गोरखपुरः एक तरफ पूरे देश भर में पक्षी बचाओ अभियान चलाये जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर गोरखपुर में शहर के बीचोंबीच खाली पड़े मकान के दालान में एक दुर्लभ प्रजाति का उल्लू दो दिन तक घायल अवस्था में पड़ा रहा। दो दिन बाद वन विभाग के अधिकारियों को उस उल्लू का ध्यान आया और तब वे उसे इलाज कराने के लिए लेकर गये।
क्या है पूरा मामला
-कोतवाली इलाके के मियॉं बाजार इमामबाड़ा रोड पर स्थित एक खंडहरनुमा मकान के दालान में एक दुर्लभ प्रजाति का बड़ा सा उल्लू कहीं से आकर गिर गया।
-वहां के आसपास के लोगों का कहना है कि उन्होंने इस बात की सूचना वन विभाग को दी।
-विभाग के अधिकारियों ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
-लोगों का अनुमान है कि दोपहर के समय शरारती बच्चों ने खेल-खेल में उसे घायल कर दिया होगा।
घटना के वायरल होने पर हरकत में आये अधिकारी
-अधिकारियों के प्रतिक्रिया न देने पर स्थानीय लोगों ने उल्लू का प्राथमिक उपचार किया।
-उसे खाने और पीने को पानी भी दिया।
-दिन में न देख सकने के कारण उल्लू कुछ भी खाने-पीने में असमर्थ रहा।
-दो दिन बीत जाने के बाद जब यह खबर वायरल हुई, तो वन विभाग के अधिकारियों में अफरा-तफरी मच गई ।
-आनन-फानन में वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची और घायल उल्लू को इलाज के लिए कब्जे में ले लिया।
घटना पर डीएफओ जनार्दन का कहना है कि
-उल्लू का पूर्णरूप से इलाज कराया जाएगा।
-ठीक होने के बाद उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
-लोगों से अपील की कि कोई भी दुर्लभ पशु-पक्षी दिखाई दे, तो तुरंत उन्हें सूचित करें।
-कुछ समय पूर्व जंगल से भटके हुए हिरन के बारे में जब उन्हें लोगों ने सूचित किया था, तो उसे टीम ने दोबारा विनोद वन में छुड़वा दिया था।