Moradabad News: सीए शुवेताभ तिवारी मर्डर मामले में पुलिस की बड़ी कार्यवाही, पूर्व ब्लॉक प्रमुख की लगभग 6 करोड़ की संपत्ति कुर्क
Moradabad News: पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के अभियुक्त ललित कौशिक का रामगंगा विहार में 183 वर्ग मीटर का एक प्लॉट, उसके सह अभियुक्तों/ पार्टनर कमलवीर और कमलवीर की पत्नी खुशबू सिरोही के 2 प्लॉट एमडीए कॉलोनी तथा दूसरा धर्मपुरशेरवा में कुर्क किए हैं।
Moradabad News: पुलिस ने मुरादाबाद के मशहूर सीए श्वेताभ तिवारी, स्पोर्ट्स व्यापारी कुशांक गुप्ता और भाजपा नेता अनुज चौधरी की सनसनीखेज हत्या में बलरामपुर जेल में बंद गैंगस्टर ललित कौशिक की करीब 6 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी कुर्क कर ली। कौशिक गैंग के दूसरे मेंबर्स की प्रॉपर्टी को भी कुर्क किया गया है। सिटी मजिस्ट्रेट किंकुश श्रीवास्तव और सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर के नेतृत्व में भारी फोर्स की मौजूदगी में ललित कौशिक की संपत्तियों को कुर्क करने की कार्रवाई शुरू हुई।
गुग्गू गैंग की संपत्ति कुर्क
पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के अभियुक्त ललित कौशिक का रामगंगा विहार में 183 वर्ग मीटर का एक प्लॉट, उसके सह अभियुक्तों/ पार्टनर कमलवीर और कमलवीर की पत्नी खुशबू सिरोही के 2 प्लॉट एमडीए कॉलोनी तथा दूसरा धर्मपुरशेरवा में कुर्क किए हैं। कमलवीर का एक बेशकीमती कॉमर्शियल प्लॉट नया मुरादाबाद सेक्टर 12 में सील किया गया है। कौशिक गैंग के अन्य मेंबर विकास उर्फ गुग्गू का एक प्लॉट भी कुर्क किया गया है।
नहीं बता सके आय का स्त्रोत
पुलिस ने कहा कि गैंगस्टर और उसके साथियों ने ये संपत्ति अपराध से अर्जित की थी। छानबीन में अभियुक्त इस संपत्ति को अर्जित करने के लिए आय का स्रोत नहीं बता सके थे। जिसके बाद डीएम मानवेंद्र सिंह ने इन सभी प्रॉपर्टीज को गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त करने का आदेश दिया था। पुलिस का कहना है कि गुरुवार को जब्त की गई संपत्ति की कीमत 6.12 करोड़ रुपये है। इसके अलावा ललित कौशिक के 8 बैंक अकाउंट को भी फ्रीज किया गया है। इनमें 29,34,952 रुपये थे।
पुलिस ने कहा कि कुर्की की यह कार्रवाई शुक्रवार को भी जारी रही। इसमें गैंगस्टर ललित कौशिक और उसके साथियों की बाकी बची संपत्ति को भी कुर्क किया जाएगा। ये वो संपत्ति है जिसकी आय का स्रोत अभियुक्त नहीं बता सके हैं। प्रशासन का मानना है कि यह संपत्ति अपराध जगत से ही अर्जित की गई है। इस संपत्ति को बनाने का कोई स्रोत नही दे पाए, जिससे यह माना जाता है की यह संपत्ति अपराध के माध्यम से ही अर्जित की गई है।