Muzaffarnagar News: तीर्थ यात्रा अवलोकन के तहत 1200 करोड़ की लागत से बनकर तैयार नेशनल हाइवे
Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में सोमवार को विकास तीर्थ यात्रा अवलोकन के तहत 1200 करोड़ रुपए की लागत से बनाए गए 11 किलोमीटर लंबे राज्य मार्ग का केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान और उत्तर प्रदेश सरकार में स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने निरीक्षण किया।
Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में सोमवार को विकास तीर्थ यात्रा अवलोकन के तहत 1200 करोड़ रुपए की लागत से बनाए गए 11 किलोमीटर लंबे राज्य मार्ग का केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान और उत्तर प्रदेश सरकार में स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने निरीक्षण किया।
जनपद के पिन्ना बाईपास से लेकर रामपुर तिराहा तक 11 किलोमीटर लंबा एक राज्य मार्ग बना है। इसे बनाने में 1200 करोड रुपए की लागत आई है। बताया जा रहा है कि इस राज्य मार्ग के बनने के बाद हरियाणा की तरफ से चलकर उत्तराखंड की ओर जाने वाले ट्रैफिक को अब नगर में प्रवेश करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब ये सारा ट्रैफिक बाहर से बाहर ही हरिद्वार की ओर निकल जाएगा, जिसके चलते नगर के कई हिस्सों को जाम से बड़ी मुक्ति मिलेगी। स्थानीय निवासियों का कहना है कि जब से यह हाईवे बनकर तैयार हुआ है, यहां की जमीनों के रेट भी आसमान को छूने लगे हैं। वरना कोई यहां की जमीन को पूछता भी नहीं था।
बड़ों का सपना था
केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान ने बताया ये मेरे बड़ों का सपना था, जिसे मैंने साकार किया है। कपिल देव जब चेयरमैन थे तब प्रस्ताव पास किया था, जिसके बाद अशोक कंसल विधायक बने तो उन्होंने प्रयास किया। 2014 केन्द्र में मोदी सरकार में मंत्री की शपथ लते ही पानीपत खटीमा मार्ग को नेशनल हाईवे बनाने के लिए पत्र लिखा। 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद एनओसी दी गई तो फिर प्रक्रिया शुरू की गई। यह बाईपास उसका हिस्सा नहीं था और उसका हिसाब पिन्ना से वहलना बाईपास तक था। फिर 1 साल तक यह अटका रहा क्योंकि हम लोगों की जिद थी या मांग थी कुछ भी समझ लीजिए एवं हम गडकरी के घर गए उन्होंने कहा कि अगर मुजफ्फरनगर शहर के लिए आवश्यक है, तो केंद्र सरकार 12 सौ करोड रुपए देगी।
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स्थानीय ग्रामीण मुरसलीन ने बताया कि इस क्षेत्र का इतना विकास हुआ है कि कोई सोंच भी नहीं सकता था। यह मंत्री संजीव बालियान की कोशिश व हमारे प्रमुख अक्षय की भी बहुत कोशिश रही है। इस हाईवे से स्थानीय लोगों को काफी फायदा हुआ। जमीनों के रेट आसमान छूने लगे। इससे पहले यहां के लोग काफी कम कीमत पर ही अपनी जमीन बेंचने को मजबूर थे। यहां पर कोई रास्ता नहीं था। ना ही नदी पर कोई पुल था। शहर जाने में काफी परेशानियां होती थी।