Mainpuri By Election: डिम्पल को जिताने के लिए व्यापारियों ने लिया संकल्प
Mainpuri By Election: कचहरी रोड आदि क्षेत्रों में व्यापारियों नें जनसम्पर्क व चौपालों का आयोजन कर डिम्पल यादव को जिताने का संकल्प लिया।
Mainpuri By Election: मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी व पूर्व सांसद डिम्पल यादव को विजयी बनाने के लिए समाजवादी व्यापार सभा और विभिन्न व्यापार मण्डलों से जुड़े व्यापारी व वैश्य समाज के नेताओं ने मैनपुरी लोकसभा में दुकानदारों के बीच भारी मतों से विजयी बनाने की अपील की। लेनगंज, स्टेशन रोड, कचहरी रोड आदि क्षेत्रों में व्यापारियों नें जनसम्पर्क व चौपालों का आयोजन कर डिम्पल यादव को जिताने का संकल्प लिया।
व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष संजय गर्ग व प्रदेश महासचिव अभिमन्यु गुप्ता ने व्यापारियों व वैश्य समाज के लोगों से संवाद करते हुए कहा कि नोटबंदी, जीएसटी, ऑन लाइन शॉपिंग आदि के कारण व्यापार चौपट हो रहा है।
गर्ग ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में छोटे व मध्यमवर्गीय व्यापारियों के लिए बहुत काम हुए हैं। भाजपा की गलत नीतियों के कारण छोटे व मझोले व्यापारियों का व्यापार तबाह हो गया है। आज व्यापारी बहुत परेशान है।
संजय गर्ग व अभिमन्यु गुप्ता ने कहा कि नेताजी मुलायम सिंह यादव का व्यापारी वर्ग ऋणी है। व्यापारी वर्ग डिम्पल यादव को भारी मतों से विजयी बनाकर नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित करेगा।
अखिलेश यादव ने दी संविधान दिवस की शुभकामनाएं
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 'संविधान दिवस' पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा है, कि भारत की संविधान सभा ने आज के ही दिन 26 नवम्बर, 1949 को संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित किया था और व्यक्ति की गरिमा तथा राष्ट्र की एकता और अखण्डता को सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने का संकल्प लिया था।
भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए उन्होने कहा कि आज देश संक्रमण काल से गुजर रहा है। संवैधानिक संस्थाएं लगातार कमजोर होती जा रही है। व्यक्ति की स्वतंत्रता का अपहरण हो रहा है। पंथनिरपेक्षता का संकल्प दिन प्रति दिन क्षीण होता जा रहा है। यह भारत के संविधान की उद्देशिका को भूलने का प्रयास तो नहीं है? उन्होने कहा कि लोकशाही को बचाने के लिए तानाशाही प्रवृत्तियों पर अंकुश लगाना आवश्यक है। ऐसी ताकते, जो राजनीतिक दल के रूप में भारतीय संविधान की मूलभावनाओ को कुचलने में लगी है, के विरूद्ध जनमानस को उनके अधिकारों के प्रति सजग करना होगा।