मेरठ में किसानों का प्रदर्शन तेज: सिवाया टोल को कराया फ्री, विपक्षी नेता नजरबंद
किसान सगठनों के द्वारा टोलों को फ्री कराने की घोषणा के साथ ही विपशी दलों के नेताओं की गिरफ्तारी व घरों पर नेताओं की नजर बन्दी आरम्भ कर दी गई।;
मेरठ कृषि कानून के विरोध में उत्तर प्रदेश के मेरठ में किसानों का प्रदर्शन तेज हो गया है। दिल्ली देहरादून हाईवे स्थित सिवाया टोल पर किसानों द्वारा कब्जा जमा टोल को फ्री कर दिया गया है और किसान वहां धरने पर बैठ गए हैं। मेरठ के अलावा बागपत, मुजफ्फरनगर व सहारनपुर जिलों में हाईवे पर किसान जुटे हुए हैं। कांग्रेस,सपा व आम आदमी पार्टी के आज के आंदोलन के मद्देनजर पुलिस ने कांग्रेस,आम आदमी पार्टी के कई नेताओं को सुबह ही उनके घरों पर ही नजरबंद कर दिया।
आंदोलन खत्म नहीं होगा
किसानों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं करती,वह आंदोलन खत्म नहीं करेंगे। भाकियू के आह्वान पर सुबह 10 बजे से ही सिवाया टोल प्लाजा पर विभिन्न संगठनों के किसान पहुंचने लगे थे। ठीक 11 बजते ही भाकियू के प्रतिनिधियों के नेतृत्व में किसान धरने पर बैठ गए और टोल को फ्री कर दिया। पुलिस ,प्रशासन अधिकारी किसानों को समझाने के प्रयास में जुटे हैं।
यह पढ़ें...औरैया के किसान बोले- हमें आंदोलन से नहीं मेहनत से ही रोटी मिलेगी
टोल पर धरना-प्रदर्शन
किसानों ने भाकियू के झंडे लगाकर सरकार के खिलाफ टोल पर नारेबाजी की। किसानों ने ऐलान किया कि केंद्र सरकार को तीनों नए कृषि कानून रद करने होंगे। नए कृषि कानून रद करने के अलावा किसानों के कर्ज माफ करने, बिजली मूल्य घटाने और बकाया गन्ना भुगतान कराने की आवाज भी उठाई। किसान सगठनों के द्वारा टोलों को फ्री कराने की घोषणा के साथ ही विपशी दलों के नेताओं की गिरफ्तारी व घरों पर नेताओं की नजर बन्दी आरम्भ कर दी गई।
स्थानीय कांग्रेस प्रवक्ता हरिकिशन अम्बेडकर के अनुसार आज सुबह जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अवनीश काजला को उनके घर शील कुंज पल्लवपुरम पर पल्लवपुरम पुलिस द्वारा नजर बन्द कर दिया गया। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सरकार लगातार दमनकारी नीतियों के कारण लोकतंत्र का ह्रास कर रही हैं, जिसकी कांग्रेस निन्दा करती हैं।
लोकतंत्र मे जनसेवा करने से रोक
महानगर कांग्रेस कमेटी प्रवक्ता अखिल कौशिक के अनुसार कांग्रेस महानगर अध्यक्ष मेरठ ज़ाहिद अंसारी को उनके साथियों के साथ आज सुबह उनके निवास इमलियान में सिविल लाइन थाना की पुलिस ने कृषि कानून के विरोध में किसानों को समर्थन देने से रोकने के लिए घर मे ही रोक लिया है। प्रवक्ता के अनुसार यूपी की सरकार पुलिस बल द्वारा राजनीतिक लोगो को लोकतंत्र मे जनसेवा करने से रोक रही है। किसान सर्दी के मौसम में सड़क पर खुले आसमान के नीचे इतने दिनों से अपना शांतिपूर्वक लोकतान्त्रिक तरीके से अपनी बात रख रहा है। लेकिन सरकार किसान विरोधी काले कृषि कानून को वापस लेने के लिए लोकतांत्रिक आंदोलन को किसी भी तरह दबाना चाहती है।
यह पढ़ें...हड्डियां पहनकर घूम रहे सैनिक: चीन का नया पैतरा, भारत के खिलाफ बन रहे बलवान
नेशनल हाइवे वेस्टर्न यूपी टोल प्लाजा
आम आदमी पार्टी प्रवक्ता के अनुसार नेशनल हाइवे वेस्टर्न यूपी टोल प्लाजा पर भारतीय किसान यूनियन के सभी सगठनों द्वारा टोल फ्री किया गया। आम आदमी पार्टी इस आंदोलन में हिस्सा ना ले इस लिया प्रदेश सचिव अंकुश चौधरी व जिला महासचिव अभिषेक को आज सुबह पुलिस द्वारा नजरबंद कर दिया गया। उसके बाद भी आम आदमी पार्टी जिला मेरठ के जिला अध्यक्ष ओ पी संत जी के नेतृत्व में सभी प्रकोष्ठों के साथीयो के साथ किसान आंदोलन को समर्थन दिया इस आंदोलन में निम्न साथी उपस्थित रहे जिनमे आप अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ० गुरमिंदर सिंह, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष गौहर रजा सिद्दकी,जिला उपाध्यक्ष आरिफ खान, आप अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला उपाध्यक्ष फ़ारूक़ क़िदवई,जिला अध्यक्ष किसान प्रकोष्ठ फुरकान त्यागी,जिला अध्यक्ष व्यापार प्रकोष्ठ देश वीर सिंह, अजय गोयल आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
सुशील कुमार,मेरठ