारों तरफ पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। ये तैनाती पूर्व आईपीएस अधिकारी को डीजीपी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करने से रोकने के लिए की गई है।

Update: 2023-07-27 04:42 GMT
अमिताभ ठाकुर (आशुतोष त्रिपाठी )

Lucknow News: भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारी अमिताभ ठाकुर के घर को यूपी पुलिस के जवानों ने घेर लिया है। राजधानी लखनऊ के गोमतीगनर स्थित उनके आवास के चारों तरफ पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। ये तैनाती पूर्व आईपीएस अधिकारी को डीजीपी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करने से रोकने के लिए की गई है। अमिताभ ठाकुर ने बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक के खिलाफ एक मामले में कार्रवाई न होने के कारण गुरूवार को यूपी पुलिस महानिदेशक के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।

अमिताभ ठाकुर घर पर ही हाथ-पांव बांधकर बैठे

कन्नौज सांसद सुब्रत पाठक प्रकरण में लखनऊ पुलिस द्वारा अमिताभ ठाकुर के गोमतीनगर आवास को चारों तरफ से घेर लेने तथा डीजीपी मुख्यालय नही जाने देने की स्थिति में अमिताभ ठाकुर अब अपने आवास पर ही हाथ मुंह और पांव बांधकर बैठे गए।

क्यों प्रदर्शन करना चाहते हैं अमिताभ ठाकुर ?

दरअसल, ये मामला कन्नौज से भाजपा सांसद सुब्रत पाठक और बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस के साथ मारपीट करने के मामला से जुड़ा हुआ है। पाठक पर आरोप है कि उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं के साथ कन्नौज मंडी स्थित पुलिस चौकी में घुसकर वहां तैनात पुलिसकर्मियों से मारपीट और अभद्रता की। नेता से नौकरशाह बने पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने यूपी पुलिस पर इस मामले को दबाने का आरोप लगाया है।

महीनों बीत जाने के बावजूद बीजेपी सांसद और आरोपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोई ठोस एक्शन न होने को लेकर ठाकुर ने डीजीपी दफ्तर के बाहर गुरूवार को प्रदर्शन का ऐलान किया था। उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने उनके घर को चारों तरफ से घेर लिया है।

घटनास्थल का दौरा कर चुके हैं अमिताभ ठाकुर

जून में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने अपनी पत्नी नूतन ठाकुर के साथ कन्नौज पहुंचकर मामले की छानबीन करने की कोशिश की थी। उन्होंने कन्नौज मंडी स्थित उस पुलिस चौकी का दौरा भी किया, जहां तैनात पुलिसकर्मियों के साथ बीजेपी सांसद और उनके कार्यकर्ताओं ने मारपीट की थी। लेकिन ठाकुर को वहां तैनात पुलिसकर्मियों से कोई सहायता नहीं मिली। खफा होकर उन्होंने कहा था कि पुलिस इस मामले में डरी हुई है। कोई इस मसले पर बात नहीं करना चाहता है। एएसपी रैंक के अधिकारी भी डरे हुए हैं। पूर्व आईपीएस अफसर और आजाद अधिकार सेना नामक राजनीतिक पार्टी चलाने वाले अमिताभ ठाकुर ने कन्नौज सांसद सुब्रत पाठक को गिरफ्तार करने और उनके विरूद्ध एनएसए लगाने की मांग की थी।

कब का है मामला ?

बता दें कि पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट का मामला बीते माह 2 जून का है। उस रात सदर कोतवाली के मंडी समिति पुलिस चौकी में बंद किए गए कार्यकर्ता को छुड़ाने जाने के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच कथित तौर पर मारपीट हुई थी। इस मामले में केस भी दर्ज हो चुका है। जिसमें बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक भी आरोपी बनाए गए हैं। मामले ने खासा सियासी तूल पकड़ा था। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने पुलिसकर्मियों की पिटाई को लेकर यूपी में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पर सीएम योगी को लताड़ लगाई थी। वहीं, कन्नौज सांसद ने अपने ऊपर केस दर्ज होने को लेकर जिले के पुलिस अधिकारियों पर विपक्ष के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया था।

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