Supertech Twin Tower Demolition: मात्र तीन सेकंड में धूल के गुबार में समा गए टावर
Noida Supertech Twin Towers एनडीआरएफ टीम मौके पर तैनात हुई
Noida Supertech Twin Towers सेक्टर 93ए में सुपरटेक ट्विन टावर गिराए जाने के क्षेत्र में तैनाती के लिए एनडीआरएफ की टीम पहुंच गई है। 560 पुलिस कर्मी और सौ रिजर्व फोर्स के लोग भी लगाए गए हैं। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए चार क्विक रेस्पांस टीम की तैनाती भी की गई है।
Noida Twin Tower Demolition LIVE Updates: तेज हुई अंतिम चरण के काम की जांच
Noida Twin Tower Demolition LIVE Updates: एडिफिस इंजीनियरिंग में सुपरटेक ट्विन टॉवर के विध्वंस के प्रोजेक्ट मैनेजर मयूर मेहता ने इंसीडेंट कमांड सेंटर में प्रवेश किया, जो आसपास के क्षेत्र में यातायात और विध्वंस व्यवस्था को देखने के लिए एक मोबाइल इकाई है। विस्फोट करने का समय जैसे जैसे करीब आता जा रहा है।अंतिम चरण के काम की जांच की गतिविधियां तेज होती जा रही है। सिल्वर सिटी के आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष उमाशंकर शर्मा ने कहा है हमने अपने क्लू हाउस में लगभग 100 लोगों के लिए व्यवस्था की है। हॉल और नाश्ते, दोपहर के भोजन और शाम के नाश्ते की व्यवस्था की है। अगर उन्हें किसी भी कारण से रात भर रुकना पड़ता है, तो उनका स्वागत है। आज दोपहर 2:30 बजे टावरों के नियोजित विध्वंस से पहले सुपरटेक निवासियों को पड़ोसी परिसरों में शिफ्ट कर दिया गया है।
Noida Twin Tower Demolition LIVE: 90 दिन लगेंगे मलबा हटाने में
Noida Twin Tower Demolition LIVE: हम आपको बता दें कि आज जबकि वह ऐतिहासिक पहल करीब आ रहा है जब नोएडा ट्विन टावरों को ढहाया जाना है। इन टावरों के ढहने से कितना मलबा निकलेगा। तो जान जाइये इन टावरों के ढहने से करीब 4000 टन लोहा निकलेगा और इसे बेचकर एडिफिस इंजीनियरिंग कंपनी अपनी लागत वसूल करेगी। मलबा हटाने में 90 दिन लगेंगे, जबकि ट्रक जो इस मलबे को ले जाने के लिए आएंगे। उन्हें इस के लिए 1,300 चक्कर लगाने होंगे।
Noida Supertech Twin Towers चेतन दत्ता ही दबाएंगे विस्फोट का बटन
Noida Supertech Twin Towers एडिफिस इंजीनियरिंग के प्रोजेक्ट मैनेजर मयूर मेहता ने अभी अभी यह जानकारी दी है कि 28 अगस्त को दोपहर 2.30 बजे भारतीय ब्लास्टर चेतन दत्ता जोसेफ ब्रिक्समैन की जगह अंतिम बटन दबाएंगे।
Noida Supertech Twin Towers मानकों के उल्लंघन पर हो रही कार्रवाई
Noida Supertech Twin Towers आपको बता दें कि नोएडा के ट्विन टावर्स - सेयेन (29 मंजिल) और एपेक्स (32 मंजिल) - सुपरटेक लिमिटेड की एमराल्ड कोर्ट परियोजना का हिस्सा हैं। इन टावरों के निर्माण के संबंध में कई नियमों का उल्लंघन पाया गया था। उन्हें एक 'नियंत्रित विस्फोट' के माध्यम से ध्वस्त कर दिया जाएगा, जिसका अर्थ है कि विस्फोटकों को रणनीतिक रूप से लगाने और आसपास के क्षेत्र को न्यूनतम नुकसान सुनिश्चित करते हुए विस्फोट करने के बाद इन टावर्स को ढहाया जाएगा। दोनों टावरों में करीब 3,700 किलोग्राम विस्फोटक लगाया गया है।
खाली हो गया Noida Twin Towers के आसपास का इलाका
Noida Twin Towers: नोएडा ट्विन टावर ढहाये जाने से पहले पूरा एरिया लगभग खाली कराए जाने के करीब है। टावर्स को विस्फोट से उड़ाने के लिए करीब 3700 किलो विस्फोटक लगाया जा चुका है। नोएडा में स्थित सुपरटेक ट्विन टावर्स के पास एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज सोसाइटी के लगभग 5,000 निवासियों को रविवार दोपहर 2:30 बजे होने वाले विध्वंस से पहले सुरक्षित करने के उद्देश्य से हटा दिया गया है। कुछ सामाजिक और गैर सरकारी सरकारी संगठन मवेशियों और कुत्तों को भी परिसर से हटा रहे हैं। हटाए गए निवासियों को सेक्टर 93 में पार्श्वनाथ प्रेस्टीज आवासीय परिसर में अस्थायी आश्रय प्रदान किया गया है।
टावर ध्वंस अभियान के पहले से बाद तक नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे दोपहर 2.15 से 2.45 बजे के बीच बिल्कुल बंद रहेगा। किसी को भी इधर से गुजरने की इजाजत नहीं रहेगी। शहर में ड्रोन के लिए नो फ्लाई जोन बनाया गया है। नोएडा प्राधिकरण के अनुसार, जहां टावर्स स्थित हैं वहां विस्फोट के ऊपर के एक समुद्री मील के दायरे में हवाई क्षेत्र भीविस्फोट के समय उड़ानों के लिए प्रतिबंधित रहेगा।