कोरोना से बचाव कार्यों की तैयारियों को लेकर चर्चा, कमिश्नर ने कहा- कोई भूखा न सोए
वैश्विक महामारी कोरोना के नियंत्रण व बचाव के संबंध में प्रशासनिक स्तर पर अनेकों कार्य किए जा रहे हैं। एक और जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध...
मेरठ: वैश्विक महामारी कोरोना के नियंत्रण व बचाव के संबंध में प्रशासनिक स्तर पर अनेकों कार्य किए जा रहे हैं। एक और जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। वहीं, अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड आदि बनाए जा रहे हैं। विभिन्न बैठकें प्रशासनिक स्तर पर आयोजित कर कार्यों की समीक्षा भी निरंतर की जा रही है। इसी क्रम में आज कमिश्नरी सभागार में आयुक्त मेरठ मंडल अनिता सी मेश्राम ने अधिकारियों के साथ बैठककर उन्हें निर्देशित किया कि जनपद में कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने आमजन से अपील की कि वह अधिक से अधिक संख्या में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करें।
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आयुक्त ने कहा कि भोजन का वितरण प्रशासनिक स्तर से ही किया जाए ताकि उसमें डुप्लीकेसी ना हो। आवश्यक वस्तुओं की डोर टू डोर डिलीवरी में सैनिटाइजेशन का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने नगर आयुक्त से कहा कि वह कचरे का प्रबंधन ठीक प्रकार से कराएं और कोरोना महामारी के संबंध में आम आदमी द्वारा उपयोग किए जा रहे मास्क का निस्तारण भी ठीक प्रकार से कराएं। आमजन को जागरूक करें कि वह मास्क का उपयोग के उपरांत उसको अलग रखते हुए बाद में नित्य कूड़ा देते समय कूड़ा उठाने वालों को दें।
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आयुक्त ने कहा कि कि जो लोग होम क्वारंटाइंन किए गए हैं, उनकी निगरानी की जाए तथा उनसे जो मरीज ठीक होकर अपने-अपने घरों को वापस चले गए हैं, उनसे भी स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक फोन पर बराबर संपर्क में रहें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह किए जा रहे कार्यों के आंकड़ों को निरंतर अपडेट करते रहें तथा लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाएं तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ठीक प्रकार से कराएं।
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आयुक्त ने कहा कि राशन वितरण के समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ठीक प्रकार से हो यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सामुदायिक रसोई के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले में कोई व्यक्ति भूखा ना सोए। यह सुनिश्चित किया जाए और भोजन वितरण में डुप्लीकेसी ना हो, इसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों के संरक्षण में ही भोजन का वितरण किया जाए ताकि खाने की बर्बादी भी ना हो सके।
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जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने बताया कि कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के ठीक होकर घर जाने से कोरोना पॉजिटिव मरीजों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ है कि वह भी जल्द ही ठीक होकर अपने-अपने घरों को वापस जाएंगे। उन्होंने बताया कि सामुदायिक किचन में बनाए जा रहे भोजन का वितरण नियुक्त 23 सेक्टर मजिस्ट्रेट के माध्यम से कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभी तक जनपद में 1129 सैंपलिंग कराई गई हैं, जिनमें से 881 का परिणाम आ चुका है। 68 पॉजिटिव हैं। 813 निगेटिव हैं। कुछ के परिणाम आने हैं। उन्होंने बताया कि प्रशासनिक स्तर पर हर दृष्टिकोण से तैयारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि जिले में 19 हॉटस्पॉट चिन्हित किए गए हैं।
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कोरोना महामारी के संबंध में स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी व उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विश्वास चौधरी ने बताया कि जिले में 53 लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है। 908 लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन में रखा गया है, जबकि 13586 लोगों को होम क्वॉरेंटाइन किया गया है। उन्होंने बताया कि जनपद में अभी तक 68 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं।
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उन्होंने बताया कि जिले में जहां कोरोना का पॉजिटिव केस मिलता है वह एरिया रेड जोन कहलाता है तथा एक कोरोना पॉजिटिव मिलने पर उसके आगे का 1 किलोमीटर का एरिया कंटेनमेंट जोन कहलाता है व उसके आगे का 1 किलोमीटर का एरिया बफर जोन कहलाता है एक से अधिक कोरोना पॉजिटिव मिलने पर 3 किलोमीटर का एरिया कंटेनमेंट जोन व 2 किलोमीटर का एरिया बफर जोन कहलाता है।
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उन्होंने बताया कि जहां कोरोना का पॉजिटिव केस मिलता है, वह एरिया रेड जोन कहलाता है तथा 14 दिन में कोई अन्य मरीज ना मिलने पर वह ऑरेंज जोन में आ जाता है। 28 दिन में कोई अन्य मरीज ना मिलने पर वह ग्रीन जोन में आ जाता है।
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इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी ईशा दोहन, अपर आयुक्त रजनीश राय, उपाध्यक्ष मेरठ विकास प्राधिकरण राजेश कुमार पांडे, नगर आयुक्त अरविंद चौरसिया, अपर जिलाधिकारी नगर अजय तिवारी, अपर जिलाधिकारी वित्त सुभाष चंद्र प्रजापति, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजकुमार, एसीएमओ डॉ. पूजा शर्मा सहित अन्य अधिकारी व चिकित्सक उपस्थित रहे।
रिपोर्ट: सादिक खान